REM and Dream Connection: नींद हमारे शरीर और मस्तिष्क के लिए अत्यधिक आवश्यक है, क्योंकि यह न केवल शरीर को आराम प्रदान करती है, बल्कि मस्तिष्क को भी पुनः सक्रिय करती है। नींद के दौरान हम दो प्रमुख अवस्थाओं से गुजरते हैं: REM (Rapid Eye Movement) नींद और गैर-REM (Non-Rapid Eye Movement) नींद। इन दोनों अवस्थाओं का हमारे शरीर पर गहरा प्रभाव पड़ता है, खासकर REM नींद का सपना देखने से सीधा संबंध होता है। इस लेख में हम जानेंगे कि REM नींद क्या है और यह सपनों के निर्माण में कैसे मदद करती है।
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REM नींद की विशेषताएँ– REM and Dream Connection
REM नींद वह अवस्था है जब हमारी आँखों में तेज़ गति से हरकत होती है और हमारा मस्तिष्क सक्रिय रहता है। इस समय हमारी मांसपेशियाँ अस्थायी रूप से लकवाग्रस्त हो जाती हैं, ताकि हम अपने सपनों के दौरान शारीरिक रूप से प्रतिक्रिया न कर सकें। यह अवस्था 90 मिनट के बाद शुरू होती है और नींद के लगभग 20-25 प्रतिशत समय तक रहती है। इसमें मस्तिष्क की गतिविधि जागृत अवस्था के समान होती है, इसीलिए इसे पैरेडॉक्सिकल स्लीप भी कहा जाता है।
REM नींद के दौरान हमारी मांसपेशियाँ निर्विवाद रूप से शांत रहती हैं, जबकि मस्तिष्क तीव्र रूप से कार्य कर रहा होता है। यह अवस्था मस्तिष्क के विकास, याददाश्त को मजबूत करने, और मानसिक शांति के लिए आवश्यक मानी जाती है। जब हम जागते हैं, तो अक्सर हम इन सपनों को याद नहीं रख पाते, लेकिन REM नींद में सपनों की प्रक्रिया अत्यधिक सक्रिय होती है।
सपनों का निर्माण और REM नींद
सपने REM नींद के दौरान उत्पन्न होते हैं, और यह अवस्था मस्तिष्क की उच्चतम सक्रियता की स्थिति होती है। जब व्यक्ति REM नींद में होता है, तो मस्तिष्क ऐसी मानसिक गतिविधियाँ करता है, जो सपनों का निर्माण करती हैं। ये सपने कभी हल्के होते हैं, कभी जटिल और कभी तो भावनात्मक रूप से भी बेहद तीव्र होते हैं। इन सपनों में रचनात्मकता और भावनाओं का मिश्रण होता है, जो व्यक्तित्व और मानसिक स्थिति का प्रदर्शन करते हैं।
जब व्यक्ति को REM नींद के दौरान जगाया जाता है, तो वह अपनी नींद के बारे में अधिक स्पष्ट और विस्तृत जानकारी प्रदान करता है। यह बताता है कि REM नींद में मस्तिष्क की गतिविधि जागृत अवस्था के समान होती है, जिससे सपने तीव्र होते हैं। अध्ययन बताते हैं कि जब हमें REM नींद से वंचित किया जाता है, तो हम मानसिक थकान और याददाश्त की समस्या का अनुभव कर सकते हैं।
REM नींद और मस्तिष्क की कार्यप्रणाली
REM नींद का मस्तिष्क के कार्यों से गहरा संबंध है। इस दौरान मस्तिष्क नए विचारों और कनेक्शनों को जोड़ता है, जो रचनात्मकता को बढ़ावा देते हैं। इसके साथ ही, यह अवस्था याददाश्त को मजबूत करने में मदद करती है, क्योंकि मस्तिष्क इस समय दूसरी दिन की घटनाओं को प्रोसेस करता है। यह अवस्था भावनात्मक संतुलन और मानसिक शांति के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है, क्योंकि यह मस्तिष्क को आराम देने और मानसिक तनाव को कम करने में मदद करती है।
अनेक अध्ययन बताते हैं कि REM नींद के दौरान मस्तिष्क का विश्लेषणात्मक और रचनात्मक कौशल बेहतर होता है। इसके अलावा, यह शारीरिक रूप से भी पुनः सक्रिय होता है, जिससे हम अगले दिन के लिए तैयार रहते हैं। यह स्थिति मस्तिष्क को सही रूप से काम करने और मानसिक उत्तेजना से निपटने के लिए सक्षम बनाती है।
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