Dhanteras to Diwali Puja remedies: धनतेरस से लेकर दिवाली तक, हर जगह चहल-पहल रहती है। हर कोई धनतेरस और दिवाली के लिए तरह-तरह के अनुष्ठानों और पूजा-पाठ में लगा रहता है। लेकिन अगर आप भी इस उलझन में है कि इस धनतेरस से लेकर दिवाली तक मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए कई की खास उपाय को करें। तो चलिए आपको इस लेख में विस्तार से उन उपायो के बारे में बताते है जो धन और समृद्धि को आकर्षित करने के लिए बहुत शुभ माने जाते हैं।
धनतेरस के दिन के विशेष उपाय (Dhanteras Special Remedies)
माना जाता है कि धनतेरस पर सोना, चांदी, पीतल या अन्य धातु के बर्तन/वस्तुएँ खरीदना अत्यंत शुभ माना जाता है, क्योंकि इससे धन में 13 गुना वृद्धि होती है। वही ये भी कहा जाता है कि अगर साबुत धनिया खरीदना और दिवाली के दिन इसे मां लक्ष्मी को अर्पित करना आर्थिक स्थिति मजबूत करता है।
हल्दी की गांठ भी काफी शुभ
साबुत हल्दी की गांठ खरीदकर मां लक्ष्मी को अर्पित करें और बाकी गांठों को लाल या पीले कपड़े में बांधकर तिजोरी या धन स्थान पर रखें। इसके अलवा गोमती चक्र खरीदकर लक्ष्मी पूजन में अर्पित करें और बाद में तिजोरी में रखें।
दीपदान (यम दीपम): धनतेरस की शाम को घर के बाहर दक्षिण दिशा की ओर मुख करके आटे का चौमुखा दीपक जलाना (यम दीपम) यमराज को प्रसन्न करता है और आरोग्य व सुख-समृद्धि लाता है।
कुबेर और लक्ष्मी पूजन: सूर्यास्त के बाद 13 दीपक जलाएं और कुबेर देव तथा तिजोरी की पूजा करें।
धनतेरस से दिवाली तक के उपाय
धनतेरस (Dhanteras) से दिवाली (Diwali) तक प्रतिदिन देवी लक्ष्मी को लौंग का एक जोड़ा अर्पित करें यह काफी शुभ माना जाता है। वही धनतेरस से दिवाली तक, अपने घर के मुख्य द्वार पर गौमूत्र या गंगाजल छिड़कें और दोनों ओर स्वस्तिक बनाएँ। आप देवी लक्ष्मी को कमल का फूल अर्पित करें और कमल गट्टे की माला से “ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्म्यै नमः” मंत्र का जाप करें।
दिवाली की रात के विशेष उपाय
- पीपल के पेड़ का उपाय – दिवाली की रात को लोहे के बर्तन में पानी, घी, शक्कर और दूध मिलाकर पीपल के पेड़ में अर्पित करें। साथ ही पांच तरह की मिठाई अर्पित करके घी का दीपक जलाएं और 11 बार परिक्रमा करें।
- श्री यंत्र की स्थापना – दिवाली के दौरान श्री यंत्र की स्थापना और सही मंत्र उचारण के साथ पूजा करना धन वृद्धि में काफी सहायक होता है।
- इसके अलवा घर को पूरी तरह से साफ रखें और दीपक जलाकर रोशनी करें। चाहे तो मुख्य द्वार पर रंगोली बनाएं और मां लक्ष्मी के स्वागत के लिए छोटे पैर चिन्ह (पाँव) बनाएं। इसके अलवा मां लक्ष्मी को खील और बताशा का भोग लगाएं।