TikToker Sana Yousuf Murder: पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में 17 साल की टिकटॉकर सना यूसुफ की हत्या ने देश भर में हड़कंप मचा दिया है और इस घटना ने महिला सुरक्षा, सोशल मीडिया के प्रभाव और युवा पीढ़ी की मानसिकता पर गहरी बहस छेड़ दी है। पुलिस के अनुसार, सना यूसुफ को एक सनकी युवक ने गोली मारी, जिसका कारण सोशल मीडिया पर दोस्ती का एकतरफा प्रस्ताव था। इस हत्या के बाद पाकिस्तान में महिलाओं के अधिकारों और उनके काम करने की आजादी को लेकर नई बहस शुरू हो गई है।
सना यूसुफ की हत्या की वजह- TikToker Sana Yousuf Murder
पाकिस्तानी पुलिस ने बताया कि 22 साल के युवक ने बार-बार सना यूसुफ से दोस्ती के लिए संपर्क किया था, जिसे वह लगातार नकारती रही। सना के इनकार को एक अस्वीकृति के रूप में लिया गया और अंततः उस युवक ने गुस्से में आकर उसे गोली मार दी। इस मामले में इस्लामाबाद के आईजी पुलिस सैयद अली नासिर रिजवी ने बताया कि यह युवक पहले 29 मई को सना के जन्मदिन पर उससे मिलने की कोशिश की, लेकिन वह नाकाम रहा। इसके बाद, उसने सना के घर पहुंचकर सात से आठ घंटे तक उससे मिलने की कोशिश की, लेकिन वह फिर से नाकाम रहा। अंत में, वह सना के घर में घुसकर उसे गोली मारने में सफल हो गया।
सना यूसुफ का सोशल मीडिया पर प्रभाव
17 साल की सना यूसुफ पाकिस्तान की लोकप्रिय टिकटॉकर थी, जिसके 8 लाख फॉलोअर्स थे और इंस्टाग्राम पर भी उसे लाखों लोग फॉलो करते थे। सोशल मीडिया के इस प्लेटफॉर्म ने उसे एक स्थानीय स्टार बना दिया था, लेकिन साथ ही यह प्लेटफॉर्म उसके लिए जान का खतरा भी साबित हुआ। इस घटना ने सोशल मीडिया और युवा पीढ़ी के बीच रिश्तों के घातक मोड़ को उजागर किया है, जहां एकतरफा दोस्ती के प्रस्ताव न केवल अस्वीकार किए जाते हैं, बल्कि इनकार से नाराज होकर हिंसा का रास्ता अपनाया जाता है।
पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारियां
पुलिस ने 22 साल के इस युवक को गिरफ्तार कर लिया और हत्या में इस्तेमाल किया गया पिस्तौल भी बरामद किया। गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने एक ट्वीट में इस बात की पुष्टि की कि संदिग्ध को हत्या के कुछ घंटे बाद गिरफ्तार कर लिया गया था। नकवी ने कहा कि युवक ने हत्या की बात स्वीकार कर ली है और पुलिस ने इस मामले में आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
सना यूसुफ की मां ने एफआईआर में बताया कि युवक उनके घर में घुसा और सीधे उनकी बेटी को गोली मार दी। एफआईआर में यह भी बताया गया कि सना के सीने में दो गोलियां लगीं, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई और अस्पताल ले जाते समय उसने दम तोड़ दिया।
पाकिस्तान में सोशल मीडिया का बढ़ता प्रभाव
भारत में 2020 में सुरक्षा और गोपनीयता चिंताओं के कारण टिकटॉक पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, जबकि पाकिस्तान में यह ऐप अभी भी सक्रिय है। पाकिस्तान में टिकटॉक के लगभग 25.2 मिलियन सक्रिय यूजर हैं, और इसकी लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म्स, विशेष रूप से टिकटॉक, ने पाकिस्तान की युवा पीढ़ी के बीच मनोरंजन और सामाजिक मुद्दों पर राय व्यक्त करने का एक बड़ा माध्यम प्रदान किया है। हालांकि, यह घटना यह भी दर्शाती है कि सोशल मीडिया पर बनने वाले रिश्तों की दिशा और उनके परिणाम कभी-कभी खतरनाक हो सकते हैं।
महिला सुरक्षा पर सवाल
सना यूसुफ की हत्या ने पाकिस्तान में महिला सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि सना के बार-बार इनकार करने के बावजूद युवक ने उसका पीछा किया और अंत में उसकी हत्या कर दी। यह घटना दिखाती है कि किस तरह से एकतरफा रिश्ते और सोशल मीडिया पर अवांछित संपर्क कभी-कभी खतरनाक रूप ले सकते हैं। सना की हत्या ने पाकिस्तान में महिलाओं के अधिकारों की रक्षा और उनके सुरक्षित कार्य और जीवन जीने की आजादी को लेकर गहरी चिंताएं पैदा की हैं।