मुंबई : सुशांत सिंह राजपूत और सारा अली खान की फिल्म ‘केदारनाथ’ पर काले बादल मंडरा रहे हैं। आने वाले महीने दिसंबर की 7 तारीख को रिलीज होने वाली ये फिल्म पहले ही विवादों में घिर गयी है। फिल्म का टीजर रिलीज होने के बाद से ही इस फिल्म को लेकर विरोध के सुर तेज होने लगे। एक तरफ कई दर्शक सारा अली खान के लुक की तारीफ करते नहीं थक रहे तो दूसरी तरफ फिल्म के कई सीन से एक वर्ग को खासा दिक्कत है।
दरअसल, ‘केदारनाथ’ के टीजर को देखने के बाद कई सीन्स पर बीजेपी और स्थानीय संगठन को आपत्ति है। तीर्थ पुरोहितों की तरफ से तीखी प्रतिक्रिया लगातार सामने आ रही है। उनका कहना है कि फिल्म हिंदुओं की भावनाओं को आहत करती है इसलिए इसे बैन कर देना चाहिए।
इसके अलाव बीजेपी के एक वरिष्ठ के द्वारा भी केदारनाथ पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गयी। शनिवार को उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि फिल्म हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाती है और लव जिहाद को बढ़ावा देती है। इतना ही नहीं राज्य में बीजेपी मीडिया रिलेशंस टीम के अजेंद्र अजय ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी को इस फिल्म को लेकर एक पत्र लिखा। जिसमें इसे बैन करने की मांग की गयी है। उन्होंने पत्र में लिखा कि “खराब मानवीय आपदाओं में से एक की पृष्ठभूमि पर बनी यह फिल्म हिंदुओं की भावनाओं का मजाक बनाती है। फिल्म में हिंदू धर्म को मानने वालों के प्रति बड़ा अनादर दिखाया है और इसे बैन किया जाना चाहिए।”
अभिषेक कपूर द्वारा निर्देशित इस फिल्म के टीजर में सुशांत सिंह राजपूत और सारा अली खान के बीच किसिंग सीन दिखाया गया है। साथ ही फिल्म के पोस्टर पर लिखा है- ‘लव इज ए पैलिग्रिम’। इस बात पर भी एक वर्ग को काफी आपत्ति है। आपको बता दें कि ‘केदारनाथ’ एक लव स्टोरी है जो उत्तराखंड में आयी तबाही के ऊपर फिल्माया गया है। इस फिल्म को रॉनी स्क्रूवाला और प्रज्ञा कपूर के द्वारा प्रोड्यूस किया गया है और फिल्म की शूटिंग उत्तराखंड में की गयी है।