Coffee for healthy liver: हेल्दी लिवर के लिए रामबाण है कॉफी! बस पीने का तरीका बदलें और पाएं फायदा

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Coffee for healthy liver: आजकल हर कोई कॉफी (Coffee) पीना पसंद करता है, कुछ लोग कॉफी के इतने दीवाने हो जाते हैं कि उन्हें हर घंटे कॉफी चाहिए होती है। वही कई रिसर्च के अनुसार यह भी माना जाता है कि यह लिवर के लिए बहुत अच्छा होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं हेल्दी लिवर (healthy liver) के लिए कॉफी पीने का सही तरीका क्या होगा जो फैटी लिवर के खतरे को कम कर सकता है, अगर नहीं तो चलिए इस लेख में जानते हैं

कॉफी पीने का सही तरीका – Right way to drink coffee

रिसर्च और एक्केसपर्ट्स के अनुसार, सीमित मात्रा में और सही तरीके से कॉफ़ी का सेवन लिवर के लिए फ़ायदेमंद हो सकता है। उदाहरण के लिए, ब्लैक कॉफ़ी पीना लिवर की सेहत के लिए बहुत फ़ायदेमंद है। बिना चीनी, दूध या क्रीम वाली ब्लैक कॉफ़ी सबसे अच्छी मानी जाती है। इसमें अतिरिक्त कैलोरी नहीं होती, जो फैटी लिवर के लिए हानिकारक हो सकती है।

लो-फैट (Low-Fat) या स्किम्ड दूध का ही इस्तेमाल

वही अपनी कॉफी में चीनी (Sugar), सिरप या बहुत ज्यादा मीठी चीजों को मिलाने से बचें, क्योंकि ये फैटी लिवर की समस्या को और बढ़ा सकते हैं। दूसरी और अगर आप ब्लैक कॉफी नहीं पी सकते हैं, तो लो-फैट (Low-Fat) या स्किम्ड दूध का ही इस्तेमाल करें और उसकी मात्रा भी कम रखें।

ज़्यादातर एक्सपर्ट्स और डॉक्टर्स मानते हैं कि रोज़ाना 2 से 4 कप ब्लैक कॉफ़ी पीना फायदेमंद हो सकता है। हालाँकि, अगर आपको उच्च ब्लड प्रेशर (blood pressure), अनिद्रा या पाचन संबंधी समस्याएँ हैं, तो अपने डॉक्टर से सलाह लेना ज़रूरी है।

कॉफी और लिवर हेल्थ के फायदे

हालाँकि कई रिसर्च से पता चलता है कि कॉफ़ी लिवर के लिए कई तरह से फायदेमंद हो सकती है। नियमित रूप से कॉफ़ी पीने से लिवर की कोशिकाओं में फेट का संचय कम हो सकता है और फैटी लिवर (Non-Alcoholic Fatty Liver Disease – NAFLD/MASLD) का खतरा कम हो सकता है।

सिरोसिस और कैंसर का कम जोखिम

कॉफी लिवर फाइब्रोसिस (liver fibrosis) की बढ़ती स्थिति की गति को धीमा कर सकती है, जिसके परिणामस्वरूप सिरोसिस और लिवर कैंसर (hepatocellular carcinoma) का जोखिम कम होता है। इसके अलवा आपको बता दें, कॉफ़ी में क्लोरोजेनिक एसिड (chlorogenic acid) और पॉलीफेनॉल (Polyphenols) जैसे एंटीऑक्सीडेंट (Antioxidants) होते हैं, जो ऑक्सीडेटिव (oxidative) तनाव और सूजन से लड़ने में मदद करते हैं।
ध्यान देने वाली बात यह है कि अगर आपको किसी भी तरह की बीमारी है तो कॉफी का सेवन करने से पहले डॉक्टर से अनुमति लें और उसके बाद ही इसका सेवन करें।

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