इस साल का पहला चंद्रग्रहण 21 जनवरी को लगने वाला है जिसके बारे में हम आपके लिए जानकारियों का पिटारा ले आए हैं। यह ग्रहण साल का पहला पूर्ण चंद्र ग्रहण है। जिसे सुपर ब्लड वुल्फ मून नाम दिया गया है। इस ग्रहण के नाम के रहस्य का भी पर्दा उठ चुका है। आइए जानते हैं साल के पहले चंद्रग्रहण के बारे में कुछ खास बातें। ग्रहण के दौरान क्या करें और क्या न करें इस बारे में जानने की कोशिश करते हैं।
चंद्र ग्रहण से जुड़ी इन बातों को जानें-
- साल 2019 का पहला चंद्रग्रहण 21 जनवरी को है।
- इसके बाद 16 जुलाई को दूसरा चंद्रग्रहण लगेगा।
- भारतीय समय के मुताबिक ग्रहण 20 जनवरी को सुबह 10 बजे से शुरू होगा जो दूसरे दिन 21 जनवरी की शाम 3:33 बजे पर खत्म होगा और फिर कुल चंद्रग्रहण रात 11:41 बजे से शुरू होगा।
- साल के पहले चंद्रगहण को सुपर ब्लड वुल्फ मून के नाम दिया गया है।
- ग्रहण को सुपर ब्लड वुल्फ मून नाम इस वजह से दिया गया क्योंकि चांद लाल रंग के साथ ही तांबे के रंग जैसा गहरा दिखेगा।
कर सकते हैं ये उपाय-
- कच्ची सब्जियां और फल खाए जा सकते हैं। इनमें इस दौरान कोई बदलाव नहीं देखा गया है।
- घर में रखे हुए पानी में कुशा डाल दें जिससे पानी दूषित नहीं हो पाता है।
- पवित्र नदियों में स्नान कर दान देना न भूलें।
- इस दौरान संयम से जप-तप और ध्यान करें, ज्यादा लाभ होता है।
- सूर्य या चन्द्र ग्रहण समाप्त होते ही उसका (सूर्य या चन्द्र) शुद्ध बिम्ब देखें और फिर भोजन करें।
इन कामों से करें तौबा-
- सिर पर तेल लगाने, खाना खाने और बनाने से बचें। ऐसी मान्यता है कि पका हुआ भोजन ग्रहण लगने तक पूरी तरह से जहर हो जाता है।
- भोजन करने से बचें क्योंकि वायुमंडल में बैक्टीरिया और संक्रमण का प्रकोप तेजी से बढ़ जाता है और भोजन करने से संक्रमण अधिक बढ़ सकता है।
- ग्रहण के समय पति और पत्नी शारीरिक संबंध न बनाएं। इस दौरान यदि गर्भ ठहरा तो संतान विकलांग तक या मानसिक रूप से विक्षिप्त पैदा हो सकती है।
- कोई भी शुभ और नया कार्य शुरू न करें।
हिंदू शास्त्रों की माने तो किसी भी प्रकार का चंद्रग्रहण कभी भी किसी रूप में अशुभ ही होता है। ऐसा माना जाता है कि चंद्रग्रहण का प्रकोप किसी भी व्यक्ति पर पूरे 108 दिनों तक रहता है।