Journalist Rajiv Pratap missing: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले से एक हैरान कर देने वाली खबर आई है। दिल्ली उत्तराखंड लाइव के पत्रकार राजीव प्रताप बीते गुरुवार रात से लापता हैं। उनकी गुमशुदगी की सूचना मिलने के बाद पूरे इलाके में हलचल मच गई है। परिवार वाले और स्थानीय लोग बेहद चिंतित हैं क्योंकि राजीव का मोबाइल नंबर बंद आ रहा है और अभी तक उनका कोई सुराग नहीं मिला है।
भागीरथी नदी में फंसा मिला वाहन- Journalist Rajiv Pratap missing
मिली जानकारी के अनुसार, राजीव प्रताप उत्तरकाशी जिले के मनेरी गांव के रहने वाले हैं। वे 18 सितंबर की रात लगभग 11 बजे से लापता हैं। पुलिस को सूचना मिलने के बाद एसडीआरएफ और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और खोजबीन शुरू की। तलाश के दौरान उनकी कार भागीरथी नदी के बीच गंगोरी और स्यूना गांव के पास फंसी मिली। हालांकि, वाहन के अंदर राजीव नहीं थे। तेज बहाव के कारण वाहन को नदी से बाहर निकालने में मुश्किलें आईं।
🚨 लापता व्यक्ति की सूचना 🚨
नाम: राजीव प्रताप
पेशा: दिल्ली उत्तराखंड Live के पत्रकार
तारीख: 18.09.2025
समय: रात लगभग 11 बजे
स्थान: उत्तरकाशी, गंगोरी क्षेत्रदिल्ली उत्तराखंड Live के पत्रकार राजीव प्रताप 18 सितंबर 2025 की रात लगभग 11 बजे से उत्तरकाशी गंगोरी क्षेत्र से लापता… pic.twitter.com/JdLR34nEO0
— Kumaon Jagran (@KumaonJagran) September 19, 2025
उत्तराखंड –
उत्तरकाशी के पत्रकार राजीव प्रताप 18 सितंबर की रात 11 बजे से लापता हैं। कार नदी में गिरी मिली है। अंदर कोई नहीं मिला है। जो व्यक्ति साथ में बैठा था, वो रास्ते में कार से उतर चुका था। राजीव प्रताप इलाके के मुद्दों को प्रमुखता से उठा रहे थे। इसलिए फैमिली को संदेह है। pic.twitter.com/kxX0MwANgQ— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) September 20, 2025
कार पुलिसकर्मी की थी, राजीव ने ली थी शाम को
पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि यह कार पुलिस लाइन में तैनात एक पुलिसकर्मी की थी, जिसे राजीव गुरुवार शाम को लेकर गए थे। इसके बाद से राजीव का मोबाइल नंबर बंद आना शुरू हो गया। शुक्रवार को वाहन नदी में फंसा मिलने के बाद परिजन ने कोतवाली उत्तरकाशी में उनकी गुमशुदगी दर्ज कराई है।
राजीव के साथ एक अन्य व्यक्ति भी था, जो रास्ते में उतरा
जांच में पता चला है कि राजीव के साथ कार में एक और शख्स था, जो रास्ते में ही कार से उतर गया था। फिलहाल इस व्यक्ति की पहचान और ठिकाने का पता नहीं चल पाया है। स्थानीय लोग और परिवार वाले राजीव के सक्रिय सामाजिक मुद्दों को उठाने की वजह से उनके अचानक गायब होने को संदिग्ध मान रहे हैं।
परिजन और पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रहे
राजीव इलाके के कई संवेदनशील मुद्दों पर रिपोर्टिंग करते थे। इसी वजह से उनके अचानक लापता होने से परिजन काफी चिंतित हैं और पुलिस से तेजी से जांच की मांग कर रहे हैं। पुलिस प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम मामले की जांच कर रही है और हर पहलू से इस रहस्यमय घटना को सुलझाने की कोशिश कर रही है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुई लापता होने की खबर
राजीव की गुमशुदगी की खबर सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रही है। उनके साथी पत्रकार और स्थानीय लोग उनके सुरक्षित मिलने की प्रार्थना कर रहे हैं। इस बीच प्रशासन ने भी इलाके में सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया है ताकि जल्द से जल्द राजीव का पता लगाया जा सके।
वहीं, उत्तरकाशी से पत्रकार राजीव प्रताप के लापता होने और उनका वाहन नदी में मिलने की खबर ने इलाके में चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। पुलिस और एसडीआरएफ की टीम लगातार उनकी खोज में जुटी हुई है। राजीव के परिवार वाले भी उनकी सुरक्षित वापसी के लिए इंतजार कर रहे हैं।