Trump vs Musk: अमेरिका में दो कद्दावर शख्सियतों, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और अरबपति कारोबारी एलॉन मस्क के बीच के विवाद ने एक नया मोड़ लिया है, जो अब एक प्रमुख पावर कपल, स्टीफन और केटी मिलर के बीच फंसा हुआ दिखाई दे रहा है। इस घटनाक्रम ने इसे और भी दिलचस्प बना दिया है, क्योंकि दोनों मिलर के बीच अब ट्रंप और मस्क के बीच चुनने का दबाव बढ़ गया है।
और पढ़ें: Russia Oreshnik Missile: क्या ओरेश्निक मिसाइल ब्रह्मोस की नकल है? जानें इसकी खासियत और अंतर
स्टीफन और केटी मिलर की भूमिका- Trump vs Musk
स्टीफन मिलर, जो ट्रंप प्रशासन में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और नीतिगत मामलों के डिप्टी डायरेक्टर के रूप में काम कर चुके हैं, ने हमेशा ट्रंप का समर्थन किया है। वह अवैध प्रवासियों के खिलाफ उनकी सख्त नीतियों के बड़े समर्थक रहे हैं और 2009 से ही इस मुद्दे पर सक्रिय रहे हैं। 2016 में जब ट्रंप राष्ट्रपति बने, तो स्टीफन का ट्रंप से रिश्ता और भी मजबूत हो गया था। ट्रंप के भाषणों में जो कट्टर रुख अवैध प्रवासियों और मुस्लिमों के खिलाफ देखा जाता है, उसमें स्टीफन की बड़ी भूमिका रही है।
वहीं, स्टीफन की पत्नी केटी मिलर ने ट्रंप से अपनी वफादारी को स्पष्ट करते हुए मस्क से नाता तोड़ लिया। केटी, जो मस्क के डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशियंसी (DOGE) में सलाहकार के तौर पर काम कर रही थीं, ने व्हाइट हाउस छोड़ दिया और मस्क की कंपनियों, टेस्ला और स्पेसएक्स में अहम भूमिका निभाई। केटी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर मस्क और उनकी कंपनियों की लगातार तारीफ की है और उन्हें प्रमोट किया है।
— Katie Miller (@KatieMiller) May 29, 2025
ट्रंप और मस्क के बीच तनाव
इस विवाद के बीच मस्क और ट्रंप के बीच की खाई और गहरी होती जा रही है। ट्रंप प्रशासन के एक प्रस्ताव में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) की खरीद पर मिलने वाली टैक्स छूट को खत्म करने का प्रस्ताव है, जो सीधे तौर पर मस्क की कंपनी टेस्ला को नुकसान पहुंचा सकता है। ट्रंप का यह कदम टेस्ला के लिए एक बड़ा झटका हो सकता है, क्योंकि बाइडेन प्रशासन ने EV खरीदने पर 7,500 डॉलर की टैक्स छूट दी थी, जो अब ट्रंप के प्रस्ताव से खत्म हो जाएगी।
एक और कारण जो मस्क और ट्रंप के बीच खटास का कारण बना, वह था मस्क का अपने भरोसेमंद सहयोगी जेरेड इसाकमैन को NASA में एडमिनिस्ट्रेटर के रूप में नियुक्त करवाना। मस्क का मानना था कि इसाकमैन के NASA में एडमिनिस्ट्रेटर बनने से उनकी कंपनी SpaceX को लाभ होगा, लेकिन ट्रंप ने इस सिफारिश को नजरअंदाज कर दिया।
इसके अलावा, ट्रंप ने मस्क को DOGE की जिम्मेदारी दी थी, जिसका मुख्य उद्देश्य सरकारी खर्चों में कटौती करना था। इस प्रक्रिया के दौरान हजारों सरकारी कर्मचारियों की छंटनी की गई, जिससे मस्क की छवि को नुकसान हुआ। हालांकि, कई लोगों का मानना था कि मस्क ने अपनी मर्जी से कर्मचारियों को निकाला था, जिससे उनका सार्वजनिक रूप से नकारात्मक प्रभाव पड़ा।
केटी और स्टीफन का चयन
अब, इस पूरे घटनाक्रम में स्टीफन और केटी मिलर के बीच बढ़ते तनाव को लेकर एक दिलचस्प मोड़ आया है। केटी को अब किसी एक पक्ष को चुनने का दबाव है, क्योंकि वह ट्रंप और मस्क दोनों के साथ काम कर चुकी हैं। सूत्रों के अनुसार, वह दोनों में से एक को चुनने के लिए मजबूर हैं, और उन्होंने मस्क का समर्थन किया है। वहीं, स्टीफन ने पूरी तरह से ट्रंप का साथ दिया है, जो उनके राजनीतिक करियर और नीतिगत विचारों के अनुरूप है।