Maharashtra Crime News: महाराष्ट्र के सांगली जिले के आटपडी तालुका के करगनी गांव में एक दुखद और चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां 10वीं कक्षा में पढ़ने वाली एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार और शारीरिक उत्पीड़न का मामला सामने आया। आरोप है कि गांव के ही एक युवक ने लड़की के साथ बलात्कार किया और उसका वीडियो बना लिया। वीडियो के जरिए उस पर बार-बार संबंध बनाने का दबाव डाला गया और किसी को बताने पर उसके पिता को जान से मारने की धमकी दी गई।
इस घटना से तंग आकर नाबालिग लड़की ने अपने घर में लोहे की छत के बार से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। लेकिन इस पूरी घटना में सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि पुलिस ने पूरे दिन मामले की जानकारी मिलने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की। देर रात तक मामले का रजिस्ट्रेशन नहीं किया गया, जिसके बाद ग्रामीणों ने शव को लेने से मना कर दिया। अंत में पुलिस ने मामले को दर्ज किया और कार्रवाई शुरू की।
पुलिस की लापरवाही पर सवाल- Maharashtra Crime News
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया और मामले की गंभीरता को नजरअंदाज किया। हालांकि, मामले में जब कुछ स्थानीय लोग सक्रिय हुए और चार आरोपियों में से दो को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया, तो पुलिस को आखिरकार कार्रवाई करनी पड़ी।
आरोपियों पर कार्रवाई
मामले को लेकर भाजपा की महिला नेता नीता केलकर ने आटपाडी थाने का दौरा किया और पुलिस पर दबाव डाला। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ पोक्सो (Protection of Children from Sexual Offences Act) के तहत मामला दर्ज किया। इस मामले में चार आरोपियों – राजू विट्ठल गेंड, रामदास गायकवाड़, अनिल नाना काले और रोहित सरजेराव खरात के खिलाफ कार्रवाई की गई। इनमें से राजू गेंड और रामदास गायकवाड़ को ग्रामीणों ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया, जबकि बाकी दो आरोपी अभी भी फरार हैं।
आपराधिक पृष्ठभूमि और ग्रामीणों का गुस्सा
मुख्य आरोपी राजू गेंड और अन्य आरोपियों की आपराधिक पृष्ठभूमि रही है। उनका गांव में एक तरह से आतंक है, और राजनीतिक प्रभाव के कारण उनके खिलाफ कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की जा रही थी, जिससे ग्रामीणों में गुस्सा था। ग्रामीणों का कहना था कि पुलिस ने आरोपी को पकड़ने का कोई प्रयास नहीं किया, जबकि उन्हें अपनी तरफ से पहल करनी चाहिए थी।
यौन उत्पीड़न की बढ़ती घटनाएं
यह मामला केवल एक आरोपी का नहीं, बल्कि यह पूरे ग्रामीण इलाकों में बढ़ते यौन उत्पीड़न के मामलों की ओर इशारा करता है। गरीब परिवारों की नाबालिग लड़कियों को निशाना बना कर उन्हें ब्लैकमेल किया जाता है, और उनका यौन शोषण किया जाता है। करगनी गांव में पहले भी इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं, और यह दर्शाता है कि समाज में नाबालिग लड़कियों के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं।