All Eyes on Madleen: गाजा में बढ़ती मानवीय संकट के बीच, एक पानी का जहाज ‘The Madleen’ तेजी से गाजा की ओर बढ़ रहा है। इस जहाज का उद्देश्य गाजा में फंसे लोगों तक जरूरी सामग्री पहुंचाना है, जिसमें आटा, पानी, दूध, दवाइयां, बच्चों के डायपर और सैनिटरी पैड शामिल हैं। इसके अलावा, इसका एक और महत्वपूर्ण उद्देश्य इजरायल की नाकेबंदी को तोड़ना भी है, जो पिछले कई वर्षों से गाजा में लागू है।
‘The Madleen’ जहाज का नाम गाजा की पहली और इकलौती महिला मछुआरे के नाम पर रखा गया है, जिनका नाम मदलीन था। इस जहाज का संचालन मानवाधिकार संगठन ‘Freedom Flotilla Coalition (FFC)’ द्वारा किया जा रहा है, और यह 1 जून को इटली के सिसली के बंदरगाह से रवाना हुआ था। जहाज का अनुमानित गंतव्य गाजा है, जहां वह सात जून तक पहुंच सकता है, बशर्ते कि इजरायल की नौसेना कोई हस्तक्षेप न करे।
ग्रेटा थनबर्ग और अन्य कार्यकर्ताओं की मौजूदगी- All Eyes on Madleen
‘The Madleen’ जहाज पर स्वीडन की जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग सहित 11 अन्य मानवाधिकार कार्यकर्ता सवार हैं। इनमें फ्रांस की सांसद रीमा हसन, जर्मनी की यासमीन जार, फ्रांस के बैप्टिस्टे आंद्रे, ब्राजील के थियागो अविला, फ्रांस के उमर फईद, तुर्किए के सूयाब ओर्दू, स्पेन के सर्गियो टॉर्बियो, नीदरलैंड्स के मार्को वैन रेन्स और फ्रांस की रेवा वियार्ड शामिल हैं। इन कार्यकर्ताओं का उद्देश्य गाजा की नाकेबंदी के खिलाफ आवाज उठाना और वहां फंसे लोगों को आवश्यक सहायता प्रदान करना है।
Meet the 12 volunteers from around the world who are sailing on #Madleen in the #FreedomFlotillaCoalition‘s steadfast mission to break Israel’s illegal siege of Gaza and establish a people’s sea corridor #AllEyesOnDeck #BreakTheSiege #endoccupation #Gaza pic.twitter.com/cimfieivTy
— Freedom Flotilla Coalition (@GazaFFlotilla) June 2, 2025
इजरायल का विरोध और धमकी
इजरायल इस जहाज के गाजा पहुंचने के प्रयास को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त कर रहा है। इजरायली सेना के प्रवक्ता एफी डेफ्रिन ने कहा कि वे इस जहाज पर लगातार नजर रखे हुए हैं और अगर स्थिति के अनुसार आवश्यकता पड़ी, तो कार्रवाई की जाएगी। इसका मतलब यह है कि इजरायल इस जहाज को गाजा तट तक पहुंचने से रोकने के लिए पूरी तरह से तैयार है। यह पहली बार नहीं है, जब ‘Freedom Flotilla Coalition’ ने इस तरह के प्रयास किए हैं। इससे पहले, मई में इसी संगठन द्वारा भेजे गए ‘Conscience’ जहाज को इजरायल के ड्रोन अटैक में नष्ट कर दिया गया था।
ग्रेटा थनबर्ग का समर्थन और विवाद
ग्रेटा थनबर्ग ने इस मिशन पर कहा कि “हमें गलत के खिलाफ खड़ा होना चाहिए। अगर हम कोशिश करना छोड़ देंगे, तो हम अपनी मानवता को खो देंगे।” हालांकि, ग्रेटा की इस यात्रा पर काफी विवाद उत्पन्न हो गया है। सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें वे फिलिस्तीन का झंडा पकड़े हुए और गाजा के समर्थन में नारे लगाते हुए दिखाई दे रही हैं। इस पर उन्हें जमकर आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।
गाजा में 2007 से इजरायल की नौसेना की नाकेबंदी लागू है, जो गाजा की ओर जाने वाले सामान और लोगों की आवाजाही पर कड़ी पाबंदियां लगाती है। ‘Freedom Flotilla Coalition’ इस नाकेबंदी को तोड़ने का प्रयास कर रहा है, जो इजरायल के लिए बेहद संवेदनशील मामला है। इजरायल इसे अवैध और उकसाने वाला मानता है, जबकि मानवाधिकार कार्यकर्ता इसे गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाने का एक महत्वपूर्ण कदम मानते हैं।