Forbidden Mantras at Night: हिंदू धर्म में मंत्रों का जाप एक अत्यंत महत्वपूर्ण और शक्तिशाली साधन माना जाता है, जो व्यक्ति की आध्यात्मिक और मानसिक शांति में योगदान करता है। मंत्रों की ध्वनि से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जो जीवन में समृद्धि, शांति और सकारात्मकता को लाती है। हालांकि, धार्मिक शास्त्रों और ज्योतिष के अनुसार, कुछ मंत्रों का जाप रात के समय में वर्जित होता है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि यह अनहोनी या नकारात्मक प्रभाव को आकर्षित कर सकता है। विशेष रूप से तांत्रिक और साबर मंत्रों के गलत समय पर जाप से बचने की सलाह दी जाती है। इस लेख में, हम उन पांच प्रमुख मंत्रों के बारे में जानेंगे जिनका जाप रात में नहीं करना चाहिए और इसके कारणों की चर्चा करेंगे।
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1. काली मंत्र: “ॐ क्रीं कालिकायै नमः” Forbidden Mantras at Night
मां काली को समर्पित यह मंत्र एक शक्तिशाली और तांत्रिक माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस मंत्र का जाप रात में करने से नकारात्मक ऊर्जा का संचार हो सकता है। काली माता की साधना विशेष नियमों और शुद्धता की मांग करती है। रात में इस मंत्र का जाप बिना उचित विधि और गुरु के मार्गदर्शन के करने से मानसिक अशांति, भय, और अन्य नकारात्मक प्रभाव उत्पन्न हो सकते हैं। इसलिए, काली मंत्र का जाप दिन में और विशेष रूप से शनिवार को करना बेहतर माना जाता है।
2. बगलामुखी मंत्र: “ॐ ह्लीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिह्वां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्लीं ॐ स्वाहा”
यह मंत्र विशेष रूप से शत्रु नाश और बाधा निवारण के लिए प्रभावी है। हालांकि, इसे रात में जाप करना नकारात्मक शक्तियों को आकर्षित कर सकता है, जो मानसिक तनाव या अप्रिय घटनाओं का कारण बन सकती हैं। इस मंत्र का जाप दिन के समय, विशेष रूप से मंगलवार और गुरुवार को, अधिक शुभ और फलदायक माना जाता है। रात में यह मंत्र असंतुलन और नकारात्मक ऊर्जा का कारण बन सकता है।
3. भूतनाथ मंत्र: “ॐ भूतनाथाय नमः”
यह मंत्र भगवान शिव के एक रूप को समर्पित है, जो भूत-प्रेत से संबंधित है। रात में इस मंत्र का जाप करने से अनजाने में नकारात्मक शक्तियां आकर्षित हो सकती हैं। ज्योतिषियों का मानना है कि यह मंत्र दिन में, विशेष रूप से शिव मंदिर में, जपने से शुभ फल प्राप्त होते हैं। रात में इस मंत्र का जाप अनहोनी को न्योता दे सकता है, इसलिए इसे दिन में करना हमेशा बेहतर होता है।
4. हनुमान तांत्रिक मंत्र: “ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट्”
हनुमान जी का यह तांत्रिक मंत्र अत्यधिक शक्तिशाली माना जाता है, और यह विशेष रूप से शत्रु नाश के लिए प्रयोग किया जाता है। हालांकि, रात में इसका जाप करने से ऊर्जा का असंतुलन हो सकता है, जिससे व्यक्ति को बेचैनी या भय का अनुभव हो सकता है। इस मंत्र का जाप मंगलवार को सुबह के समय करना चाहिए, जब सकारात्मक ऊर्जा अधिक होती है। रात में इसे जाप करने से नकारात्मक प्रभाव और मानसिक असंतुलन हो सकता है।
5. शाबर मंत्र: “ॐ नमो आदेश गुरु को, शाबर सिद्धि दे सट्ट”
शाबर मंत्र तांत्रिक साधनाओं से जुड़े होते हैं और इन्हें बिना गुरु की अनुमति के जापना वर्जित माना जाता है। रात में इन मंत्रों का जाप करने से अनचाही शक्तियां सक्रिय हो सकती हैं, जो मानसिक और शारीरिक हानि का कारण बन सकती हैं। शाबर मंत्रों का जाप हमेशा दिन में और गुरु के मार्गदर्शन में करना सुरक्षित होता है, क्योंकि रात के समय नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव अधिक होता है।
क्यों है रात में मंत्र जाप वर्जित?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, रात का समय नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव अधिक होता है। तांत्रिक और साबर मंत्रों में विशेष ऊर्जा होती है, और इन्हें गलत समय पर जाप करने से नकारात्मक प्रभाव उत्पन्न हो सकता है। रात में मानव मन शांत और संवेदनशील होता है, जिससे अनुचित मंत्र जाप से मानसिक अशांति बढ़ सकती है। इसके अतिरिक्त, रात के समय नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव अधिक होता है, और इसलिए धार्मिक शास्त्रों में रात के समय इन मंत्रों के जाप से बचने की सलाह दी गई है।
मंत्र जाप का सही समय और विधि
मंत्र जाप एक पवित्र और शक्तिशाली प्रक्रिया है, लेकिन इसका समय और विधि भी अत्यधिक महत्वपूर्ण होते हैं। विशेष रूप से तांत्रिक और साबर मंत्रों का जाप उचित समय और गुरु के मार्गदर्शन में करना चाहिए। सात्विक मंत्र जैसे गायत्री मंत्र या ॐ नमः शिवाय का जाप किसी भी समय किया जा सकता है, लेकिन तांत्रिक मंत्रों का जाप सटीक समय और परिस्थितियों के साथ ही करना चाहिए। इन मंत्रों का सही तरीके से जाप करने से मानसिक शांति, ऊर्जा का संतुलन और जीवन में समृद्धि आती है।
डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी धार्मिक और ज्योतिषीय शास्त्रों पर आधारित है। किसी भी मंत्र का जाप करने से पहले अपने गुरु या विशेषज्ञ की सलाह लें।