Pakistan announced compensation scheme: भारत के ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके में आतंकवादियों के ठिकानों को नष्ट किया गया, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय भी पूरी तरह से खंडहर में तब्दील हो गया। इस ऑपरेशन में 100 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए, और भारत ने आतंकवादियों के खिलाफ एक निर्णायक कदम उठाया। इस हमले का जवाब पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार ने एक मुआवजा योजना की घोषणा करके दिया है। पाकिस्तान सरकार ने भारतीय हमलों में मारे गए नागरिकों और सैन्यकर्मियों के परिजनों को 1 करोड़ रुपए (10 मिलियन PKR) तक का मुआवजा देने का ऐलान किया है।
पाकिस्तान सरकार की मुआवजा योजना की जानकारी- Pakistan announced compensation scheme
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारतीय हमलों में मारे गए नागरिकों और सुरक्षाबलों के लिए एक व्यापक मुआवजा योजना की घोषणा की है। इसके तहत, मारे गए नागरिकों के परिवारों को 1 करोड़ (10 मिलियन PKR) का मुआवजा दिया जाएगा। घायल नागरिकों को 10 से 20 लाख रुपये के बीच मुआवजा मिलेगा। वहीं, भारतीय हमलों में मारे गए सैनिकों के परिजनों को उनके रैंक के आधार पर 1 करोड़ से 1.8 करोड़ रुपये (10-18 मिलियन PKR) के बीच मुआवजा मिलेगा।
मसूद अजहर के परिवार को मिल सकता है 14 करोड़ का मुआवजा
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के 14 रिश्तेदार इस हमले में मारे गए हैं, जिनमें उनकी बड़ी बहन, जीजा, भतीजा-भाभी, एक भांजी और कई बच्चे शामिल हैं। चूंकि मसूद अजहर इन रिश्तेदारों का वैध उत्तराधिकारी माना जाता है, ऐसे में संभावना है कि पाकिस्तान सरकार की ओर से उसे मुआवजे के रूप में 14 करोड़ रुपये मिल सकते हैं।
भारत ने जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों को तबाह किया
भारत ने 6-7 मई की रात पाकिस्तानी पंजाब प्रांत के बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय सहित कई आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया। इसमें जामिया मस्जिद सुभान अल्लाह, जिसे उस्मान-ओ-अली कैंपस के नाम से भी जाना जाता है, पूरी तरह से तबाह हो गई। भारतीय अधिकारियों के अनुसार, यह हमले सटीक थे और इनका उद्देश्य केवल आतंकी ठिकानों को नष्ट करना था। इस हमले में 100 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए, जो पाकिस्तान और पीओके के विभिन्न क्षेत्रों में छिपे हुए थे।
सैन्यकर्मियों और उनके परिवारों के लिए भी मुआवजा
पाकिस्तानी सरकार ने यह भी घोषणा की है कि भारतीय हमलों में मारे गए सैन्यकर्मियों के परिजनों को उनके रैंक के आधार पर मुआवजा मिलेगा। इसके अलावा, सैन्यकर्मियों के बच्चों को ग्रेजुएशन तक मुफ्त शिक्षा प्रदान की जाएगी। मृत सैन्यकर्मियों की एक बेटी को शादी के लिए 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। घायल सैन्यकर्मियों को 20 से 50 लाख रुपये के बीच मुआवजा मिलेगा। पाकिस्तान सरकार ने यह भी वादा किया है कि भारतीय हमलों में क्षतिग्रस्त हुए घरों और मस्जिदों का पुनर्निर्माण किया जाएगा।
घायलों के इलाज का खर्च उठाएगी पाकिस्तान सरकार
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने यह भी कहा कि शहीदों के बच्चों की देखभाल करना सरकार की जिम्मेदारी है, और उनकी सरकार इस दायित्व को पूरी तरह से निभाएगी। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि भारतीय हमलों में घायल हुए लोगों का इलाज सरकार द्वारा कराया जाएगा और इसका पूरा खर्च उठाया जाएगा। शहबाज शरीफ ने यह भी वादा किया कि पाकिस्तान की रक्षा और सम्मान में योगदान देने वाले किसी भी व्यक्ति को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जाएगा और उन्हें पुरस्कार से नवाजा जाएगा।