Ayodhya Rape Case: गैंगरेप, नृशंस हत्या और प्रशासनिक लापरवाही पर उठे सवाल, राजनीतिक घमासान तेज

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Ayodhya Rape Case: उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में एक दर्दनाक और जघन्य अपराध ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। जिले के सहनवां गांव में 22 वर्षीय दलित युवती का शव निर्वस्त्र अवस्था में मिला। इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गई है और राजनीतिक हलकों में भी उबाल आ गया है।

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दिल दहला देने वाली वारदात- Ayodhya Rape Case

मृतक युवती गुरुवार रात एक धार्मिक आयोजन में जाने की बात कहकर घर से निकली थी, लेकिन उसके बाद वापस नहीं लौटी। परिजनों ने पूरी रात उसे ढूंढने का प्रयास किया, लेकिन जब उसका कोई पता नहीं चला, तो उन्होंने शुक्रवार को अयोध्या थाने में उसकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई।

शनिवार सुबह युवती के जीजा को उसका शव गांव से करीब आधा किलोमीटर दूर एक छोटी नहर में मिला। शव की हालत इतनी भयावह थी कि मृतका की बड़ी बहन और गांव की दो महिलाएं उसे देखकर बेहोश हो गईं।

बलात्कार, हत्या और यातना के सबूत

परिजनों के अनुसार, युवती की आंखें निकाल ली गई थीं और उसके शरीर पर गंभीर चोटों के निशान थे। कई हड्डियां टूटी हुई थीं, हाथ-पैर रस्सी से बंधे थे, और चेहरे पर गहरे जख्म थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पहले ही परिजनों ने संदेह जताया कि युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म (गैंगरेप) के बाद उसकी नृशंस हत्या कर दी गई।

परिजनों ने लगाया पुलिस पर लापरवाही का आरोप

परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यदि गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करने के बाद पुलिस ने सक्रियता से कार्रवाई की होती, तो शायद युवती की जान बचाई जा सकती थी। उन्होंने दावा किया कि पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया और सिर्फ खानापूर्ति करती रही।

राहुल गांधी का हमला: भाजपा सरकार पर सवाल

इस दिल दहला देने वाली घटना के बाद राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए इसे शर्मनाक बताया।

उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा,
“अयोध्या में दलित बेटी के साथ हुई अमानवता और उसकी नृशंस हत्या हृदयविदारक और शर्मनाक है। प्रशासन की निष्क्रियता के कारण यह जघन्य अपराध हुआ। बहुजन विरोधी भाजपा राज में दलितों पर अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार को इस अपराध की निष्पक्ष जांच कराकर दोषियों को कठोर सजा दिलानी चाहिए।”

समाजवादी पार्टी और बसपा का विरोध

सपा प्रमुख अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी इस घटना को लेकर सरकार पर निशाना साधा। सपा सांसद अवधेश प्रसाद इस मामले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान फूट-फूटकर रो पड़े और कहा कि यदि पीड़िता को न्याय नहीं मिला तो वे संसद से इस्तीफा दे देंगे।

सीएम योगी का जवाब: सख्त कार्रवाई का वादा

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी और कहा कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी के कुछ लोग अपराधियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।

योगी ने कहा,
“बेटियों के साथ दरिंदगी करने वालों को किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा। हम कानून का राज स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

पुलिस की कार्रवाई: तीन आरोपी गिरफ्तार

पुलिस ने इस मामले में तेजी दिखाते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान हरी राम कोरी, विजय साहू और दिग्विजय सिंह के रूप में हुई है।

अयोध्या के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) राज करण नैय्यर ने बताया कि मामले की जांच के लिए दो विशेष टीमें बनाई गई थीं। वैज्ञानिक साक्ष्यों और गवाहों के आधार पर आरोपियों को पकड़ा गया है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने शराब के नशे में युवती के साथ दुष्कर्म किया और फिर उसकी हत्या कर शव को नहर में फेंक दिया।

फास्ट ट्रैक कोर्ट में मामला चलेगा

एसएसपी नैय्यर ने कहा कि पुलिस जल्द से जल्द इस मामले की चार्जशीट फाइल करेगी और फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से पीड़िता के परिवार को जल्द न्याय दिलाने का प्रयास करेगी।

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