Nikki Bhati Murder Case: ग्रेटर नोएडा के सिरसा गांव में 26 साल की निक्की भाटी की संदिग्ध हालात में मौत का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। 21 अगस्त को जलती हुई हालत में मिली निक्की की मौत के बाद जो कहानी सामने आई है, उसमें हर दिन कोई नया मोड़ आ रहा है। शुरुआती जांच में जहां मामला आत्महत्या का बताया गया, वहीं अब एक के बाद एक सामने आ रहे वीडियो और सोशल मीडिया पर वायरल क्लिप्स ने पुलिस की जांच को और भी जटिल बना दिया है।
क्या निक्की ने खुद आग लगाई या उसे जलाया गया? Nikki Bhati Murder Case
सबसे बड़ा सवाल अब यही है। निक्की की बहन कंचन के मोबाइल से रिकॉर्ड किए गए वीडियो, CCTV कैमरों के बंद होने की बात और पति विपिन के पुराने आपराधिक रिकॉर्ड, इन सबने मामले को एक उलझी हुई पहेली बना दिया है।
निक्की की मौत के मामले में पुलिस ने उसके पति विपिन, ससुर, सास और देवर रोहित को गिरफ्तार कर लिया है। आरोप है कि निक्की को दहेज और घरेलू हिंसा की वजह से परेशान किया जा रहा था। कंचन ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर केस दर्ज हुआ।
अप्रैल में हुआ था लिखित समझौता
जांच में सामने आया है कि निक्की की मौत सिर्फ पैसों और कार की डिमांड से जुड़ी नहीं थी, बल्कि इसके पीछे रील बनाने और ब्यूटी पार्लर चलाने का ऐंगल भी सामने आया है। दरअसल निक्की और उसकी बहन कंचन दोनों ही सोशल मीडिया पर रील्स बनाकर अपने पार्लर का प्रमोशन करती थीं, जो उनके पति विपिन और रोहित को बिल्कुल पसंद नहीं था।
निक्की भाटी का मामला कुछ और निकला. निक्की के परिवार वालों ने सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया.
मामला 36 लाख रुपए दहेज का नही, दरअसल रिलबाज़ी का है. दोनों बहनों को रील बनाने की लत थी.
निक्की के ससुरालवाने रील बनाने के लिए मना कर रहे थे. इस बारे में पंचायत भी हुई थी. निक्की से मारपीट… pic.twitter.com/lZjyCYqD2n
— Kranti Kumar (@KraantiKumar) August 29, 2025
एक पड़ोसी ने बताया, “रोहित और विपिन को यह बिल्कुल पसंद नहीं था। वे बार-बार इसका विरोध करते थे और इस कारण घर में तनाव का माहौल बना रहता था। दोनों बहनें सोशल मीडिया पर एक्टिव रहती थीं और यह बात उनके पतियों को खासा नागवार गुजरती थी।”
परिवार में बढ़ता तनाव
11 फरवरी को इसी विवाद के चलते घर में झगड़ा हुआ था और निक्की और कंचन मायके चली गईं। फिर अप्रैल में एक पंचायत बैठक हुई थी, जिसमें निक्की और उसकी बहन कंचन से लिखवाया गया था कि वे सोशल मीडिया पर रील बनाना बंद करेंगी। बदले में निक्की का पति विपिन और उसके घरवाले वादा करते हैं कि वह निक्की से मारपीट या गलत व्यवहार नहीं करेगा।
पुलिस के मुताबिक, यही समझौता इस बात का संकेत है कि घर में पहले से तनाव और कलह का माहौल था। एडीसीपी सुधीर कुमार ने कहा कि पुलिस सिर्फ उन्हीं साक्ष्यों पर ध्यान दे रही है जो सीधे इस केस से जुड़े हैं। सभी वीडियो को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है, ताकि उनकी असलियत पता चल सके।
जेठानी का आरोप और पुराना मामला
निक्की की जेठानी मीनाक्षी ने भी चौंकाने वाले आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि 2016 से ही उन्हें भी ससुराल में दहेज और मानसिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा। यहां तक कि उन्हें फोन रखने और किसी से संपर्क करने की भी इजाजत नहीं थी। मीनाक्षी ने 2020 में शिकायत की थी, लेकिन तब पंचायत के जरिये मामला रफा-दफा कर दिया गया।
साथ ही पुलिस ने खुलासा किया कि निक्की का पति विपिन भाटी पहले भी 2024 में एक महिला के साथ मारपीट के केस में गिरफ्तार हो चुका है। हालांकि, वह मामला जमानती था और कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की जा चुकी थी।
पांच वीडियो, कई सवाल
निक्की की मौत के 9 दिन बाद तक उससे जुड़े कुल 5 वीडियो सामने आ चुके हैं:
- 21 अगस्त का वीडियो: कंचन ने मोबाइल से निक्की को जलती हालत में रिकॉर्ड किया। ये वीडियो सबसे अहम माना जा रहा है।
- 24 अगस्त: एक पुराना वीडियो वायरल हुआ, जिसमें विपिन निक्की के बाल खींचता नजर आता है। दावा है कि यह 11 फरवरी का है।
- 25 अगस्त: एक और वीडियो सामने आया जिसमें निक्की जली हुई हालत में फर्श पर बैठी है और आसपास महिलाएं उससे बात कर रही हैं।
- 25 अगस्त को ही: एक और फुटेज में विपिन घर के बाहर दौड़ते नजर आता है। ये घटना के दिन का बताया जा रहा है।
- 26 अगस्त: निक्की का अंतिम संस्कार करते हुए एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें उसका बेटा और ससुर मुखाग्नि देते दिख रहे हैं।
फोरेंसिक से मिलेगी राह?
पुलिस ने इन सभी वीडियो को आगरा और चंडीगढ़ की फोरेंसिक लैब में भेजा है। यहां यह जांच की जाएगी कि वीडियो असली हैं या किसी तरह से एडिट किए गए हैं। इसके अलावा यह भी पता लगाया जा रहा है कि वीडियो कब शूट किए गए और इन्हें किस मोबाइल नंबर और लोकेशन से वायरल किया गया।
CCTV कैमरे क्यों थे बंद?
इस मामले का सबसे चौंकाने वाला पहलू यह है कि निक्की के घर में 8 CCTV कैमरे लगे थे, लेकिन घटना के वक्त सभी बंद थे। इससे पुलिस को शक और गहरा हो गया है, क्योंकि अगर कैमरे ऑन होते, तो घटना की असलियत कैमरे में कैद हो सकती थी।
पुलिस की जांच का फोकस
- सभी पांच वीडियो की फोरेंसिक जांच करवाई जा रही है।
- मोबाइल कॉल डिटेल्स रिकॉर्ड (CDR) खंगाले गए हैं।
- घटना के समय मौजूद सभी लोगों से पूछताछ जारी है।
- CCTV की तकनीकी जांच भी की जा रही है।
क्या निकलेगा सच?
फिलहाल पुलिस की जांच फोरेंसिक रिपोर्ट पर टिकी हुई है। अगर वीडियो असली पाए जाते हैं, तो कई सवालों के जवाब मिल सकते हैं। वहीं अगर किसी तरह से एडिटिंग या छेड़छाड़ पाई जाती है, तो जांच की दिशा बदल सकती है।