Odisha Murder Case: ओडिशा के गजपति जिले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसने इंसानियत को झकझोर कर रख दिया है। यहां एक 13 वर्षीय लड़की ने उन दो युवकों के साथ मिलकर अपनी ही दत्तक मां की हत्या कर दी, जिनसे उसके रिश्ते थे। यह वारदात 29 अप्रैल को परलाखेमुंडी शहर में अंजाम दी गई। हत्या की वजह मां द्वारा प्रेम संबंधों का विरोध करना और संपत्ति पर कब्ज़े की चाहत बताई गई है।
सड़क से उठाकर बनाया था अपना बच्चा– Odisha Murder Case
करीब 14 साल पहले राजलक्ष्मी कर और उनके पति को भुवनेश्वर की एक सड़क किनारे तीन दिन की नवजात बच्ची मिली थी। संतान ना होने के कारण उन्होंने उस बच्ची को गोद ले लिया और अपना बना लिया। एक साल बाद पति की मृत्यु हो गई, लेकिन राजलक्ष्मी ने अकेले ही उस बच्ची को पाल-पोसकर बड़ा किया। बाद में वह उसे पढ़ाई के लिए परलाखेमुंडी ले गईं और वहीं एक किराए के मकान में रहने लगीं।
यह ख़बर आपको हैरानी में डाल देगी,
ओड़िशा में एक महिला को एक तीन दिन की बच्ची सड़क पर पड़ी मिली, वह उसे वहाँ से उठाकर अपने घर लाई,
महिला ने अकेले ही उस लड़की को पाला, अभी लड़की 13 साल की हो गई थी, तो
लड़की के कुछ प्रेम संबंध हो गए, उस महिला ने उसे इन सबसे रोका तो
उस लड़की ने… pic.twitter.com/7R8Vqthilt
— Jaiky Yadav (@JaikyYadav16) May 17, 2025
रिश्ते पर ऐतराज बना जानलेवा कारण
समय के साथ लड़की की दोस्ती दो युवकों—गणेश रथ (21), जो मंदिर का पुजारी है, और दिनेश साहू (20)—से हो गई। दोनों उससे उम्र में काफी बड़े थे। जब राजलक्ष्मी को इन संबंधों का पता चला तो उन्होंने सख्ती से इसका विरोध किया। यह विरोध ही बेटी को इतना नागवार गुज़रा कि उसने अपनी मां को रास्ते से हटाने की योजना बना डाली। पुलिस के मुताबिक, गणेश ने लड़की को उकसाया कि मां की हत्या कर दी जाए ताकि कोई उनकी राह में बाधा न बने और साथ ही उनकी संपत्ति पर भी कब्जा हो सके।
सोशल मीडिया चैट ने खोला राज
हत्या के बाद राजलक्ष्मी को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। आरोपियों ने इसे दिल का दौरा बताया और अगले दिन भुवनेश्वर में अंतिम संस्कार कर दिया गया। लेकिन सच्चाई ज्यादा दिनों तक छिप नहीं पाई। करीब दो हफ्ते बाद राजलक्ष्मी के भाई सिबा प्रसाद मिश्रा को लड़की का मोबाइल मिला, जिसमें इंस्टाग्राम चैट्स के ज़रिए पूरे हत्याकांड की योजना का खुलासा हुआ। इसमें सोने के गहनों और नकदी को हथियाने की बातचीत भी सामने आई।
तीनों आरोपी गिरफ्तार, गहने और सबूत बरामद
राजलक्ष्मी के भाई ने 14 मई को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद लड़की और उसके दोनों सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में पता चला कि लड़की ने मां को नींद की गोलियां दीं और बेहोश होने पर दोनों लड़कों को बुलाकर तकिए से उसका दम घोंट दिया। पुलिस ने तीनों के पास से लगभग 30 ग्राम सोने के गहने, तीन मोबाइल फोन और दो तकिए बरामद किए हैं, जिनका इस्तेमाल अपराध में हुआ था।
यह मामला एक मां-बेटी के रिश्ते को कलंकित करने वाला है। एक महिला जिसने किसी अनजान बच्ची को गले लगाकर जीवन भर पाल-पोसकर बड़ा किया, उसी बच्ची ने प्यार और संपत्ति के लालच में उसे मौत की नींद सुला दिया। पुलिस मामले की जांच और कानूनी प्रक्रिया में जुटी है, लेकिन यह घटना समाज के सामने कई गंभीर सवाल खड़े कर रही है।