Indore Kinnar News: मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के नंदलालपुरा इलाके में बुधवार को उस वक्त सनसनी फैल गई, जब एक साथ 24 किन्नरों ने ज़हरीला पदार्थ पी लिया। मामला बेहद संवेदनशील है, क्योंकि इसके कुछ ही घंटे पहले एक किन्नर ने दो पत्रकारों पर दुष्कर्म, मारपीट और जान से मारने की धमकी जैसे गंभीर आरोप लगाए थे। इस घटना ने न सिर्फ शहर को झकझोर दिया, बल्कि पुलिस और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
पंढरीनाथ थाना पुलिस के मुताबिक, शिकायत करने वाली किन्नर ने बताया कि 24 मई को उसके डेरे के गुरु के खिलाफ एक केस दर्ज हुआ था। उसी केस के बहाने जून में दो पत्रकार पंकज जैन और अक्षय उसके डेरे पर आए। आरोप है कि दोनों ने पहले उसे धमकाया और फिर पंकज ने उसके साथ जबरन दुष्कर्म किया। साथ ही यह धमकी भी दी गई कि अगर उसने किसी को बताया, तो उसे एनकाउंटर में मरवा देंगे या समाज में बदनाम कर देंगे।
पीड़ित किन्नर ने यह भी आरोप लगाया कि आरोपियों ने उससे डेढ़ लाख रुपये भी लिए। जब इस घटना के बारे में किन्नर समाज की नेहा नामक सदस्य से बात की गई तो उसने कहा कि इन पत्रकारों का गुटों के विवाद के चलते डेरे में आना-जाना शुरू हुआ था। उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों पत्रकार किन्नरों को ब्लैकमेल करते थे और तीन महीने पहले रेप की यह घटना हुई थी। नेहा ने मांग की कि दोषियों को सख्त सजा मिले, क्योंकि अब किन्नर समाज भी खुद को असुरक्षित महसूस कर रहा है।
लंबे समय से चल रहा था गुटों में विवाद- Indore Kinnar News
जानकारी के अनुसार, किन्नर समाज में बीते कुछ महीनों से ‘गुरु गादी’ और संपत्ति को लेकर दो गुटो पायल गुरु और सीमा गुरु के बीच तनाव बना हुआ है। इस विवाद के कारण कई बार झगड़े हुए और मामला पुलिस तक पहुंचा। पूर्व में डीसीपी ऋषिकेश मीणा की देखरेख में एसआईटी बनाई गई थी, लेकिन उनके ट्रांसफर के बाद जांच लगभग ठप पड़ गई।
फिनाइल पीने से फैली दहशत
बुधवार शाम को जब करीब 24 किन्नरों ने फिनाइल पी लिया तो इलाके में हड़कंप मच गया। तुरंत पुलिस और एम्बुलेंस मौके पर पहुंची और सभी को एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया गया। सीएमएचओ माधव हसानी ने बताया कि किन्नरों ने घर में सफाई में इस्तेमाल होने वाला फिनाइल पीया था। सभी की हालत फिलहाल स्थिर है, जबकि दो किन्नरों को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है।
एमवाय अस्पताल के अधीक्षक डॉ. बसंत कुमार निंगवाल ने बताया कि सभी मरीज खतरे से बाहर हैं। हालांकि पुलिस अब तक यह साफ नहीं कर पाई है कि इतनी बड़ी संख्या में किन्नरों ने यह कदम क्यों उठाया।
पुलिस जांच में जुटी, लेकिन सवाल बरकरार
एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया और संयोगितागंज एसीपी के साथ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। पुलिस ने पंकज और अक्षय के खिलाफ दुष्कर्म, मारपीट और धमकी की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है।
हालांकि यह घटना सिर्फ एक आपराधिक केस नहीं, बल्कि पूरे किन्नर समाज के भीतर लंबे समय से चल रहे तनाव और उपेक्षा की एक तस्वीर भी है। अब देखना यह है कि प्रशासन और कानून व्यवस्था इस मामले को कितनी गंभीरता से लेती है और क्या वाकई दोषियों को सजा दिलवाई जा सकेगी या यह मामला भी कुछ दिन बाद ठंडे बस्ते में चला जाएगा।