Israel Iran War: इजरायल और ईरान के बीच हाल के समय में बढ़े हुए तनाव और हमले दोनों देशों के लिए एक गंभीर संकट बन गए हैं। यह संघर्ष विशेष रूप से मिसाइल हमलों और हवाई हमलों के रूप में सामने आ रहा है, जिसमें दोनों देशों ने एक-दूसरे के क्षेत्रों को निशाना बनाया है। रातभर चले इन हमलों में इजरायल ने ईरान के महत्वपूर्ण रक्षा प्रतिष्ठानों, तेल डिपो और गैस रिफाइनरी पर हमले किए, वहीं ईरान ने इजरायल के प्रमुख शहरों पर लगातार मिसाइल दागी हैं। इस संघर्ष ने दोनों देशों के बीच युद्ध की संभावनाओं को और भी बढ़ा दिया है।
इजरायल का निशाना ईरान के न्यूक्लियर और तेल प्रतिष्ठान- Israel Iran War
इजरायल ने अपनी रणनीति के तहत ईरान के न्यूक्लियर संयंत्रों और ऊर्जा संसाधनों को प्राथमिक लक्ष्य बनाया है। ईरान में पांच प्रमुख न्यूक्लियर प्लांट हैं, जिनमें फोर्दो, खोनडाब, नतांज, इस्फहान और बुशहेर शामिल हैं। इजरायल की सेना ने इन संयंत्रों को नष्ट करने के लिए बमबारी की है, जो ईरान के परमाणु कार्यक्रम को गंभीर नुकसान पहुंचाने का उद्देश्य रखते हैं। इसके साथ ही, इजरायल ने ईरान के तेल डिपो और गैस रिफाइनरी पर भी हमले किए हैं। इनमें शाहरान ऑयल डिपो और बुशहर गैस रिफाइनरी प्रमुख हैं। बुशहर रिफाइनरी दुनिया के सबसे बड़े प्राकृतिक गैस भंडारों में से एक मानी जाती है, जहां से प्रतिदिन 125 मिलियन क्यूबिक मीटर गैस प्रोसेस होती है। इस हमले से ईरान की ऊर्जा आपूर्ति को गंभीर नुकसान हुआ है।
ईरान का पलटवार और इजरायल की तबाही
इजरायल के हमलों के जवाब में ईरान ने भी हमला करना शुरू कर दिया है। ईरान ने 150 से ज्यादा मिसाइलें इजरायल की ओर दागी हैं, जिनमें से कुछ ने इजरायल के तेल अवीव और हाइफा शहरों को निशाना बनाया। ईरान के हमलों के कारण इन शहरों में भारी तबाही हुई है और कई इमारतें मलबे में तब्दील हो गई हैं। इसके अलावा, ईरान ने इजरायल के रक्षा मंत्रालय को भी निशाना बनाने का दावा किया है। इन हमलों में अब तक कई लोग मारे गए हैं और सैकड़ों घायल हुए हैं। ईरान का यह हमला इजरायल की सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाकर उनकी क्षमताओं को कमजोर करने का उद्देश्य रखता है।
Iranian reports of major Israeli airstrikes on the Fajr Jam natural gas refinery in Bushehr, southern Iran. pic.twitter.com/WTOgS6FGh5
— Ariel Oseran أريئل أوسيران (@ariel_oseran) June 14, 2025
बढ़ते युद्ध के खतरे के बीच अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस संघर्ष के बीच ईरान को चेतावनी दी है और कहा कि यदि ईरान ने अपनी नीतियों में बदलाव नहीं किया तो इजरायल के हमले और भी बढ़ सकते हैं। ट्रंप ने यह भी कहा कि ईरान को परमाणु समझौते की दिशा में कदम उठाने होंगे, इससे पहले कि स्थिति और बिगड़े। इसके अलावा, मध्य-पूर्व के देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने इस संघर्ष के बढ़ने के खतरे को लेकर चिंता व्यक्त की है। इस संघर्ष के कारण क्षेत्रीय अस्थिरता और वैश्विक सुरक्षा पर गंभीर असर पड़ सकता है।
תמונות קשות מאוד מגיעות מטמרה שבגליל. בית שקרס, פצועים רבים ואישה אחת שנהרגה. כאב כבד יורד על העיר היפה הזו, אני שולח חיבוק גדול לכל תושבות ותושבי טמרה בשעה הקשה הזו.
האסון הזה הוא תזכורת כואבת לכך שהמלחמה גולשת ומסכנת את החיים של כולנו, בכל מקום.
זה הזמן להרים את הראש, לשאול… pic.twitter.com/bZQHxnhzBH
— Yanal Jabarin ينال جبارين | ינאל ג׳בארין (@JbareenYanal) June 14, 2025
THE MOMENT FATTAH-1 HYPERSONIC MISSILE STRUCK HAIFA pic.twitter.com/u0gWQD6yLh
— Iran Observer (@IranObserver0) June 14, 2025
इजरायल और ईरान के रिश्तों का इतिहास
इजरायल और ईरान के रिश्ते पहले अच्छे हुआ करते थे। 1950 के दशक में, इजरायल की स्थापना के बाद, ईरान ने उसे एक राष्ट्र के रूप में मान्यता दी थी और दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ा था। 1960 और 1970 के दशकों में इजरायल ने ईरान को सैन्य सहायता भी दी थी। लेकिन 1979 में ईरान में इस्लामिक क्रांति के बाद स्थिति बदल गई। इस क्रांति ने ईरान को एक कट्टरपंथी इस्लामी राज्य में बदल दिया और इजरायल के खिलाफ उसकी नीतियों में कड़ा रुख अपनाया गया। ईरान ने इजरायल को “छोटा शैतान” और अमेरिका को “बड़ा शैतान” कहा था, और इजरायल के खिलाफ प्रॉक्सी युद्ध छेड़ने का आरोप भी लगाया गया।
वर्तमान स्थिति और भविष्य की दिशा
आज के समय में, इजरायल और ईरान के बीच स्थिति बहुत जटिल और तनावपूर्ण हो गई है। दोनों देशों के बीच युद्ध की आहट महसूस की जा रही है, और अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस संघर्ष को बढ़ने से रोकने के लिए विभिन्न प्रयास कर रहा है। हालांकि, इजरायल की तरफ से ईरान के न्यूक्लियर संयंत्रों और ऊर्जा संसाधनों पर हमले जारी हैं, वहीं ईरान भी अपनी प्रतिक्रिया दे रहा है। इस संघर्ष के परिणामस्वरूप मध्य-पूर्व में नई अशांति और वैश्विक सुरक्षा में खतरे की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।