Sleeping Position:आपने अक्सर देखा होगा कि कई लोग सोते समय अपनी पूरी बॉडी को कंबल या रजाई में लपेट कर रखते हैं, लेकिन उनका एक पैर बाहर निकल आता है। ये बिना किसी जानबूझ कर होने वाली घटना है, जो न सिर्फ एक आदत होती है, बल्कि इसके पीछे शरीर की प्रकृति और दिमाग के कार्य करने का तरीका छिपा है। नींद के दौरान शरीर के तापमान, दिमाग की स्थिति और हमारे आस-पास का माहौल यह सभी मिलकर तय करते हैं कि हमें किस स्थिति में सबसे ज्यादा आराम मिलता है। तो चलिए जानते हैं कि सोते वक्त एक पैर बाहर निकालने का क्या कारण हो सकता है।
शरीर के तापमान को कंट्रोल करने का तरीका (Sleeping Position)
नींद के दौरान शरीर का तापमान थोड़ा कम हो जाता है, ताकि दिमाग को गहरी नींद मिल सके। यदि कंबल या रजाई में पूरा शरीर ढका रहता है, तो शरीर में ज्यादा गर्मी बनने लगती है। ऐसे में शरीर को ठंडक की जरूरत होती है, और एक पैर बाहर निकालना इसे पाना का एक तरीका है। हमारे पैरों में खून की नलियां त्वचा के बहुत पास होती हैं, जिससे शरीर से गर्मी जल्दी बाहर निकलती है और शरीर ठंडा हो जाता है, जो गहरी और आरामदायक नींद के लिए आवश्यक है।
दिमाग को मिलने वाला सिग्नल
जब पैर को बाहर निकाला जाता है, तो दिमाग को ठंडक मिलती है, और यह उसे संकेत भेजता है कि अब शरीर आराम की अवस्था में है और गहरी नींद आने की संभावना बढ़ जाती है। इसे वैज्ञानिक भाषा में थर्मोरेगुलेशन कहा जाता है, यानी नींद के दौरान शरीर अपने तापमान को खुद से नियंत्रित करता है ताकि दिमाग को आरामदायक स्थिति मिल सके।
बेचैनी और तनाव कम करने में मदद
कुछ लोगों का दिमाग सोते समय ज्यादा एक्टिव रहता है और वे करवटें बदलते रहते हैं। ऐसे में उन्हें आरामदायक पोजीशन मिलना मुश्किल हो सकता है। एक पैर बाहर निकालने से उनका शरीर थोड़ा रिलैक्स महसूस करता है, जिससे बेचैनी कम होती है और नींद जल्दी आ जाती है। यह स्थिति शरीर को मानसिक आराम देने का काम करती है।
गर्म कमरे में सोने वाले लोग ज्यादा करते हैं ऐसा
यदि कमरे में गर्मी हो, एसी बंद हो, या पंखा धीमा चल रहा हो, तो ऐसे वातावरण में शरीर खुद को ठंडा करने के लिए पैर बाहर निकालने की प्रक्रिया अपनाता है। गर्मी से बचने के लिए यह एक प्राकृतिक तरीका होता है, जो शरीर की आवश्यकता के अनुसार होता है। यही कारण है कि गर्म मौसम में लोग इस आदत को ज्यादा अपनाते हैं।
मनोवैज्ञानिक रूप से सुरक्षा का एहसास
कई बार ऐसा भी देखा गया है कि एक पैर बाहर रखना दिमाग को संतुलन का एहसास देता है। यह शरीर को न पूरी ठंड और न पूरी गर्मी के बीच का संतुलन प्रदान करता है, जिससे आरामदायक नींद आती है। यह खासकर उन लोगों में देखा गया है जिनके दिमाग को अधिक आराम की आवश्यकता होती है और वे मानसिक रूप से खुद को सुरक्षित महसूस करना चाहते हैं।
(अस्वीकरण: यह जानकारी सामान्य जानकारी के रूप में दी गई है और किसी भी चिकित्सकीय सलाह का विकल्प नहीं है। विशेषज्ञ से परामर्श लें यदि आपको किसी समस्या का सामना हो रहा हो।)
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