नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही। जानकारी के मुताबिक सीबीआई की विशेष टीम ने दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर पहुंच गई है। सूत्रों की मानें तो ‘टॉक टू एके’ मामले में सीबीआई ने मनीष से जानकारी मांगी है। वहीं सीबीआई का कहना है कि उनके घर बयान दर्ज कराने के लिए गए।
साल 2016 में शुरू हुआ था कार्यक्रम
यहां आपको बता दें कि ‘टॉक टू एके’ कार्यक्रम जुलाई 2016 में आयोजित किया गया था। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का ये कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’ के तर्ज पर शुरू किया गया था। इस कार्यक्रम को लेकर दिल्ली के विजिलेंस विभाग ने उपराज्यपाल से शिकायत की थी कि नियमों को ताक पर रखकर इस प्रोग्राम का प्रमोशन एक कंपनी को दिया गया। जिसके बाद उपराज्यपाल ने इस केस को सीबीआई को सौंप दिया था।
आप ने इसे बताया छापेमारी
सीबीआई के घर पहुंचने को लेकर सिसोदिया के सलाहकार अरुंदोय प्रकाश ने ट्वीट करते हुए लिखा, अरविंद केजरीवाल अस्पतालों की जांच कर रहे हैं तो दूसरी तरफ मनीष सिसोदिया के घर पर सीबीआई की छापेमारी की गई। इससे पहले भी ऐसा ही किया गया था लेकिन केंद्र को अगर लगता है कि मनीष डर जाएंगे तो वो एक दम गलत हैं।
While CM .@ArvindKejriwal is busy inspecting hospitals, centre busy victimising! CBI raids at Dy CMs residence!
— arunoday (@arunodayprakash) June 16, 2017
कपिल मिश्रा ने बताया आप को भ्रष्टाचारी गैंग
वहीं इस मामले पर दिल्ली के बर्खास्त जलमंत्री कपिल मिश्रा ने केजरीवाल और मनीष पर एक बार फिर से ट्विटर पर आड़े हाथों लिया है। कपिल ने एक के बाद एक ट्वीट करके पार्टी को भ्रष्टाचारी गैंग करार दिया है।
जरा भी नैतिकता बची है तो कुर्सी से चिपकना छोड़े @msisodia और @ArvindKejriwal , कुर्सी केजरीवाल की कमजोरी बन चुकी है।
— Kapil Mishra (@KapilMishraAAP) June 16, 2017
जानिए क्या था टॉक टू एके?
-साल 2016 में दिल्ली सरकार द्वारा एक कार्यक्रम चलाया गया था।
-इस कार्यक्रम को पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम की तर्ज पर शुरू किया गया था।
-इस प्रोग्राम के जरिए केजरीवाल ने अपनी पार्टी का वहां पर प्रचार किया था जहां पर तुरंत ही चुनाव हुए थे।
-इस प्रोग्राम को लेकर आरोप है कि इसमें नियमों को ताक पर रखा गया प्रमोशन किसी खास कंपनी को बिना प्रकिया पूरा करके दिया गया।
-शिकायत के बाद उपराज्यपाल ने इस केस को सीबीआई को रेफर कर दिया था।