India vs Pakistan: दुनिया भले ही शांति और सहयोग की बातें कर रही हो, लेकिन पाकिस्तान एक बार फिर अपने पुराने रवैये पर लौट आया है। इस बार धमकी किसी टीवी चैनल या रैली में नहीं, बल्कि अमेरिका की धरती से दी गई है वो भी पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर के मुंह से। टाम्पा शहर में एक डिनर के दौरान बोलते हुए मुनीर ने न सिर्फ भारत पर निशाना साधा, बल्कि सीधे-सीधे परमाणु युद्ध की धमकी दे डाली। उन्होंने कहा, “हम परमाणु संपन्न राष्ट्र हैं। अगर हमें लगा कि हम डूब रहे हैं, तो हम आधी दुनिया को साथ ले डूबेंगे।”
यह पहला मौका है जब किसी देश का सेना प्रमुख अमेरिकी ज़मीन से तीसरे देश को खुलेआम न्यूक्लियर धमकी दे रहा है। ऐसे संवेदनशील मंच से इस तरह का बयान केवल पाकिस्तान की हताशा ही नहीं, बल्कि उसकी आंतरिक असुरक्षा को भी दिखाता है।
भारत के डैम पर भी उगला ज़हर- India vs Pakistan
मुनीर ने ‘सिंधु जल समझौते’ को लेकर भी तीखा बयान दिया। उन्होंने कहा कि अगर भारत सिंधु नदी पर कोई डैम बनाता है जो पाकिस्तान के पानी के बहाव को रोकता है, तो “हम उसे दस मिसाइलों से तबाह कर देंगे। हमारे पास मिसाइलों की कोई कमी नहीं है।”
गौरतलब है कि यह बयान ऐसे समय आया है जब हाल ही में भारत ने कश्मीर में हुए आतंकवादी हमलों के बाद सिंधु जल संधि की समीक्षा की बात कही थी। पाकिस्तान को डर है कि भारत इस कार्ड का इस्तेमाल करके पानी की आपूर्ति को नियंत्रित कर सकता है, जो वहां की कृषि और जीवनरेखा मानी जाती है।
अमेरिका में सैन्य अफसरों से की मुलाकात
मुनीर इन दिनों अमेरिका के दौरे पर हैं और यह पिछले दो महीनों में उनकी दूसरी यात्रा है। इस बार उन्होंने अमेरिकी सेंट्रल कमान के निवर्तमान प्रमुख जनरल माइकल कुरिल्ला के विदाई समारोह और एडमिरल ब्रैड कूपर के कमान संभालने के कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
इससे पहले जून में भी मुनीर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ डिनर में शामिल हुए थे जो आमतौर पर सिर्फ राष्ट्राध्यक्षों को ही दिया जाता है। उस समय दोनों देशों ने मिलकर ऊर्जा, सुरक्षा और व्यापार के मुद्दों पर बातचीत की थी।
‘भारत मर्सिडीज, हम डंपर ट्रक हैं’ – अजीब तुलना
मुनीर ने भारत की ताकत और पाकिस्तान की स्थिति की तुलना कुछ अजीब तरीके से की। उन्होंने कहा, “भारत एक फरारी या मर्सिडीज की तरह हाईवे पर दौड़ रहा है, जबकि हम एक रेत से भरा डंपिंग ट्रक हैं। पर सोचिए, जब ये दोनों टकराएंगे तो नुकसान किसका होगा?”
ये बयान ना सिर्फ गैर-जिम्मेदाराना है, बल्कि यह भी दिखाता है कि पाकिस्तान का सैन्य नेतृत्व किस तरह भारत के विकास और अपनी नाकामी से बौखलाया हुआ है।
अंदर की बात: डर या दिखावा?
इस तरह के बयान अक्सर तब आते हैं जब कोई देश अपने अंदरूनी हालात से जूझ रहा होता है और बाहर दुश्मन का डर दिखाकर ध्यान भटकाना चाहता है। पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था गिरावट पर है, आतंरिक राजनीति अस्थिर है, और सेना की छवि भी जनता में पहले जैसी नहीं रही। ऐसे में ‘भारत को डराओ’ वाला फार्मूला एक बार फिर अपनाया गया है।
लेकिन भारत अब 90 के दशक वाला नहीं रहा। दुनिया जानती है कि ऐसी गीदड़भभकियों से भारत न तो डरता है और न ही अपने कदम पीछे हटाता है।