पिछले कुछ वक्त से किडनी की बीमारी से जूझ रहे वित्त मंत्री अरुण जेटली का शनिवार को दिल्ली की एम्स अस्पताल में किडनी ट्रांसप्लांट किया जाएगा। गुरुवार को अरुण जेटली ने खुद ट्वीट किडनी की समस्या से पीड़ित होने की जानकारी दी।
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उन्होंने ट्वीट कर कहा कि किडनी से संबंधित समस्याओं की वजह से मेरा इलाज चल रहा है। बता दें कि जेटली की किडनी संबंधित इस बीमारी को लेकर शुक्रवार को प्रक्रिया पूरी कर ली गई। हालांकि इस बीमारी के बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी गई है।
गौरतलब है कि जेटली का ऑपरेशन अपोलो हॉस्पिटल के गुर्दा रोग विशेषज्ञ डॉक्टर संदीप गुलेरिया के द्वारा किया जाएगा। डॉ संदीप एम्स के निदेशक और जेटली के पारिवारिक मित्र रणदीप गुलेरिया के भाई भी है।
दरअसल, किडनी की बीमारी की वजह से अरुण जेटली सोमवार से ही अपने कार्यालय नहीं जा रहे थे। इससे पहले जेटली ने अपने ह्दय का भी ऑपरेशन कराया था।
बता दें कि अगले हफ्ते ही वित्त मंत्री अरुण जेटली को लंदन में 10 वें भारत-ब्रिटेन आर्थिक एंव वित्तीय वार्ता का कार्यक्रम के सिलसिले में लंदन जाना था। लेकिन बीमारी की वजह से उनका ये दौरा रद्द कर दिया गया। जेटली ने कहा था कि मैं अभी अपने घर से ही काम कर रहा हूं। मेरे आगे का इलाज मेरे डॉक्टर पर निर्भर करेगा। इससे पहले जेटली का सितंबर 2014 में बैरिएट्रिक ऑपरेशन हुआ था। काफी वक्त तक डायबिटीज की शिकायत होने के कारण उन्हें ये ऑपरेशन कराना पड़ा था।
बता दें कि इससे पहले दिसंबर 2016 में सुषमा स्वराज का भी दिल्ली एम्स हॉस्पिटल में किडनी ट्रांसप्लांट सफलतापूर्वक हुआ था। सुषमा स्वराज को 40 वर्षीय महिला ने अपना किडनी दान दिया था। स्वराज के सर्जरी में 6 घंटे का वक्त लगा था। इस सर्जरी को 50 डॉक्टरों की टीम ने किया था।
इस टीम में एमसी मिश्रा, सर्जन वीके बंसल और वी सीनू, नेफ्रोलॉजिस्ट संदीप महाजन और कार्डियो थोरासिस एवं वास्कुलर सर्जरी के प्रमुख डॉ. बलराम ऐरन एवं अन्य शामिल थे।