Stephen Hawking warning about aliens: दुनिया के महानतम वैज्ञानिकों में गिने जाने वाले स्टीफन हॉकिंग भले ही अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनकी बातें आज भी वैज्ञानिक समुदाय और आम लोगों के लिए चेतावनी की तरह गूंजती हैं। खासकर वो भविष्यवाणी, जो उन्होंने एलियंस को लेकर की थी, अब लगता है कि वो सच के करीब पहुंच रही है।
एलियन से संपर्क हो सकता है ‘इंटेलिजेंस ट्रैप’ (Stephen Hawking warning about aliens)
हाल ही में एक अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक टीम ने “इंटेलिजेंस ट्रैप” की थ्योरी पर फिर से विचार किया है। इस अवधारणा के मुताबिक, अगर इंसान एलियंस से संपर्क करने में सफल भी हो जाता है, तो यह संपर्क हमारे लिए विनाशकारी हो सकता है। यानी, यह समझदारी नहीं बल्कि अति आत्मविश्वास का नतीजा होगा जो इंसानियत के लिए खतरे की घंटी साबित हो सकता है।
वैज्ञानिकों की चिंता इस वजह से और भी गहरी हो गई है क्योंकि हाल ही में हमारे सौरमंडल की तरफ एक रहस्यमयी वस्तु 3I/ATLAS बढ़ रही है, जो दिसंबर 2025 में पृथ्वी के बेहद करीब से गुजरेगी।
क्या 3I/ATLAS सिर्फ धूमकेतु है?
कुछ वैज्ञानिकों ने इसे एक विशाल धूमकेतु माना है, लेकिन हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर एवी लोएब का मानना है कि इसके रास्ते और संरचना में कुछ ऐसा है जो इसे एक कृत्रिम यान या यूएफओ भी साबित कर सकता है। उन्होंने इसे ‘इंटेलिजेंस ट्रैप’ कहा है यानी ऐसा जाल जिसमें फंसकर हम खुद को किसी शत्रु एलियन सभ्यता के सामने उजागर कर सकते हैं।
यह ऑब्जेक्ट शुक्र, मंगल और बृहस्पति के बेहद करीब से गुजरेगा, और इसका मार्ग इतना असामान्य है कि यह सवाल खड़ा करता है कि क्या यह केवल एक अंतरिक्षीय घटना है, या कुछ और?
स्टीफन हॉकिंग की चेतावनी: सिर झुकाकर चलो
2004 में स्टीफन हॉकिंग ने पहली बार खुलकर कहा था कि एलियन सभ्यता संभवतः हमसे कहीं ज्यादा विकसित होगी और अगर हमने उनसे संपर्क किया, तो हमारे साथ वही हो सकता है जो अतीत में तकनीकी रूप से उन्नत सभ्यताओं ने पिछड़ी सभ्यताओं के साथ किया था उन्हें मिटा दिया।
उन्होंने कहा था कि इंसानों को एलियंस को सिग्नल भेजने से बचना चाहिए और ब्रह्मांड में अपनी मौजूदगी का जोर-शोर से प्रचार नहीं करना चाहिए। उन्होंने साफ कहा था कि हमारा इतिहास हमें यही सिखाता है कि ऐसी मुठभेड़ें हमेशा कमजोर पक्ष के लिए खतरे से भरी रही हैं।
पहले भी दे चुके हैं चेतावनी
2016 में, हॉकिंग ने कहा था कि 16 प्रकाश वर्ष दूर स्थित ग्रह ग्लीज 832सी पर बुद्धिमान जीवन हो सकता है। लेकिन उन्होंने ये भी जोड़ा था कि अगर वहां से कोई संकेत आता है, तो हमें जवाब देने में बेहद सतर्कता बरतनी चाहिए। उन्होंने क्रिस्टोफर कोलंबस के अमेरिका पहुंचने का उदाहरण दिया था जिसके बाद वहां की मूल आबादी का विनाश हुआ।
अब क्या करें?
वैज्ञानिकों के बीच बहस जारी है—क्या हमें बाहरी जीवन से संपर्क की कोशिशें जारी रखनी चाहिए, या सतर्क रहना चाहिए? एलियंस की खोज में रेडियो सिग्नल भेजना, ब्रह्मांड में हमारी लोकेशन उजागर करना, कहीं हमारी सबसे बड़ी भूल न बन जाए?
प्रोफेसर लोएब और उनकी टीम का मानना है कि भविष्य में एलियंस से मुठभेड़ की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। और अगर वो मुठभेड़ शत्रुतापूर्ण हुई, तो हमें पछताने का मौका भी नहीं मिलेगा।
अब जब वैज्ञानिक खुद यह मानने लगे हैं कि स्टीफन हॉकिंग की भविष्यवाणी में दम था, तो सवाल उठता है कि क्या हम उनके सुझावों को गंभीरता से ले रहे हैं? या फिर अति उत्साह में हम अपनी ही विनाश की पटकथा लिख रहे हैं?