बिहार के गया से बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या का मामला सामने आ रहा है। खबरों के अनुसार गया जिले के अतरी के सारसु गांव के निवासी भाजपा कार्यकर्ता विनोद सिंह को अपराधियों ने पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया है। इस घटना के पूरे इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है।
परिवारवालों ने बताया कि, देर शाम के वक्त विनोद सिंह घर से मवेशियों के लिए चारा लाने गए थे। जिसके बाद वह काफी रात हो जाने के बाद भी घर नहीं लौटे, परिजनों ने उनकी खोज की तो बता चला कि उनका शव बधार में पड़ा हुआ है। जब वहां पर परिजन पहुंचे तो देखा विनोद सिंह का शव एक खेल में पड़ा था।
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विनोद के गले में एक गमछा पड़ा था और उसके मुंह ले खून आने के साथ शरीर पर काफी जख्म थे। शव को देखकर लग रहा था कि, उनकी हत्या करने से पहले उनको बहुत मारा-पीटा गया है। सूचना मिलने पर पुलिस ने वहां पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं इस घटना के बाद स्थानीय लोग काफी आक्रोशित हैं। अभी तक हत्या के कारणों और अपराधियों का पता नहीं चला है। पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है।
इससे पहले मेरठ के थाना मेडिकल क्षेत्र के मंगल पांडे नगर में बसपा कार्यालय के सामने लोहा कारोबारी और राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) कार्यकर्ता का शव बन्द बोरे में मिला था। जिसके बाद इलाके में सनसनी फैल गई थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। वहीं पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे मृतक के परिजनों ने शव की शिनाख्त की थी। जिसके बाद पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी थी। व्यापारियों ने घटना के खुलासे को लेकर नारेबाजी भी की थी।
सिविल लाइन थाना क्षेत्र के देवी नगर में रहने वाले सुनील गर्ग का सूरजकुंड में लोहे का कारोबार थे। सुनील गर्ग भारतीय जनता पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता होने के साथ-साथ राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ से भी जुड़े हुए थे।
रविवार सुबह दस बजे से लेकर दोपहर एक बजे तक सूरजकुंड वार्ड से भाजपा से पार्षद का चुनाव लड़ रहे अंशुल गुप्ता के साथ चुनाव प्रचार किया जिसके बाद डेढ़ बजे घर चले गए थे। शाम सवा चार बजे पत्नी रश्मि से थोड़ी देर में आने की बात कहकर घर से बाइक पर सवार होकर निकले थे। लेकिन देर तक जब सुनील घर नहीं पहुंचे तो परिजनों की चिंता बढ़ी और फोन मिलाया लेकिन सुनील का फोन नहीं मिला।
काफी खोजबीन करने के बाद सुनील का कुछ पता नही चला तो परिजनों ने सिविल लाइन थाने में गुमशुदगी की सूचना दी। जिसके बाद पुलिस ने सुनील की तलाश के लिए मैसेज फ्लैश किया तो किसी ने नाले किनारे बन्द बोरे में लाश की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने जब बोरे को खोलकर देखा तो उनके भी होश फाख्ता हो गए क्योंकि बोरे में चाकू से गोदे हुए व्यक्ति के हाथपांव बंधे हुए थे।