Damoh Murder News: शिवभक्त की निर्मम हत्या! मंदिर के सामने मांस बिक्री पर उठाई थी आवाज़, युवक की कार से कुचलकर की हत्या, इलाके में तनाव

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Damoh Murder News: सावन का पावन महीना और कांवड़ यात्रा का दौर—जब शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है, उसी बीच मध्य प्रदेश के दमोह से एक बेहद दर्दनाक और संवेदनशील मामला सामने आया है। यहां मंदिर के सामने मांस की बिक्री का विरोध कर रहे एक युवक को सरेआम कार से कुचलकर मौत के घाट उतार दिया गया। इस घटना ने न सिर्फ पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया, बल्कि दो समुदायों के बीच तनाव की स्थिति भी उत्पन्न हो गई है।

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डॉक्टर के पास जा रही थी मां-बेटे की जोड़ी, रास्ते में हुआ हमला- Damoh Murder News

शुक्रवार की शाम की ये घटना दमोह शहर के पठानी मोहल्ला क्षेत्र की है, जब राकेश रैकवार उर्फ रक्के अपनी बीमार मां नन्नी बाई को डॉक्टर के पास लेकर जा रहा था। अजमेरी गार्डन के पास पहुंचते ही अचानक एक कार ने उसे टक्कर मारी। लेकिन यह कोई साधारण सड़क दुर्घटना नहीं थी, बल्कि प्रत्यक्षदर्शियों और मृतक की मां के अनुसार, एक सोची-समझी हत्या थी।

नन्नी बाई का बयान बेहद हिला देने वाला है। उन्होंने कहा, “मेरे सामने मेरे बेटे को कुचलकर मार डाला गया। अकील खान कार चला रहा था और उसके पिता नासिर खान ने इशारा किया। मैं कुछ नहीं कर पाई। मेरा बेटा तड़प-तड़पकर मर गया।”

तीन साल से मंदिर के सामने चल रही थी मांस की दुकान, कई बार की गई शिकायतें

जानकारी के अनुसार, जिस शिव मंदिर के सामने यह घटना हुई, वहां अकील और उसके पिता नासिर खान ने तीन साल पहले अवैध रूप से मकान बनाकर मांस की दुकान शुरू की थी। स्थानीय लोगों का कहना है कि मंदिर के ठीक सामने मांस की कटाई और बिक्री से धार्मिक भावनाएं आहत हो रही थीं। राकेश रैकवार इस विरोध का प्रमुख चेहरा था और उसने प्रशासन को कई बार लिखित शिकायत दी थी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।

शुक्रवार को इसी मुद्दे पर एक बार फिर बहस हुई और शाम होते-होते राकेश की जान ले ली गई। इस वारदात ने पूरे मोहल्ले में आक्रोश फैला दिया।

पोस्टमार्टम के बाद भड़का जनाक्रोश, सड़कों पर उतरे हिन्दू संगठन

शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद जब राकेश का शव घर लाया गया, तो बड़ी संख्या में लोग जुटे। मांझी समाज, हिन्दू युवा वाहिनी और अन्य संगठनों ने शव यात्रा के दौरान प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। समाज का आरोप है कि प्रशासन की लापरवाही ने इस जघन्य अपराध को जन्म दिया। उन्होंने आंदोलन की चेतावनी दी है और दोषियों को सख्त सजा की मांग की है।

पुलिस ने माना– यह हत्या है, हादसा नहीं

दमोह के एडिशनल एसपी सुजीत भदौरिया ने मीडिया से बातचीत में साफ किया कि “यह सड़क दुर्घटना नहीं, हत्या है।” उन्होंने बताया कि मृतक की मां के बयान और CCTV फुटेज के आधार पर अकील और नासिर खान पर हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और घटना में प्रयुक्त कार भी जब्त की जा चुकी है।

पुलिस ने साथ ही मंदिर के पास मांस बिक्री और अवैध कब्जे की भी जांच शुरू कर दी है। फिलहाल इलाके में तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात है ताकि कोई और अप्रिय घटना न हो सके।

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