World Robot Competition: चीन के हांगझोउ में आयोजित वर्ल्ड रोबोट कॉम्पीटीशन (World Robot Competition) में Unitree Robotics के ह्यूमनॉइड रोबोट्स ने इतिहास रचते हुए दुनिया का पहला किकबॉक्सिंग मुकाबला लड़ा, जिसने दर्शकों को रोमांचित कर दिया। यह मुकाबला न केवल मनोरंजन का साधन बना बल्कि रोबोटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में तकनीकी प्रगति का भी बखान किया।
मुकाबले की खासियतें– World Robot Competition
चार Unitree G1 मॉडल के रोबोट्स, जो 1.32 मीटर लंबे और लगभग 35 किलोग्राम वजन के थे, ने अपनी चपलता और युद्ध कौशल का प्रभावशाली प्रदर्शन किया। इन रोबोट्स को ऑपरेटर्स ने रिमोट कंट्रोल और वॉयस कमांड्स से नियंत्रित किया। मुकाबला दो सेशनों में हुआ। पहले सेशन में रोबोट्स ने स्ट्रेट पंच, हुक पंच और किप-अप जैसी जटिल तकनीकें दिखाई। दूसरे सेशन में तीन राउंड के दो-दो मिनट के मुकाबले हुए, जिनमें हेड या बॉडी पर पंच लगाने पर 1 पॉइंट और किक लगाने पर 3 पॉइंट मिले। वहीं, गिरने पर 5 पॉइंट कटौती होती थी।
🇨🇳 Robot gets KO’d in the world’s first humanoid ROBOT FIGHTING tournament in China pic.twitter.com/Abkux5FZnj
— Dott. Orikron 🇵🇹 (@orikron) May 25, 2025
Global Times की रिपोर्ट के अनुसार, AI Strategist नाम के रोबोट ने Energy Guardian को हराकर खिताब हासिल किया। इस मुकाबले को CCTV ने लाइव स्ट्रीम किया, जिसमें एन्हांस्ड रियलिटी (AR) और वर्चुअल रियलिटी (VR) का भी उपयोग किया गया।
तकनीकी विकास और AI की भूमिका
Unitree Robotics ने अपने रोबोट्स को प्रशिक्षण देने के लिए LAFAN1 मोशन कैप्चर तकनीक का इस्तेमाल किया, जिसके जरिये इन्हें प्रोफेशनल किकबॉक्सर्स के मूव्स सिखाए गए। Zhejiang University के शोधकर्ता ली गाओफेंग ने बताया कि पिछले 6-12 महीनों में चीन की ह्यूमनॉइड रोबोटिक्स तकनीक में जबरदस्त तेजी देखी गई है।
यह प्रतियोगिता केवल मनोरंजन तक सीमित नहीं थी, बल्कि इसने AI आधारित निर्णय लेने, मोशन कंट्रोल और बैटरी की क्षमता जैसी महत्वपूर्ण तकनीकी खूबियों का परीक्षण भी किया। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की प्रतियोगिताएं चीन के रोबोटिक्स सेक्टर के लिए प्रतिभा विकास का मंच बनेंगी।
पहले के विवादास्पद अनुभव
Unitree Robotics पहले भी विवादों में रहा है। फरवरी 2025 में Tianjin Spring Festival Gala में एक G1 रोबोट ने भीड़ पर अचानक झपटा मारा था। इसके अलावा हाल ही में H1 मॉडल ने फैक्ट्री टेस्ट के दौरान इंजीनियरों पर हमला किया था। Tesla की टेक्सास फैक्ट्री में भी इसी तरह का हादसा हुआ था। इन घटनाओं का कारण सॉफ्टवेयर की खराबी और AI सुरक्षा मानकों की कमी को माना गया है।
आलोचना और भविष्य की योजनाएं
कुछ विशेषज्ञों और दर्शकों ने इस मुकाबले की आलोचना भी की। एक यूजर ने कहा, “यह थोड़ा औसत रहा क्योंकि केवल एक ही मॉडल के रोबोट्स ने मुकाबला किया, जो पूरी तरह रिमोट कंट्रोल्ड थे, ऑटोनॉमस नहीं।” South China Morning Post ने भी कहा कि G1 रोबोट्स की प्रतिक्रिया गति और सटीकता अभी इंसानों से कम है।
फिर भी, इस क्षेत्र में लगातार विकास हो रहा है। EngineAI ने दिसंबर 2025 में शेनझेन में एक बड़ा कॉम्बैट इवेंट आयोजित करने की योजना बनाई है, जिसमें और उन्नत रोबोट्स हिस्सा लेंगे।
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