Kanpur News: त्योहारों की खरीदारी से गुलजार कानपुर का मिश्री बाजार बुधवार की शाम अचानक दहशत के साए में आ गया। करीब 7:30 बजे एक के बाद एक दो धमाकों ने पूरे इलाके को हिला दिया। बाजार में ऐसी अफरातफरी मची कि लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर दौड़ने लगे। हर तरफ चीख-पुकार थी, दुकानों की खिड़कियों के शीशे चटक गए और कई दुकानों की दीवारों में दरारें पड़ गईं।
मिश्री बाजार, जो मूलगंज थाना क्षेत्र में आता है, बेहद घनी आबादी वाला इलाका है। मस्जिद और थाना सिर्फ कुछ ही दूरी पर हैं। उसी इलाके में जब ये धमाके हुए तो हर किसी को लगा कि कोई बड़ा आतंकी हमला हो गया है। लेकिन जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी, असल वजह कुछ और ही निकली….पटाखों की आड़ में चल रहा अवैध कारोबार।
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स्कूटी में हुए दोनों धमाके- Kanpur News
पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया कि ये धमाके स्कूटी में हुए। पहली स्कूटी अश्वनी कुमार की थी जो हादसे में खुद भी घायल हो गए और इस वक्त लखनऊ के केजीएमयू में भर्ती हैं। दूसरी स्कूटी विजयेंद्र प्रसाद रस्तोगी की बताई जा रही है, जिनसे फिलहाल पुलिस संपर्क नहीं कर पाई है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, पहला धमाका इतना तेज था कि लगा जैसे जमीन हिल गई हो। इसके कुछ सेकंड बाद दूसरा धमाका हुआ जो पहले से भी ज्यादा जोरदार था।
इस हादसे में कुल आठ लोग घायल हुए हैं। चार गंभीर रूप से घायल लोगों को लखनऊ रेफर किया गया है, दो का इलाज कानपुर जिला अस्पताल में चल रहा है, जबकि दो लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।
पटाखों की ओट में ‘बारूद’ का धंधा
धमाकों के बाद जब पुलिस ने छानबीन शुरू की तो पता चला कि बाजार में खिलौनों की दुकानों के पीछे अवैध रूप से पटाखों का स्टॉक किया गया था। त्योहार के समय इन दुकानों में बड़े पैमाने पर बिना लाइसेंस पटाखों की बिक्री की जा रही थी। पुलिस कमिश्नर रघुवीर लाल ने जानकारी दी कि मामला आतंकी साजिश जैसा नहीं लगता, लेकिन यह कोई सामान्य दुर्घटना भी नहीं थी। उन्होंने बताया कि कुछ दुकानों से गनपाउडर से भरे डिब्बे और भारी मात्रा में फायरक्रैकर्स बरामद किए गए हैं।
सबसे हैरान करने वाली बात यह रही कि ये सारा खेल थाने से महज 500 मीटर की दूरी पर चल रहा था और पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। अब शक जताया जा रहा है कि कुछ पुलिसकर्मी भी इस गोरखधंधे में शामिल हो सकते हैं।
जांच में उतरी ATS, STF और जल्द पहुंच सकती है NIA
घटना की गंभीरता को देखते हुए अब यूपी एटीएस और एसटीएफ ने जांच की कमान संभाल ली है। पुलिस ने कहा है कि वे किसी भी एंगल को नजरअंदाज नहीं कर रहे – चाहे वो आतंकी साजिश हो या अवैध कारोबार। सूत्रों के मुताबिक, एनआईए की टीम भी जल्द कानपुर पहुंच सकती है और धमाके में इस्तेमाल विस्फोटक का फोरेंसिक जांच करेगी।
अफवाहों से और बढ़ा तनाव
धमाकों के बाद बाजार में कई तरह की अफवाहें फैल गईं। किसी ने बम फेंके जाने की बात कही तो किसी ने इसे आतंकी हमला बता दिया। हालात बिगड़ते देख पुलिस को इलाके में भारी फोर्स तैनात करनी पड़ी। पुलिस कमिश्नर ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मौके पर पहुंचकर लोगों को भरोसा दिलाया कि यह आतंकी हमला नहीं, बल्कि पटाखों से जुड़ा हादसा है।
अब सख्ती तय, हर दुकान और गोदाम की होगी जांच
इस घटना के बाद कानपुर पुलिस ने शहरभर में अवैध पटाखों के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है। पुलिस अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि बिना लाइसेंस पटाखे बेचने वालों को तुरंत जेल भेजा जाए। खुद पुलिस कमिश्नर ने कहा है कि इस त्योहारी सीजन में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी और शहर के हर कोने में सर्च ऑपरेशन चलाया जाएगा।
फिलहाल, फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से विस्फोटक के सैंपल इकट्ठा कर लखनऊ भेज दिए हैं, जिनकी रिपोर्ट आने के बाद ही यह तय हो पाएगा कि धमाके की असली वजह क्या थी।