White House Dinner: अमेरिकी राजनीति और टेक इंडस्ट्री का एक दिलचस्प मेल देखने को मिला व्हाइट हाउस में, जब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी पत्नी मेलेनिया ट्रंप ने दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनियों के सीईओज़ को एक खास डिनर पर बुलाया। ये सिर्फ एक साधारण दावत नहीं थी, बल्कि इसे ट्रंप ने खुद “हाई आईक्यू लोगों का जमावड़ा” बताया।
स्टेट डाइनिंग रूम में हुई इस मीटिंग में खाने के साथ-साथ गंभीर मुद्दों पर भी बातचीत हुई जैसे अमेरिका में निवेश, नौकरियों का निर्माण, टेक्नोलॉजी की दिशा और पॉलिटिक्स। ट्रंप ने इस मौके को अमेरिका की आर्थिक तरक्की के लिहाज से भी एक बड़ा कदम बताया।
अमेरिका में कितना निवेश करेंगे टेक दिग्गज? White House Dinner
डिनर के दौरान ट्रंप ने एक-एक करके सभी बड़े सीईओ से सवाल पूछा — “आप अमेरिका में कितना निवेश करने जा रहे हैं?”
सबसे पहले बारी आई मेटा (Facebook) के सीईओ मार्क जुकरबर्ग की। ट्रंप के दाईं ओर बैठे जुकरबर्ग ने बताया कि मेटा आने वाले समय में 600 बिलियन डॉलर (60 खरब डॉलर) अमेरिका में निवेश करने जा रहा है।
इसके बाद ट्रंप ने ऐपल के सीईओ टिम कुक से पूछा, “और टिम… ऐपल कितना लगाएगा? क्योंकि मुझे पता है, आप फिर से बड़े स्तर पर अमेरिका लौट रहे हैं।”
टिम कुक ने भी वही आंकड़ा दोहराया — 600 बिलियन डॉलर का निवेश।
ट्रंप ने दोनों की तारीफ करते हुए कहा,
“यह जबरदस्त है। इससे लाखों नौकरियां आएंगी। हमें आप पर गर्व है।”
फिर उन्होंने गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई की तरफ रुख किया और पूछा कि गूगल क्या प्लान कर रहा है?
पिचाई ने जवाब दिया कि,
“हम 100 बिलियन डॉलर से ऊपर पहुंच चुके हैं और अगले दो सालों में यह बढ़कर 250 बिलियन डॉलर हो जाएगा।”
इस पर ट्रंप ने उत्साहित होकर कहा — “शानदार! ढेर सारी नौकरियां, हमें आप पर गर्व है।”
इसके बाद, माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला ने बताया कि कंपनी इस साल अमेरिका में 75 से 80 बिलियन डॉलर निवेश करने जा रही है। ट्रंप ने नडेला को भी धन्यवाद कहा और उनकी सराहना की।
भारतीय मूल के सीईओ का दबदबा
इस डिनर में भारतीय मूल के सीईओ छाए रहे। सत्या नडेला (माइक्रोसॉफ्ट), सुंदर पिचाई (गूगल), संजय मेहरोत्रा (माइक्रोन टेक्नोलॉजीज), श्याम शंकर (पैलंटिर) और टीआईबीसीओ के चेयरमैन की मौजूदगी ने भारतवंशियों की प्रतिभा का झंडा फिर से ऊंचा किया।
एलन मस्क की गैरमौजूदगी और सैम अल्टमैन की मौजूदगी
इस हाई-प्रोफाइल डिनर में एक चेहरा बहुत मिस किया गया वो था एलन मस्क। कभी ट्रंप के करीबी माने जाने वाले मस्क अब उनसे दूरी बना चुके हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों के रिश्ते अब कड़वे हो चुके हैं और अब वे एक-दूसरे से बातचीत तक नहीं करते।
मस्क की गैरहाजिरी में ट्रंप ने OpenAI के सीईओ सैम अल्टमैन को खास तौर पर बुलाया और उन्हें भरपूर अहमियत भी दी। टेक वर्ल्ड में यह संकेत माना जा रहा है कि ट्रंप अब AI और ऑटोमैशन को लेकर नई दिशा में सोच रहे हैं, जिसमें मस्क की जगह अल्टमैन को प्राथमिकता मिल रही है।