Russia-Ukraine Conflict: रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को तीन साल से ज्यादा हो चुका है और यह संघर्ष अब भी खत्म होने के कोई आसार नहीं दिखा रहा है। आए दिन दोनों देशों के सैनिकों और आम नागरिकों के मरने की खबरें सामने आती रहती हैं, लेकिन अब एक ऐसी रिपोर्ट सामने आई है, जिसे सुनकर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की रातों की नींद उड़ सकती है। ब्रिटिश समाचार पत्र ‘द गार्डियन’ के मुताबिक, रूस के 10 लाख से ज्यादा सैनिक अब तक इस युद्ध में मारे जा चुके हैं, जो रूस के लिए एक बड़ा झटका है।
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रूस की बढ़ती मौतों का असर और फ़्यूनरल इंडस्ट्री का उभार- Russia-Ukraine Conflict
रूस में युद्ध के दौरान मारे गए सैनिकों की संख्या को लेकर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी जाती, लेकिन संकेत साफ हैं। रूस की फ़्यूनरल इंडस्ट्री में हो रही तेज़ी से यह स्पष्ट हो रहा है कि सैनिकों की बड़ी संख्या में मौत हो रही है। रूस के क़रीब 40 बिलियन रूबल (करीब £380 मिलियन) की कमाई, जो सिर्फ जनवरी और अप्रैल 2025 के बीच हुई है, यह दर्शाती है कि मृतकों की संख्या कितनी बड़ी हो सकती है। इसके अलावा, युद्ध में घायल होकर घर लौटने वाले दिग्गजों की बढ़ती संख्या भी रूस की सैनिक हताहती को दिखाती है।
रूस की सैन्य स्थिति: 10 लाख सैनिकों की मौत
यूक्रेनी सेना के जनरल स्टाफ के मुताबिक, अब तक रूस ने 10,07,160 सैनिक खो दिए हैं। पिछले 24 घंटों में ही 1,040 रूसी सैनिकों की मौत की खबर आई है। इसके अलावा, रूस की कई सैन्य तकनीकी संपत्तियां भी नष्ट हो चुकी हैं, जिनमें 10,947 टैंक, 22,845 बख्तरबंद वाहन, 52,312 सैन्य वाहन, 1,420 रॉकेट लॉन्चर, 1,187 एयर डिफेंस सिस्टम और 29,265 तोप प्रणाली शामिल हैं। युद्ध में रूस की स्थिति अब काफी कमजोर हो चुकी है और वह अपनी सैनिकों की भारी कमी का सामना कर रहा है।
उत्तर कोरिया की ‘मदद’: 5,000 सैनिक भेजेगा उत्तर कोरिया
ऐसे समय में जब रूस को सैनिकों की कमी का सामना है, उत्तर कोरिया ने रूस को मदद देने की पेशकश की है। रूसी समाचार एजेंसियों के मुताबिक, उत्तर कोरिया रूस के कुर्स्क क्षेत्र में 5,000 सैनिक और 1,000 माइंस हटाने वाले विशेषज्ञ भेजने वाला है। इससे पहले भी उत्तर कोरिया से करीब 10,000 सैनिक रूस भेजे गए थे, जिनमें से 6,000 सैनिक युद्ध में मारे गए थे। यह खबर ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने जारी की थी और इससे युद्ध और भी गंभीर हो सकता है।
G-7 सम्मेलन में पुतिन पर हमला
इस बीच, G-7 सम्मेलन के दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि पुतिन अंतरराष्ट्रीय माहौल का फायदा उठाकर निर्दोष नागरिकों पर हमले कर रहे हैं। मैक्रों का यह बयान इस संदर्भ में महत्वपूर्ण था, क्योंकि यूक्रेन के कीव शहर पर हुए रूस के मिसाइल और ड्रोन हमलों में कई नागरिकों की मौत हुई थी, जिसमें एक अमेरिकी नागरिक भी शामिल था।
कीव में मिसाइल हमला: 18 की मौत
कीव शहर में रूस के मिसाइल और ड्रोन हमलों ने तबाही मचाई। इस हमले में 18 लोग मारे गए और 151 लोग घायल हो गए। अधिकारियों के मुताबिक, कीव के सोलोमियन्स्की जिले में एक नौ मंजिला बिल्डिंग को निशाना बनाया गया। इस हमले के बारे में एक स्थानीय निवासी विक्टोरिया वोवचेंको ने कहा, “ऐसा मंजर पहले कभी नहीं देखा… यह आम लोगों को लगातार प्रताड़ित करने जैसा है।”