Prostate cancer: कुछ समय पहले अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बिडेन (Former US President Joe Biden) को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई थी जिसमें पता चला था कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बिडेन को प्रोस्टेट कैंसर (Prostate cancer) होने की पुष्टि हुई है और इसे कैंसर की एक गंभीर श्रेणी बताया जा रहा है जो उनकी हड्डियों तक भी फैल चुका है। तो चलिए इस लेख में हम आपको प्रोस्टेट कैंसर के कारण, लक्षण और उपचार के बारे में विस्तार से बताते हैं।
प्रोस्टेट कैंसर क्या है? – Prostate cancer
प्रोस्टेट कैंसर (Prostate cancer) पुरुषों में होने वाला एक प्रकार का कैंसर है जो प्रोस्टेट ग्रंथि में शुरू होता है। प्रोस्टेट एक छोटी अखरोट के आकार की ग्रंथि है जो मूत्राशय के नीचे स्थित होती है और वीर्य बनाने में मदद करती है।
प्रोस्टेट कैंसर के कारण
प्रोस्टेट कैंसर (Prostate cancer) का सटीक कारण अक्सर ज्ञात नहीं होता है, लेकिन कुछ जोखिम कारक इसके विकसित होने की संभावना को बढ़ा सकते हैं। 50 वर्ष से अधिक आयु के पुरुषों में इसका जोखिम अधिक होता है। अधिकांश मामले 65 वर्ष से अधिक आयु के पुरुषों में पाए जाते हैं। यदि परिवार में किसी पुरुष को प्रोस्टेट कैंसर (Prostate cancer) हुआ है (जैसे पिता, भाई), तो उस व्यक्ति को भी रोग विकसित होने का जोखिम बढ़ जाता है।
BRCA1 या BRCA2 जीन जैसे कुछ आनुवंशिक उत्परिवर्तन भी जोखिम को बढ़ा सकते हैं। अश्वेत पुरुषों में अन्य जातियों के पुरुषों की तुलना में प्रोस्टेट कैंसर विकसित होने की संभावना अधिक होती है और यह अधिक आक्रामक होता है। अधिक वजन या मोटापे से प्रोस्टेट कैंसर का जोखिम बढ़ सकता है, विशेष रूप से इसके अधिक आक्रामक रूप। उच्च वसा वाला आहार और लाल मांस का अधिक सेवन भी संभावित जोखिम कारक हो सकते हैं, हालाँकि अधिक शोध की आवश्यकता है। धूम्रपान और अधिक शराब का सेवन भी जोखिम को बढ़ा सकता है।
प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण – Symptoms of Prostate Cancer
प्रोस्टेट कैंसर के शुरुआती चरणों में अक्सर कोई स्पष्ट लक्षण नहीं होते हैं। हालाँकि, जैसे-जैसे कैंसर बढ़ता है, कुछ लक्षण दिखाई दे सकते हैं जैसे कि मूत्र संबंधी समस्याएँ – बार-बार पेशाब आना, खासकर रात में, पेशाब करने में कठिनाई (कमज़ोर या धीमी मूत्र धारा), पेशाब शुरू करने या रोकने में कठिनाई, पेशाब करते समय दर्द या जलन, पेशाब या वीर्य में खून आना (हालाँकि यह अन्य स्थितियों के कारण भी हो सकता है)। साथ ही, मूत्राशय को पूरी तरह से खाली करने में असमर्थता।
उन्नत (Advanced) या मेटास्टेटिक चरण में लक्षण
हड्डियों में दर्द यह सबसे आम लक्षणों में से एक है जब कैंसर हड्डियों में फैलता है (जो जो बिडेन के मामले में भी रिपोर्ट किया गया है)। यह दर्द अक्सर पीठ, कूल्हों, पसलियों या जांघों में होता है और रात में बदतर हो सकता है। पीठ के निचले हिस्से, कूल्हों या श्रोणि क्षेत्र में असुविधा या दर्द, बिना प्रयास के वजन कम होना, थकान और कमजोरी।
प्रोस्टेट कैंसर का इलाज – Prostate Cancer Treatment
प्रोस्टेट कैंसर का उपचार कई कारकों पर निर्भर करता है, जिसमें कैंसर का चरण, ग्लीसन स्कोर (जो कैंसर की आक्रामकता को दर्शाता है), रोगी की आयु और समग्र स्वास्थ्य शामिल है। जैसे…सक्रिय निगरानी (Active Surveillance): यदि कैंसर बहुत धीमा है, शुरुआती चरण में है और कोई लक्षण नहीं पैदा कर रहा है, तो डॉक्टर नियमित निगरानी (PSA परीक्षण और बायोप्सी) की सलाह दे सकते हैं, ताकि अनावश्यक उपचार से बचा जा सके।
सर्जरी (प्रोस्टेटेक्टॉमी): इसमें प्रोस्टेट ग्रंथि और आस-पास के कुछ ऊतकों (कभी-कभी लिम्फ नोड्स भी) को पूरी तरह से हटा दिया जाता है। यह सर्जरी खुले तरीके से या रोबोटिक तरीके से की जा सकती है। रेडिएशन थेरेपी: इसमें बाहरी बीम रेडिएशन (EBRT) शामिल है। कैंसर कोशिकाओं को उच्च-ऊर्जा एक्स-रे या प्रोटॉन बीम का उपयोग करके बाहर से लक्षित किया जाता है। इसके अलावा, ब्रैकीथेरेपी इसमें प्रोस्टेट ग्रंथि में सीधे रेडियोधर्मी बीज प्रत्यारोपित करना शामिल है, जो अंदर से विकिरण जारी करते हैं।