भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अपने सात दिवसीय यूरोप दौरे से भारत आ गई हैं। अपने इस दौरे पर उन्होंने कई यूरोपीय देशों के नेताओं से मिलकर आंतकवाद और द्विपक्षीय सहयोग जैसे मुद्दों पर चर्चा की थी। इस दौरान उन्होंने भारत और यूरोप के बीच मजबूत रिश्तों को लेकर भी जोर दिया था।
भारत आने से पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज बेल्जियम के उप प्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री डिडिएर रेंडर्स से भी मिली थी। इस दौरान उन्होंने दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों और बहुपक्षीय मुद्दों पर बात की थी। गौरतलब है कि बुधवार को चार देशों की अपनी यात्रा के अंतिम चरण में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज लक्जमबर्ग से बेल्जियम गई थी। इससे पहले वो फ्रांस और इटली के दौरे पर भी गई थी।
इस मुलाकात को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया था। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा था कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज एगमोंट पैलेस पहुंची, जहाँ पर बेल्जियम के उप प्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री डिडिएर रेंडर्स ने उनका स्वागत किया। इस दौरान दोनों देश अपने द्विपक्षीय संबंधों के 70 साल का जश्न मना रहें हैं।
इसके अलावा उन्होंने अपने अन्य ट्वीट में कहा था कि दोनों नेताओं ने मुलाकात में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों और क्षेत्रीय तथा बहुपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की गई।
इसके अलावा विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने यूरोपीय संघ (ईयू) की उच्च प्रतिनिधि फेडेरिका मोघरिनी से भी मिली थी। इस दौरान दोनों नेताओं आंतकवाद को रोकने,समुद्री सुरक्षा व्यापार व निवेश जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई। इस मुलाकात को लेकर विदेश मंत्रालय ने अपने जारी बयान में कहा था कि दोनों नेताओं ने विदेश नीति तथा सुरक्षा सहयोग पर बात की थी। इस बैठक में आतंकवाद रोधी, साइबर क्राइम, समुद्री सुरक्षा तथा हिंद महासागर की सुरक्षा जैसे मामले को लेकर बात की गई थी।