पाकिस्तान ईद के मौके पर देश की आर्थिक राजधानी कराची में हजारों भिखारियों ने डेरा डाल दिया है। पाकिस्तान के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि रमजान के महीने में पूरे पाकिस्तान से करीब 4 लाख भिखारी कराची पहुंचे हैं। इन दिनों कराची के हर चौराहे पर आपको भिखारी ही भिखारी नजर आएंगे। दरअसल, पाकिस्तानी राजनीति भले ही इस्लामाबाद और रावलपिंडी से चलती हो लेकिन आर्थिक राजधानी कराची है। ऐसे में देशभर से भिखारी कराची पहुंच गए हैं।
द न्यूज इंटरनेशनल अखबार ने कराची के अतिरिक्त महानिरीक्षक (एआईजी) इमरान याकूब मिन्हास के हवाले से कहा कि ईद के मौके का फायदा उठाने के लिए रमजान के महीने में लगभग 3 से 4 लाख पेशेवर भिखारी कराची जैसे महानगरीय शहरों में आए हैं। मिन्हास ने कहा कि भिखारी और अपराधी बंदरगाह शहर कराची को एक प्रमुख बाजार के रूप में देखते हैं। ये भिखारी और अपराधी सिंध, बलूचिस्तान और देश के अन्य हिस्सों से कराची आते हैं।
एडिशनल आईजी ने आगे कहा कि पुराने तरीकों से अपराधियों को पकड़ना मुश्किल है, इसलिए उन्होंने सरकार से हर चौराहे पर सीसीटीवी कैमरे लगाने का अनुरोध किया है।
वित्त मंत्री पाकिस्तान की गरीबी दूर करने में लगे हैं
वहीं, पाकिस्तान की गरीबी को दूर करने के लिए पिछले महीने मोहम्मद औरंगजेब को पाकिस्तान का वित्त मंत्री बनाया गया था। औरंगजेब ने सिंगापुर में अपनी मोटी तनख्वाह वाली नौकरी छोड़े बिना सैलरी पाकिस्तान में गरीबी दूर करने की ज़िम्मेदारी उठाई है। वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान में अपराधियों और भिखारियों की संख्या बढ़ती जा रही है, ऐसे में पाकिस्तान की पुलिस चिंतित नजर आ रही है।
सऊदी मस्जिद से पकड़े गए पाकिस्तानी जेबकतरे
कुछ महीने पहले, हाजियों के वेश में दर्जनों कथित पाकिस्तानी भिखारियों को सऊदी अरब जाने वाले विमानों से उतार दिया गया था और भीख मांगने के लिए खाड़ी राज्य की यात्रा करने की कोशिश करने पर गिरफ्तार कर लिया गया था।
पाकिस्तानी भिखारी ज़ियारत की आड़ में मध्य पूर्व की यात्रा करते हैं। प्रवासी पाकिस्तानियों के सचिव जीशान खानजादा ने पिछले साल कहा था कि ज्यादातर लोग उमरा वीजा पर सऊदी अरब जाते हैं और फिर भीख मांगना शुरू कर देते हैं। मक्का की ग्रैंड मस्जिद में पकड़े गए अधिकांश जेबकतरे पाकिस्तानी निवासी हैं। अकेले रमज़ान के दौरान कराची में अपराध की घटनाओं में कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई, और जनवरी 2024 से डकैतियों का विरोध करने पर 55 से अधिक लोग मारे गए हैं।
जियो न्यूज के मुताबिक, रमजान के महीने में कराची में 6,780 आपराधिक घटनाएं हुईं, जिनमें 20 गाड़ियां छीन ली गईं और 130 से ज्यादा चोरी हो गईं। आयोग ने यह भी खुलासा किया कि चालू माह की पहली तिमाही में भी यही पैटर्न देखा गया था।
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