2025: गणेश चतुर्थी का त्यौहार पूरे भारत में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दौरान देशभर में भगवान गणेश के भव्य पंडाल सजाए जाते हैं, जो अपनी कला, सजावट और धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध हैं। ये पंडाल न केवल आस्था का केंद्र हैं, बल्कि भारतीय संस्कृति और कला का अद्भुत प्रदर्शन भी करते हैं। तो चलिए आपको इस लेख में भारत के कुछ सबसे प्रसिद्ध गणपति पंडालों के बारे में, जिन्हें देखने के लिए हर साल लाखो लोगो की भीड़
भारत के सबसे प्रTop 5 Ganesh Pandalसिद्ध गणपति पंडाल
लालबागचा राजा, मुंबई
मुंबई स्थित लालबागचा राजा पंडाल (Lalbaugcha Raja Pandal) भारत में सबसे प्रसिद्ध है। इसकी शुरुआत 1934 में हुई थी और हर साल लाखों श्रद्धालु यहाँ दर्शन के लिए आते हैं। यहाँ की गणेश प्रतिमा को ‘नवसाचा गणपति’ भी कहा जाता है, जिसका अर्थ है मनोकामना पूर्ण करने वाला। इस पंडाल के दर्शन के लिए भक्तों की लंबी कतारें लगती हैं और यहाँ का वातावरण अत्यंत भक्तिमय होता है।
सिद्धिविनायक मंदिर, मुंबई – Siddhivinayak Temple Mumbai
हालाँकि यह एक स्थायी मंदिर है, लेकिन गणेश चतुर्थी के दौरान इसकी सजावट और भव्यता देखने लायक होती है। मुंबई के प्रभादेवी में स्थित यह मंदिर भारत के सबसे धनी मंदिरों में से एक है। यहाँ गणेश चतुर्थी का उत्सव बहुत भव्य होता है और कई बॉलीवुड सितारे और मशहूर हस्तियाँ भी यहाँ दर्शन के लिए आते हैं।
दगडूशेठ हलवाई गणपति, पुणे
पुणे स्थित दगडूशेठ हलवाई गणपति पंडाल (Dagdusheth Halwai Ganpati pandal) अपनी भव्यता और सुंदर गणेश प्रतिमा के लिए जाना जाता है। इस पंडाल की स्थापना 1893 में श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई ने की थी। यह पंडाल भी हर साल भक्तों के लिए एक बड़ा आकर्षण का केंद्र होता है और इसकी सजावट बेहद शानदार होती है।
केसरीवाड़ा गणपति, पुणे
इस पंडाल की शुरुआत स्वतंत्रता सेनानी लोकमान्य तिलक ने 1894 में की थी। तिलक ने गणेशोत्सव को एक सार्वजनिक उत्सव बनाया ताकि लोग एकजुट होकर स्वतंत्रता आंदोलन में भाग ले सकें। केसरीवाड़ा गणपति पंडाल (Kesariwada Ganpati Pandal) ऐतिहासिक महत्व है और यह आज भी पुणे के प्रमुख पंडालों में से एक है।
खेड़ गली गणपति, मुंबई
खेड़ गली गणपति, जिसे परेल के राजा के रूप में भी जाना जाता है, अपनी विशाल और आकर्षक मूर्ति के लिए प्रसिद्ध है। यह पंडाल मुंबई के परेल इलाके में स्थित है। गणेश की मूर्ति को ‘अष्टविनायक’ रूप में सजाया गया है और यह पंडाल मुंबई के सबसे लोकप्रिय पंडालों में से एक है।
ये पंडाल न केवल अपनी भव्यता और मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध हैं, बल्कि इनका अपना सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व भी है। जिसे देखने को हर साल यहाँ करोड़ो भक्तो का सैलाब उमड़ता है।