America Strikes In Iran: इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते संघर्ष में अब अमेरिका ने भी कदम रखा है और अपनी वायु सेना के जरिए ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस हमले की पुष्टि करते हुए बताया कि अमेरिकी वायु सेना ने फोर्डो, नतांज और इस्फहान न्यूक्लियर साइट्स पर बमबारी की है। यह हमला ईरान के परमाणु कार्यक्रम को खत्म करने के उद्देश्य से किया गया था और अमेरिका ने इसे एक बड़ी सैन्य उपलब्धि करार दिया है।
हमले की जानकारी और ट्रंप का बयान- America Strikes In Iran
राष्ट्रपति ट्रंप ने इस हमले के बाद बयान दिया और कहा कि यह एक महत्वपूर्ण और सफल हवाई हमला था। उन्होंने बताया कि हमलावर विमानों ने पूरी रणनीति और तैयारी के साथ बम गिराए, जिनमें से मुख्य निशाना फोर्डो न्यूक्लियर साइट था। ट्रंप ने यह भी कहा कि सभी लड़ाकू विमान अब सुरक्षित रूप से ईरानी हवाई क्षेत्र से बाहर निकल चुके हैं और अपने बेस की ओर लौट चुके हैं। उनके अनुसार, यह अमेरिका की सैन्य शक्ति का एक स्पष्ट उदाहरण है और दुनिया की किसी भी सेना में ऐसी क्षमता नहीं है। ट्रंप ने शांति की अपील करते हुए यह भी कहा कि अमेरिका का उद्देश्य परमाणु खतरे को खत्म करना है।
B2 बॉम्बर्स से एयर स्ट्राइक
अमेरिकी वायु सेना ने B2 बॉम्बर्स का इस्तेमाल कर तीन प्रमुख न्यूक्लियर साइट्स – फोर्डो, नतांज और इस्फहान – पर बम गिराए। यह हमला अत्याधुनिक तकनीक से लैस इन बॉम्बर्स से किया गया था, जो अपने लक्ष्य को सटीकता से निशाना बनाने में सक्षम हैं। इस एयर स्ट्राइक के बाद अमेरिका ने मिडल ईस्ट में स्थित अपने सभी एयरबेस पर हाई अलर्ट जारी कर दिया है। यह कदम अमेरिका की सुरक्षा तैयारियों को और भी मजबूत करता है, जिससे किसी भी संभावित प्रतिक्रिया से निपटा जा सके।
गुआम के लिए रवाना किए गए B2 बॉम्बर्स
इससे पहले, अमेरिकी वायु सेना ने गुआम एयरबेस की दिशा में अपने B2 बॉम्बर्स को रवाना किया था, जो प्रशांत महासागर में स्थित है। यह कदम अमेरिकी सेना की रणनीतिक योजना का हिस्सा था, और माना जा रहा था कि इन विमानों की मूवमेंट्स कुछ बड़े कदम उठाने की तैयारी के तहत की गई थी। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि इस बमबारी में इजरायली सेना का कोई हाथ था या नहीं। फिलहाल, यह माना जा रहा है कि उन्हीं विमानों ने ईरान पर हमले किए हैं।
अमेरिका का संबोधन और हाई अलर्ट
इस एयर स्ट्राइक के बाद, अमेरिका ने अपने तमाम एयरबेस पर हाई अलर्ट जारी किया है। ट्रंप ने लोकल टाइम के अनुसार रात 10 बजे देश को संबोधित करने का समय तय किया है, जो भारतीय समयानुसार सुबह 7.30 बजे होगा।
क्या इजरायली सेना शामिल थी?
इस हमले में इजरायली सेना की भूमिका को लेकर अब तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। हालांकि, अमेरिका और इजरायल के बीच घनिष्ठ संबंधों को देखते हुए यह संभावना जताई जा रही है कि इस हमले को लेकर इजरायली अधिकारियों ने अपनी सहमति दी होगी।