Trump Putin Zelensky Trilateral Meeting: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को व्हाइट हाउस में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की और यूरोपीय देशों के नेताओं के साथ एक अहम बैठक की। इस मुलाकात के दौरान रूस और यूक्रेन के बीच युद्धविराम (सीजफायर) पर तो कोई ठोस सहमति नहीं बनी, लेकिन यूक्रेन की सुरक्षा गारंटी, भविष्य की वार्ताओं और रूस से बातचीत की संभावना पर गंभीर मंथन जरूर हुआ।
ट्रंप ने पुतिन से की फोन पर सीधी बात- Trump Putin Zelensky Trilateral Meeting
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, बैठक के बाद ट्रंप ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को फोन किया। यह कॉल करीब 40 मिनट तक चली। खास बात यह रही कि जब यह बातचीत हुई, तब जेलेंस्की और यूरोपीय नेता भी व्हाइट हाउस में ही मौजूद थे। फोन कॉल में यह तय हुआ कि रूस और यूक्रेन के बीच सीधी बातचीत होगी, हालांकि अब तक यह साफ नहीं है कि खुद पुतिन इसमें हिस्सा लेंगे या नहीं।
हो सकती है त्रिपक्षीय बैठक
ट्रंप ने मीटिंग के बाद कहा कि वे यूक्रेन, रूस और अमेरिका के बीच त्रिपक्षीय वार्ता कराने की कोशिश कर रहे हैं और इसकी जगह भी जल्द तय की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि यूरोपीय नेताओं के साथ बैठक सकारात्मक रही और सुरक्षा गारंटी को लेकर चर्चा हुई है।
वहीं, जेलेंस्की ने इस पर हामी भरते हुए कहा कि वह पुतिन के साथ किसी तीसरे देश में त्रिपक्षीय बैठक के लिए तैयार हैं। लेकिन उन्होंने एक बार फिर साफ कर दिया कि यूक्रेन किसी भी सूरत में अपनी जमीन रूस को नहीं देगा।
सुरक्षा गारंटी और हथियार डील पर बनी बात
जेलेंस्की ने बताया कि इस बैठक में यूक्रेन की सुरक्षा योजना को लेकर गंभीर चर्चा हुई, जिसके तहत यूक्रेन, यूरोप की आर्थिक मदद से करीब 90 अरब डॉलर के अमेरिकी हथियार खरीदेगा। इसमें ड्रोन निर्माण का भी प्रस्ताव है, जिनमें से कुछ अमेरिका खुद भी खरीदेगा। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अभी इस समझौते को औपचारिक रूप से अंतिम रूप नहीं दिया गया है।
बीते रिश्तों पर भी हुआ जिक्र
गौरतलब है कि फरवरी में जेलेंस्की जब आखिरी बार ट्रंप से मिलने व्हाइट हाउस आए थे, तो उन्हें अमेरिकी सैन्य मदद के लिए “अपर्याप्त आभार” जताने पर फटकार भी झेलनी पड़ी थी। लेकिन इस बार माहौल बिल्कुल अलग दिखा। दोनों नेताओं ने गर्मजोशी से मुलाकात की और जेलेंस्की ने ट्रंप के व्यक्तिगत प्रयासों की सराहना करते हुए कहा,
“रूस को केवल ताकत से ही रोका जा सकता है, और ट्रंप के पास वह ताकत है।”
यूरोपीय नेताओं की सख्त लाइन
बैठक के बाद यूरोपीय नेताओं के बयान भी सामने आए, जिनसे साफ झलकता है कि रूस को लेकर किसी के मन में नरमी नहीं है:
- ब्रिटिश PM कीर स्टार्मर ने इसे ऐतिहासिक कदम बताया लेकिन सुरक्षा गारंटी को समझौते की शर्त माना।
- जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्त्ज ने कहा, “किसी भी बैठक से पहले सीजफायर जरूरी है।”
- फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों बोले, “अगर पुतिन ताकत के दम पर ज़मीन ले लेते हैं, तो शांति की कोई बात नहीं रह जाती।”
- इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी ने कहा, “जरूरी है कि भविष्य में युद्ध फिर से न हो।”
- नाटो चीफ मार्क रूट ने यूक्रेनी बुनियादी ढांचे की सुरक्षा पर ज़ोर दिया।
- EU प्रमुख उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने कहा कि यूक्रेनी बच्चों को वापस उनके परिवारों तक पहुंचाना प्राथमिकता होनी चाहिए।