Russia Ukraine War: रूस की सेना ने यूक्रेन के खिलाफ चल रही जंग में एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। रूस ने पूर्वी यूक्रेन के डोनेट्स्क क्षेत्र में स्थित दो गांवों, शेवचेंको और नोवोसेरहिइवका, पर कब्जा कर लिया है। यह जीत रूस के लिए रणनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि ये गांव लिथियम के विशाल भंडार के पास स्थित हैं। यह लिथियम भंडार 1982 में सोवियत भूवैज्ञानिकों द्वारा खोजा गया था और इसे तकनीकी दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है।
लिथियम के महत्व को समझते हुए रूस की बड़ी कामयाबी- Russia Ukraine War
शेवचेंको और नोवोसेरहिइवका पर रूस का कब्जा एक बड़ी कामयाबी के रूप में देखा जा रहा है। इन गांवों का सामरिक महत्व इस तथ्य में छिपा है कि यह क्षेत्र लिथियम के विशाल भंडार के पास स्थित है। लिथियम एक दुर्लभ खनिज है, जिसका इस्तेमाल मोबाइल फोन, इलेक्ट्रिक कारों, बैटरियों और अन्य हाई-टेक उपकरणों में किया जाता है। लिथियम की बढ़ती मांग ने इसे एक कीमती धातु बना दिया है, और रूस के लिए इसका कब्जा देश की अर्थव्यवस्था के लिए एक संजीवनी हो सकता है।
डोनेट्स्क क्षेत्र में रूस द्वारा नियुक्त गवर्नर इगोर क्लिमाकोवस्की ने एक समाचार एजेंसी TASS से कहा, “शेवचेंको गांव में लिथियम भंडार मौजूद है। यही कारण है कि यूक्रेन ने इस गांव को किसी भी हाल में अपने पास रखने की कोशिश की थी।” उन्होंने यह भी बताया कि इस क्षेत्र के खनन के लिए रूस के पास सभी आवश्यक संसाधन मौजूद हैं और जब स्थिति अनुकूल होगी, तो यहां खनन शुरू कर दिया जाएगा।
लिथियम खनन का सामरिक महत्व
1982 में सोवियत भूवैज्ञानिकों ने शेवचेंको गांव के पास लिथियम के भंडार की खोज की थी। यह खनिज भंडार लगभग 40 हेक्टेयर के क्षेत्र में फैला हुआ है और इसके खनन की गहराई व्यावसायिक खनन के लिए उपयुक्त मानी जाती है। यदि रूस इस क्षेत्र पर पूरी तरह से कब्जा कर लेता है और लिथियम का खनन करता है, तो यह न केवल रूस के लिए आर्थिक दृष्टिकोण से फायदेमंद होगा, बल्कि इससे रूस को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी एक मजबूत स्थिति प्राप्त हो सकती है।
रूस और यूक्रेन के बीच तनाव बढ़ता है
रूस द्वारा शेवचेंको और नोवोसेरहिइवका गांवों पर कब्जा किए जाने के बाद, यह क्षेत्र और भी अधिक तनावपूर्ण हो गया है। यूक्रेन की तरफ से इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया अब तक सामने नहीं आई है, और अंतर्राष्ट्रीय मीडिया द्वारा भी रूस के इन दावों की पुष्टि नहीं की गई है। हालांकि, यह कब्जा यूक्रेन के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि इन गांवों का लिथियम भंडार उनकी अर्थव्यवस्था और उद्योग के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
लिथियम के महत्व को समझते हुए यूक्रेन और रूस की कोशिशें
लिथियम का महत्व इस समय वैश्विक स्तर पर बहुत बढ़ गया है। अमेरिका के मुताबिक, यूक्रेन में लगभग 5 लाख टन लिथियम का भंडार है, जबकि रूस के पास इसका दोगुना भंडार मौजूद है। यह धातु इलेक्ट्रिक कारों और बैटरियों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, और इसके निर्यात से किसी भी देश को आर्थिक लाभ हो सकता है।
जनवरी में रूसी मीडिया ने यह अफवाह उड़ाई थी कि शेवचेंको गांव का लिथियम क्षेत्र पहले ही रूस ने कब्जा कर लिया है, लेकिन यह जानकारी गलत थी। अब रूस ने इस क्षेत्र को पूरी तरह से अपने नियंत्रण में लेने की घोषणा की है, जिससे युद्ध में रूस की स्थिति मजबूत हो सकती है।
रूस की लंबी रणनीति और यूक्रेन की चुनौतियां
रूस के लिए यह लिथियम भंडार एक बड़ी राहत हो सकता है, खासकर जब उसकी अर्थव्यवस्था संघर्ष कर रही है। पश्चिमी प्रतिबंधों और सैन्य संघर्ष के कारण रूस को आर्थिक मुश्किलें आ रही हैं, और लिथियम जैसी महत्वपूर्ण खनिजों का कब्जा उसे बाजार में मजबूती से स्थापित करने में मदद कर सकता है।
यूक्रेन के लिए यह स्थिति बहुत चुनौतीपूर्ण है, क्योंकि यह न केवल एक सैन्य हार है, बल्कि उनके लिथियम भंडार की सुरक्षा के लिए एक बड़ा झटका भी है। यह घटना युद्ध के आगे के चरणों को प्रभावित कर सकती है, और रूस के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए यूक्रेन को अब और भी अधिक कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है।
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