बहराइच। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी की संदिग्ध मौत की जांच शुरू कर दी है। सीबीआई की टीम ने मंगलवार को घटनास्थल की जांच की। इसके साथ ही मृतक अनुराग तिवारी के दोस्तों और नौकर से पूछताछ की है। इस दौरान उसने कुछ अहम दस्तावेज अपने कब्जे में लिए हैं।
आपको बता दें कि भारतीय प्रशासनिक अधिकारी अनुराग तिवारी का शव 17 मई को उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ के हजरतगंज में वीवीआई गेस्ट हाउस के बाहर संदिग्ध परिस्थितियों में पड़ा मिला था। परिवार वालों ने उनकी हत्या की आशंका जताई थी जिसके बाद इसकी जांच सीबीआई को सौंपी गई है।
सीबीआई की टीम वरिष्ठ अधिकारी एके यादव की अगुवाई में सोमवार को मृतक आईएएस अनुराग तिवारी के पैतृक गांव बहराइच के मोहल्ला कानूनगोपुरा पहुंची। जहां उसे आईएएस अनुराग के माता-पिता के नोएडा में होने की जानकारी मिली। जबकि उनके बड़े भाई राकेश और मयंक भी बाहर थे।
परिवार के लोगों से संपर्क करने के बाद मकान की देखरेख करने वाला बल्ले कश्यप चाबी लेकर आवास पर पहुंचा। इसके बाद अनुराग के बचपन के दोस्त एन.के. शुक्ला और आशीष जायसवाल को भी बुला लिया गया। सीबीआई की टीम ने अनुराग के बैग के कपड़ों की तलाशी ली। बैग खंगालने के दौरान एक दवा का पर्चा, कुछ अभिलेख मिले। जिसे सीबीआई ने सीज कर दिया।
सीबीआई ने लगभग साढ़े तीन घंटे तक बड़ी गहनता के साथ हर पहलु की जांच की। हालांकि परिवार के लोगों के मौजूद न होने से उनके बयान नोएडा जाकर दर्ज करने की चर्चा बनी रही।
सीबीआई अधिकारी ने मृतक अधिकारी के मित्र और दवा कारोबारी आशीष जायसवाल से अनुराग की दिनचर्या के बारे में पूछा। सीबीआई ने जानना चाहा कि क्या मृतक किसी प्रकार का ड्रग्स अथवा शराब का शौकीन तो नहीं था। जायसवाल ने कहा कि उन्होंने अनुराग को कभी ड्रग्स, शराब आदि नशा करते हुए नहीं देखा हालांकि वह सिगरेट पीने के शौकीन जरूर थे।