Protect yourself from heat wave: दिल्ली और आसपास के राज्यों में इन दिनों भीषण गर्मी और हीट वेव का प्रकोप जारी है। तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार जा रहा है, और उमस के कारण “फील लाइक” तापमान 50 डिग्री सेल्सियस से भी ऊपर महसूस हो रहा है। ऐसे में स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना बेहद जरूरी है। to हीट वेव से बचने और सुरक्षित रहने के लिए कुछ महत्वपूर्ण तरीके यहाँ दिए गए हैं:
हाइड्रेटेड रहें (खूब पानी पिएं)
दिनभर में खूब पानी पिएं, भले ही आपको प्यास न लग रही हो। कम से कम 8-10 गिलास पानी पीने का लक्ष्य रखें। वही नारियल पानी, नींबू पानी (नमक और चीनी के साथ), छाछ, लस्सी और ओ.आर.एस (ORS) का सेवन करें। ये शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी को पूरा करते हैं जो पसीने के साथ निकल जाते हैं। दूसरी और चाय, कॉफी, शराब और कार्बोनेटेड ड्रिंक्स से दूर रहें, क्योंकि ये शरीर को डिहाइड्रेट कर सकते हैं।
दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच घर से बाहर न निकलें, क्योंकि इस समय सूरज की रोशनी सबसे तेज होती है। हवा के संचार के लिए गर्म रंग के, कॉर्पोरेट फिटिंग वाले और सूती कपड़े पहनें और शरीर को ठंडा रखें। गर्म रंग की टोपी, धूप का चश्मा और स्कार्फ पहनें। अपने सिर, माथे और चेहरे को ढक कर रखें। इस समय के दौरान बाहर व्यायाम या टहलना वर्जित है।
खान-पान का खास ख्याल रखें
अपने खान-पान का खास ख्याल रखें, पानी वाले फल और सब्जियाँ खाएं जैसे तरबूज, खीरा, संतरा, अंगूर, टमाटर आदि। भारी और मसालेदार भोजन से बचें। हल्का और आसानी से पचने वाला खाना जैसे खिचड़ी, दलिया और सूप खाएं। साथ ही बासी खाना खाने से बचें क्योंकि गर्मियों में यह जल्दी खराब हो सकता है। आपको बता दें, अधिक प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थ खाने से बचें क्योंकि ये शरीर के मेटाबॉलिज्म को बढ़ा सकते हैं और गर्मी पैदा कर सकते हैं।
घर को ठंडा रखें दिन में खिड़कियाँ और दरवाज़े बंद रखें, खास तौर पर जब बाहर का तापमान ज़्यादा हो। शाम को तापमान कम होने पर उन्हें खोलें। पंखे, कूलर या एयर कंडीशनर चलाकर घर को ठंडा रखें। हो सके तो ठंडे पानी में भिगोए हुए कपड़े शरीर पर रखें या गीले कपड़े से शरीर को पोंछते रहें।
हीट स्ट्रोक के लक्षण और प्राथमिक उपचार
हीट स्ट्रोक (Heat Wave) एक गंभीर स्थिति है और इसके लक्षणों को पहचानना महत्वपूर्ण है…अत्यधिक शरीर का तापमान (104°F/40°C या अधिक), भ्रम, दौरे, बेहोशी, गर्म-सूखी त्वचा (या कुछ मामलों में बहुत अधिक पसीना), तेज धड़कन, सिरदर्द, मतली या उल्टी। इसके प्राथमिक उपचार कुछ इस तरह से है की व्यक्ति को तुरंत किसी ठंडी, छायादार जगह पर ले जाएं।
- उसके अतिरिक्त कपड़े हटा दें।
- बगल, गर्दन, कमर और पीठ पर ठंडी या बर्फ की पट्टियां रखें।
- पंखे का उपयोग करें और त्वचा पर पानी का छिड़काव करें ताकि शरीर ठंडा हो सके।
- यदि व्यक्ति होश में है, तो उसे ठंडा पानी या ओ.आर.एस. का घोल पीने को दें।
- तुरंत चिकित्सकीय सहायता लें।