Indian Student in USA: अमेरिका के न्यूजर्सी स्थित न्यूयॉर्क एयरपोर्ट पर एक भारतीय छात्र के साथ हुई बर्बरता ने एक बार फिर विदेशी छात्रों पर बढ़ती सख्ती को लेकर सवाल उठाए हैं। भारतीय मूल के अमेरिकी बिजनेसमैन कुणाल जैन ने रविवार को इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया, जिसमें एक युवा भारतीय छात्र को अपराधियों की तरह जमीन पर पटका जाता है और फिर उसे हथकड़ी लगाकर भारत डिपोर्ट कर दिया जाता है। जैन ने इस घटना पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए लिखा कि यह छात्र अपने सपनों को साकार करने के लिए आया था, न कि किसी को नुकसान पहुँचाने।
घटना का विवरण और जैन की चिंता- Indian Student in USA
जैन ने ट्विटर (X) पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “मैंने न्यूयॉर्क एयरपोर्ट पर एक युवा भारतीय छात्र को हथकड़ी लगाकर, रोते हुए, अपराधी की तरह ट्रीट होते देखा। वह अपने सपनों को सच करने आया था, किसी को नुकसान पहुंचाने नहीं।” उन्होंने बताया कि छात्र हरियाणवी में कह रहा था, “मैं पागल नहीं हूं, ये लोग मुझे पागल साबित करने की कोशिश कर रहे हैं।” हालांकि, अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि उस छात्र को किस वजह से डिपोर्ट किया गया था।
We have come across social media posts claiming that an Indian national is facing difficulties at Newark Liberty International Airport. We are in touch with local authorities in this regard.
The Consulate remains ever committed for the welfare of Indian Nationals.@MEAIndia…
— India in New York (@IndiainNewYork) June 9, 2025
भारतीय विदेश मंत्री से हस्तक्षेप की अपील
कुणाल जैन ने इस घटना के बाद भारतीय दूतावास, अमेरिका और भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर से हस्तक्षेप की अपील की है। उन्होंने लिखा, “ये बच्चे वीजा लेकर फ्लाइट से आते हैं, लेकिन कुछ कारणों से इमिग्रेशन अधिकारी उन्हें अपने आने का कारण समझा नहीं पाते। इसके बाद उन्हें हाथ-पैर बांधकर, मुजरिमों की तरह डिपोर्ट कर दिया जाता है।” जैन का कहना था कि पिछले कुछ दिनों में ऐसे मामले बढ़ गए हैं, और अब इस पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है।
भारतीय दूतावास की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद न्यूयॉर्क में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। दूतावास ने बताया कि वे इस मामले में स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में हैं और पूरी स्थिति की जांच कर रहे हैं। हालांकि, इस मामले पर अभी तक कोई विस्तृत जानकारी सामने नहीं आई है।
अमेरिकी सरकार की सख्ती और विदेशी छात्रों पर असर
यह घटना ऐसे वक्त पर हुई है, जब अमेरिकी सरकार ने अंतरराष्ट्रीय छात्रों पर सख्ती बढ़ा दी है। हाल ही में अमेरिकी सरकार ने बिना नोटिस के कई छात्रों के वीजा को रद्द कर दिया है। इस सख्ती का कारण फिलिस्तीन के समर्थन से लेकर ट्रैफिक उल्लंघन जैसे विभिन्न मुद्दे रहे हैं। इसके अलावा, अमेरिका सरकार ने हाल ही में विदेशी छात्रों के लिए नए वीजा इंटरव्यू पर भी रोक लगा दी है।
विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने आदेश जारी कर कहा कि अमेरिकी दूतावासों को छात्रों के वीजा के लिए नए इंटरव्यू शेड्यूल करने से रोका जाए। इसके पीछे यह कारण बताया गया कि अमेरिका में छात्रों के सोशल मीडिया प्रोफाइल की जांच और सख्त की जाएगी।
ट्रम्प प्रशासन का छात्र नीति पर बदलाव
ट्रम्प प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि कोई विदेशी छात्र बिना जानकारी के कोर्स छोड़ता है, क्लास में नहीं जाता या पढ़ाई बीच में छोड़ देता है, तो उसका स्टूडेंट वीजा रद्द किया जा सकता है। इससे विदेशी छात्रों में चिंता का माहौल बन गया है कि कहीं उनका वीजा भी रद्द न हो जाए।
अमेरिकी दूतावास ने भी हाल ही में भारत में एक बयान जारी कर छात्रों को सलाह दी थी कि वे वीजा शर्तों का पालन करें ताकि किसी भी समस्या से बचा जा सके। इसके साथ ही, ट्रम्प सरकार ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के साथ 850 करोड़ रुपए के कॉन्ट्रैक्ट को रद्द कर दिया है, जो 28 मई 2025 को हुआ था।