Post-Diwali Pollution: दिवाली के जश्न के बाद दिल्ली और एनसीआर की हवा एक बार फिर खतरनाक स्तर तक पहुंच चुकी है। हर साल की तरह इस बार भी पटाखों और धूल-धुएं ने मिलकर प्रदूषण को जहरीला बना दिया है। खासतौर पर छोटे बच्चे, बुजुर्ग और सांस या अस्थमा के मरीज़ इस समय सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं। इस जहरीले माहौल में फेफड़ों की देखभाल अब एक जरूरत बन गई है। अगर आपको भी सांस लेने में दिक्कत हो रही है या हल्का सा चलने पर भी थकान महसूस होती है, तो अब वक्त है अपने लंग्स को नेचुरली डिटॉक्स करने का।
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इसके लिए किसी महंगी दवा की जरूरत नहीं है, बल्कि घर में मौजूद कुछ आम चीजों से बने आयुर्वेदिक ड्रिंक्स आपकी काफी मदद कर सकते हैं। ये ड्रिंक्स न सिर्फ आपके फेफड़ों को साफ करते हैं बल्कि इम्यून सिस्टम को भी स्ट्रॉन्ग बनाते हैं।
नींबू-शहद वाला पानी (Lemon-Honey Water)
इस ड्रिंक को आमतौर पर वेट लॉस के लिए पिया जाता है, लेकिन यह शरीर को डिटॉक्स करने में भी काफी असरदार है। नींबू शरीर से गंदगी बाहर निकालता है और शहद गले और छाती में जमा बलगम को निकालने में मदद करता है। सुबह के वक्त इसे गुनगुने पानी के साथ पिएं।
गाजर-चुकंदर का जूस (Carrot-Beetroot Juice)
गाजर और चुकंदर का जूस पीने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और शरीर को तुरंत एनर्जी मिलती है। इनमें मौजूद विटामिन A और C न सिर्फ त्वचा बल्कि फेफड़ों के लिए भी फायदेमंद होते हैं। ये आपके सिस्टम को अंदर से क्लीन करते हैं और थकान दूर करने में भी असरदार हैं।
अदरक-नींबू की चाय (Ginger-Lemon Tea)
अदरक और नींबू दोनों ही एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं। यह चाय शरीर से टॉक्सिन्स निकालने में कारगर मानी जाती है। नींबू का विटामिन C और अदरक का सूजन कम करने वाला गुण फेफड़ों को मजबूत करता है। सुबह खाली पेट इसका सेवन फेफड़ों की सफाई के लिए बेहद फायदेमंद होता है।
मुलेठी की चाय (Licorice Tea)
मुलेठी एक नेचुरल इम्यून बूस्टर है और इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण गले की सूजन और खांसी में राहत देते हैं। मुलेठी की चाय फेफड़ों के टिशूज़ को रिपेयर करने और सांस की दिक्कतों को कम करने में भी कारगर मानी जाती है। ठंडी या धूल भरी हवा में रहने वालों के लिए ये बेहद जरूरी ड्रिंक बन जाती है।
हल्दी वाला दूध (Turmeric Milk)
हल्दी में मौजूद करक्यूमिन शरीर की सूजन को कम करता है और फेफड़ों की सफाई में मदद करता है। खासतौर पर रात को सोने से पहले हल्दी वाला दूध पीना गले की खराश, खांसी और छाती की जकड़न को आराम देता है। ये ड्रिंक इम्यूनिटी को बूस्ट करता है और संक्रमण से बचाव करता है।
फेफड़ों की सेहत के लिए सिर्फ ड्रिंक्स नहीं, लाइफस्टाइल भी जरूरी
इन सभी नेचुरल ड्रिंक्स के साथ आपको अपनी लाइफस्टाइल में भी बदलाव करने की जरूरत है। धूम्रपान से बचें, बाहर निकलते समय मास्क पहनें और कोशिश करें कि प्रदूषण वाले इलाकों में ज्यादा समय ना बिताएं। हेल्दी डाइट, भरपूर पानी और एक्सरसाइज भी आपके फेफड़ों को हेल्दी रखने में अहम भूमिका निभाते हैं।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य स्वास्थ्य सुझाव के तौर पर प्रदान की गई है। किसी भी आयुर्वेदिक या स्वास्थ्य संबंधित उपचार को अपनाने से पहले कृपया अपने चिकित्सक या स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।
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