Operation Sindoor China Statement: भारत ने मंगलवार रात को पाकिस्तान और पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकवादी संगठनों लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर एयर स्ट्राइक्स कीं। यह ऑपरेशन ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के नाम से जाना गया, जिसे तीनों सेनाओं के संयुक्त मिशन के तहत अंजाम दिया गया। भारत की इस कड़ी कार्रवाई पर न केवल भारतीय मीडिया में चर्चा है, बल्कि वैश्विक मीडिया में भी यह खबर तेजी से फैल रही है। पाकिस्तान के मित्र समझे जाने वाले देशों जैसे चीन और तुर्की के मीडिया में भी भारत की इस एयर स्ट्राइक की खबरें प्रमुखता से प्रकाशित हुई हैं।
चीन की प्रतिक्रिया– Operation Sindoor China Statement
चीन की सरकारी समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने बुधवार को भारत द्वारा किए गए एयर स्ट्राइक्स की पुष्टि की। सिन्हुआ ने रिपोर्ट किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने व्यक्तिगत रूप से इस ऑपरेशन की निगरानी की थी। चीनी मीडिया ने लिखा, “भारत ने पाकिस्तान के नौ आतंकी ट्रेनिंग कैंप्स पर एयरस्ट्राइक की पुष्टि की, जो 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले का प्रतिकार था। यह हमला उन महिलाओं के सम्मान में किया गया था, जिनके पति इस हमले में मारे गए थे।”
चीन के प्रमुख अखबार ग्लोबल टाइम्स ने भी इस घटना को प्रमुखता से कवर किया, जिसमें बताया गया कि भारत के मिसाइल हमले में 8 लोग मारे गए, 35 घायल हुए और 2 लोग लापता हो गए। ग्लोबल टाइम्स ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के रावलपिंडी से मिली जानकारी का हवाला देते हुए लिखा, “चश्मदीदों ने हवा में मिसाइलें देखी और यह पुष्टि की कि भारत ने पाकिस्तान और PoK में आतंकवादियों के ठिकानों पर हमला किया।”
इसके अलावा, चीन के एक अन्य प्रमुख अखबार चाइना डेली ने भी भारत के एयर स्ट्राइक पर रिपोर्ट छापी, जिसमें पाकिस्तान की निंदा करते हुए उसे भारत की आक्रामकता और संप्रभुता का उल्लंघन बताया। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने भारत के हमले को ‘बिना वजह की आक्रामकता’ करार दिया और इसे संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया।
तुर्की की मीडिया: पाकिस्तान के बयान और अमेरिका की प्रतिक्रिया
तुर्की के सरकारी ब्रॉडकास्टर टीआरटी वर्ल्ड ने पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार से बात की, जिन्होंने भारतीय मिसाइलों को निशाना बनाने का दावा किया। तरार ने कहा, “पाकिस्तान की सेना उन भारतीय मिसाइलों को निशाना बना रही है जिनका टार्गेट आम लोग हैं।” इस दौरान, तुर्की के मीडिया में भारत-पाकिस्तान तनाव के संदर्भ में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान को भी शामिल किया गया।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को “शर्मनाक” बताते हुए, उन्होंने उम्मीद जताई कि यह तनाव जल्द समाप्त हो जाएगा। ट्रंप ने कहा, “मुझे लगता है कि पहले से ही लोगों को यह अंदाजा था कि कुछ होनेवाला है, लेकिन मैं उम्मीद करता हूं कि यह जल्द ही खत्म हो जाएगा।”
तुर्की के एक अन्य प्रमुख अखबार Daily Sabah ने भी भारत के एयर स्ट्राइक की रिपोर्ट प्रकाशित की, जिसमें लिखा गया, “भारत ने पाकिस्तान पर एयरस्ट्राइक किया, जिसके बाद पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई की कसम खाई।” इस अखबार ने भी रिपोर्ट में उल्लेख किया कि भारत का कहना है कि इस हमले का तार पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा है, जिसे संयुक्त राष्ट्र ने आतंकवादी संगठन घोषित किया है।
भारत की एयर स्ट्राइक पर वैश्विक दृष्टिकोण
भारत के इस ऑपरेशन को लेकर विश्व भर में मिश्रित प्रतिक्रियाएं आई हैं। जहां भारत ने इसे आतंकवाद के खिलाफ अपनी मजबूत नीति का हिस्सा बताया है, वहीं पाकिस्तान ने इसे एक घोर उल्लंघन करार दिया है। चीन और तुर्की जैसे देशों का आरोप है कि भारत की यह कार्रवाई आक्रामक है, जबकि भारत ने इसे आतंकवादियों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई बताते हुए इसका सही ठहराया है।
भारतीय मीडिया ने इस एयर स्ट्राइक को सही कदम बताया और कहा कि यह उन आतंकी संगठनों के खिलाफ एक मजबूत संदेश है, जो भारत के खिलाफ आतंकवाद फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं, पाकिस्तान की ओर से यह आरोप लगाया गया कि भारत ने बिना किसी उकसावे के इस कार्रवाई को अंजाम दिया, जिससे क्षेत्रीय स्थिति और भी जटिल हो गई है।