Pakistan Crisis: कंगाल पाकिस्तान से बोरिया बिस्तर समेटने की तैयारी में लगी विदेशी एयरलाइंस…

Pakistan Crisis: कंगाल पाकिस्तान से बोरिया बिस्तर समेटने की तैयारी में लगी विदेशी एयरलाइंस…

फाइनेंशियल टाइम्‍स की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्‍तान इस समय गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है जो लगातार बढ़ता जा रहा है. पाकिस्‍तान में विदेशी मुद्रा का भंडार लगातार कम होता जा रहा है. और यह करीब 4 अरब डॉलर के आसपास है. यही नहीं पाकिस्‍तान में मंहगाई अपने चरम पर पहुंच गई है. पाकिस्‍तानी कंपनियां विदेशों से आयात करने में काफी मुश्किलों का सामना कर रही हैं. विश्‍लेषकों ने चेतावनी दी है कि पाकिस्‍तान के डिफॉल्‍ट होने का खतरा काफी बढ़ गया है. आर्थिक तबाही के दौर से गुजर रहे पाकिस्‍तान में विमानों और हेलिकॉप्‍टरों के लिए जेट फ्यूल की भारी कमी हो गई जिससे विमानों की उड़ान को रोकना पड़ रहा है. पाकिस्‍तान के ईधी एयर एंबुलेंस समेत कई कंपनियों ने अपनी गतिविधियों को रोक दिया है. स्‍काई विंग्‍स एविएशन कंपनी ने एक बयान जारी करके इसकी जानकारी दी. इस बीच ब्रिटेन की चर्चित एयरलाइन कंपनी वर्जिन अटलांटिक ने तो पाकिस्‍तान से अपना बोरिया बिस्‍तर समेटने का ऐलान कर दिया है. ईधी एयर की सेवा बंद होने का खामियाजा पाकिस्‍तान के मरीजों को उठाना पड़ेगा.

गंभीर मरीजों का रुक जाएगा इलाज

स्‍काई विंग्‍स एविएशन कंपनी पायलटों को ट्रेनिंग देने का काम करती है. उसने कहा कि ईधी एयर एंबुलेंस सेवा बंद होने गंभीर रूप से बीमार मरीजों की जान बचाने का काम ठप हो जाएगा. उसने दावा किया कि स्‍टेट बैंक ऑफ पाकिस्‍तान ने जेट फ्यूल के लिए लेटर ऑफ क्रेडिट देने से मना कर दिया है. यह ईंधन कराची पोर्ट पर दिसंबर 2022 से फंसा हुआ है. इस कंपनी को यह जेट फ्यूल हासिल करने के लिए 23 हजार डॉलर चुकाने हैं और इसकी राशि को पहले ही एक बैंक में जमा कराई जा चुकी है. 

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नाइजीरिया के बाद दूसरा देश बना पकिस्तान

एक रिपोर्ट में बताया गया है कि विदेशी एयरलाइंस पाकिस्‍तान में टिकट का दाम स्‍थानीय मुद्रा रुपये में लेती हैं लेकिन जहाज उधने के जरूरती चीजें फ्यूल और अन्य खर्चे के लिए डॉलर बाहर भेजना होता है. द इंटरनैशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने कहा कि विदेशी कंपनियों का देश में 29 करोड़ डॉलर फंड जनवरी तक फंसा हुआ है. यह लगातार बढ़ रहा है. नाइजीरिया के बाद पाकिस्‍तान ऐसा दूसरा देश है जहां वैश्विक एयरलाइंस का सबसे ज्‍यादा विदेशी फंड फंसा हुआ है. पिछले महीने वर्जिन अटलांटिक ने ऐलान किया था कि वह पाकिस्‍तान में अपनी सेवाओं को बंद कर रही है.

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IMF से भी नहीं मिल रही मदद

लगातार इस बात की चेतावनी दी जा रही है कि पाकिस्‍तान से विदेशी एयरलाइन की उड़ान में फायदा अब कम होता जा रहा है. ऐसे में एयरलाइन किसी और देश में अपनी उड़ान को बढ़ा सकती हैं. पाकिस्‍तान के पास अभी करीब 4 अरब डॉलर ही विदेशी मुद्रा भंडार है जो करीब महीने के आयात के लिए ही पर्याप्‍त हैं. पाकिस्‍तान आईएमएफ से भी कर्ज की भीख मांग रहा है लेकिन शर्ते पूरी नहीं करने के कारण वैश्विक एजेंसी उसे लोन नहीं दे रही है. पाकिस्‍तान के ऊपर सबसे ज्‍यादा कर्ज चीन का है जो लगातार बढ़ता जा रहा है. ऐसे में वहां काम रही सारी विदेशी कंपनिया अब आर्थिक खतरे से जूझ रही हैं जिसके परिणाम स्वरुप अब उन्होंने ने वहां से पलायन करने का फैसला सुना दिया है.

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वर्जिन अटलांटिक ने किया सेवा बंद करने का एलान 

वर्जिन अभी ब्रिटेन के हीथ्रो एयरपोर्ट से लाहौर और इस्‍लामाबाद के बीच उड़ान संचालित करती है. कंपनी ने कहा कि अभी वह 1 मई तक लंदन से लाहौर के बीच उड़ानों का संचालन जारी रखेगी. लंदन से इस्‍लामाबाद की उड़ान 9 जुलाई तक होती रहेगी. वर्जिन के प्रवक्‍ता ने कहा कि उन्‍हें उड़ानों को बंद करने बहुत ही कठिन फैसला लेना पड़ा है. इस एयरलाइन ने दिसंबर 2020 में पाकिस्‍तान में उड़ानों की शुरुआत की थी. पाकिस्‍तान लगातार आर्थिक संकट के दलदल में फंसता जा रहा है और हर जगह कर्ज की भीख मांग रहा है लेकिन उसे सफलता नहीं मिल पा रही है.

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