बीजेपी दलित मुद्दे पर लगातार घिरती दिखाई दे रही है। एससी,एसटी एक्ट में सुप्रीम कोर्ट द्वारा बदलाव किए जाने के बाद कोर्ट के इस फैसले ने हिंसा का रूप ले लिया है। एससी,एसटी एक्ट में बदलाब के बाद इस फैसले पर सरकार की पुर्विचार याचिका का विरोध करते हुए उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में 7 अप्रैल को भारतीय हिन्दू महासभा के सदस्यों ने मिलकर पीएम मोदी के लिए अपने खून से पत्र लिखा है। संगठन के कार्यकर्ताओं ने सरकार से इस मामले पर दी गई पुनर्विचार याचिका को वापस लेने की मांग की है। खबरों के अनुसार हिन्दू महासभा के लोगों ने कहा है कि अगर उनकी मांग को नहीं माना गया तो वह अपना सिर मुंडवाकर दिल्ली के रामलीला मैदान में विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर देंगे।
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इससे पहले 2 अप्रैल को कथित तौर पर हुए हिंसा के मामले में यूपी में दलितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। जिसे लेकर बीजेपी दलित सांसद अशोक दोहरे ने अपनी नराजगी जताई है। इस मामले में अशोक दोहरे ने पीएम मोदी को पत्र भी लिखा था। बता दें कि बीजेपी के तीसरे दलित नेता है जो बीजेपी के खिलाफ खुले तौर पर नाराजगी जताई है।
प्रधानमंत्री को लिखे गए पत्र में आशोक दोहरे ने शिकायत करते हुए कहा कि यूपी में दलित पर अत्याचार हो रहा है। 2 अप्रैल को हुए हिंसा के बाद प्रदेश सरकार निर्दोष दलितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है और उन्हें झुठे केस में भी फंसाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दलितों को उसके घर से जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल कर निकाला जा रहा है और उन्हें मारा भी जा रहा है।
बता दें कि 2 अप्रैल को देश भर में एसीएसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुआ था। इस प्रदर्शन में 12 लोग की मौत हो गई थी। और कई लोग घालय हुए थे। इस हिंसा में सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य यूपी और मध्यप्रदेश थे। इसके बाद पीएम मोदी ने देशभर में SC/ST एक्ट पर हुए हिंसा के बाद अपनी चुप्पी तोड़ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधा। पीएम मोदी ने दलित हिंसा पर कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर के नाम पर कांग्रेस हमेशा से राजनीति करती आई है। लेकिन उनके कामों को हमेशा से नजरअंदाज करती रही है।