Chandra Grahan 2025: इस साल का आखिरी चंद्र ग्रहण कल यानी रविवार को लगने जा रहा है। इसे लेकर लोगों की कई मान्यताएँ हैं। चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटना है, लेकिन धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से इसका विशेष महत्व है। यह एक ऐसी घटना है जो हमेशा से लोगों की जिज्ञासा का केंद्र रही है। वैज्ञानिक इसे जहाँ एक ओर केवल एक खगोलीय घटना मानते हैं, वहीं ज्योतिष में इसके शुभ और अशुभ दोनों प्रभाव देखे जाते हैं। तो चलिए आपको इस लेख में पूरे विस्तार के साथ चन्द्र ग्रहण का समय और अशुभ और शुभ प्रभाव के बारे में बताते हैं।
चंद्र ग्रहण 2025: समय और तिथि
साल का आखिरी चंद्र ग्रहण 7 सितंबर, 2025 को लगने वाला है। यह पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा, जिसे भारत में देखा जा सकेगा। वही चंद्र ग्रहण रात्रि 9:57 बजे शुरू होगा। आपको बता दें, चंद्र ग्रहण प्रारंभ होने से 9 घंटे पूर्व, अर्थात दोपहर 1:57 बजे लग जायेगा।
- पूर्ण चंद्र ग्रहण प्रारंभ – रात्रि 11:01 बजे
- पूर्ण चंद्र ग्रहण समाप्ति – रात्रि 12:23 बजे
- ग्रहण समाप्ति – रात्रि 1:26 बजे
- कुल अवधि: लगभग 3 घंटे 30 मिनट
चंद्र ग्रहण के दौरान क्या करें और क्या न करें
क्या करें – ग्रहण के दौरान मंत्र जाप, स्तोत्र पाठ और ध्यान करना अत्यंत शुभ माना जाता है। इससे ग्रहण के नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं। इस दौरान अपने इष्ट देव का स्मरण करें। साथ ही सूतक काल शुरू होने से पहले खाने की वस्तुओं में तुलसी के पत्ते या दूर्वा घास डालें। ऐसा माना जाता है कि इससे भोजन दूषित नहीं होता।
आपको बता दें, ग्रहण समाप्ति के बाद स्नान करें और गरीबों, ज़रूरतमंदों या ब्राह्मणों को दान दें। गायों को घास और पक्षियों को भोजन देना भी शुभ माना जाता है। इसके अलवा ग्रहण समाप्ति के बाद घर और मंदिर की सफाई करें।
क्या न करें – ग्रहण काल में भोजन पकाने और खाने से बचें। हालाँकि, बच्चों, बुजुर्गों और रोगियों को इस नियम का पालन करने से छूट मिल सकती है। सूतक काल शुरू होते ही मंदिरों के कपाट बंद हो जाते हैं, इसलिए भगवान की मूर्तियों को स्पर्श न करें। सूतक काल में कोई भी शुभ कार्य या नया काम शुरू न करें। ध्यान दे, ग्रहण के दौरान कैंची, चाकू, सुई जैसी नुकीली और नुकीली वस्तुओं का प्रयोग करने से बचें। कहते है कि इस दौरान बाल या नाखून नहीं काटने चाहिए।
गर्भवती महिलाएं ग्रहण न देखे
कई मान्यतो के अनुसार माना जाता है कि गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए और ग्रहण को देखने से बचना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इसका गर्भ में पल रहे शिशु पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। इसके अलवा कई राशियों में चन्द्र ग्रहण के शुभ-अशुभ प्रभाव भी देखने को मिलेंगे।
- यह चंद्र ग्रहण कुंभ राशि और पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में लगेगा, जिसके कारण सभी 12 राशियों पर इसका अलग-अलग प्रभाव पड़ेगा।
- मेष: आर्थिक लाभ और करियर में उन्नति के योग हैं।
- वृश्चिक: रुके हुए काम पूरे होंगे और व्यापार में लाभ होगा।
- कन्या: स्वास्थ्य में सुधार होगा और आर्थिक लाभ के अवसर प्राप्त होंगे।
- सिंह: साझेदारी और रिश्तों में तनाव बढ़ सकता है।
- धनु: संवाद के माध्यम से सफलता मिलेगी और भाई-बहनों का सहयोग मिलेगा।
- मकर: धन और परिवार से जुड़े मामलों में सावधानी बरतें।
- अन्य राशियों पर भी शुभ-अशुभ प्रभाव पड़ सकते हैं, जिसके लिए ज्योतिषियों से परामर्श करना उचित रहेगा।