Superfood For Kids Eye Health: आज के डिजिटल युग में बच्चों की आंखों पर बहुत दबाव आता है। मोबाइल, टीवी, लैपटॉप और टैबलेट जैसे उपकरणों के सामने घंटों बैठने की वजह से उनकी आंखों को नुकसान पहुंच रहा है। ऐसे में माता-पिता की जिम्मेदारी बनती है कि वे बच्चों की आंखों की देखभाल करें और उन्हें स्क्रीन टाइम से थोड़ा दूर रखें। साथ ही, बच्चों की डाइट में ऐसे खाद्य पदार्थ शामिल करें जो उनकी आंखों की सेहत को मजबूत बनाएं। आइए हम आपको उन पांच खास फूड्स के बारे में बताते हैं जिन्हें हर बच्चे को खाना चाहिए।
1. हरी पत्तेदार सब्जियां: आंखों की सुरक्षा का पहला कदम- Superfood For Kids Eye Health
हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, मेथी, सलाद पत्ता, ब्रोकली आदि में ल्यूटिन और जीएक्सैंथिन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। ये दोनों शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो रेटिना को नुकसान से बचाते हैं। अगर बच्चे रोजाना इन सब्जियों का सेवन करें तो उनकी आंखें लंबे समय तक स्वस्थ रहती हैं। इसलिए डाइट में इन्हें जरूर शामिल करें।
2. मछली: ओमेगा-3 का भरपूर स्रोत
अगर आपके घर में मछली खाई जाती है तो बच्चे की डाइट में इसे शामिल करना बहुत फायदेमंद होगा। मछली में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है, जो आंखों के लिए बेहद जरूरी है। यह रेटिना की कोशिकाओं को स्वस्थ रखने में मदद करता है और आंखों की रोशनी को बेहतर बनाता है। साथ ही, ओमेगा-3 बच्चों की सामान्य विकास प्रक्रिया के लिए भी जरूरी है।
3. गाजर और पालक: विटामिन A से भरपूर
गाजर, पालक, शकरकंद, आम, पपीता और डेयरी प्रोडक्ट में विटामिन A होता है, जो आंखों के लिए बेहद जरूरी पोषक तत्व है। विटामिन A रेटिना को स्वस्थ रखता है और आंखों के सूखेपन से बचाता है। अगर शरीर में विटामिन A की कमी हो जाए तो आंखों का सफेद हिस्सा सूख जाता है, जिसे कंजंक्टाइवल जेरोसिस कहा जाता है। इसलिए बच्चों को गाजर और पालक जैसी चीजें जरूर खिलाएं।
4. अलसी के बीज और सूखे मेवे: ओमेगा-3 के अतिरिक्त स्रोत
अलसी के बीज, अखरोट और अन्य सूखे मेवे भी ओमेगा-3 फैटी एसिड का अच्छा स्रोत हैं। यह रेटिना की फोटोरेसेप्टर कोशिकाओं को मजबूत बनाए रखते हैं, जिससे बच्चों की आंखें स्वस्थ रहती हैं। अगर बच्चे मछली नहीं खाते तो उन्हें जरूर ये सूखे मेवे खिलाएं।
5. संतरे, नींबू और कीवी: विटामिन C और E से भरपूर
आंखों की सुरक्षा में विटामिन C और E भी बहुत जरूरी हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करते हैं और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। खासकर विटामिन C मोतियाबिंद (कैटरैक्ट) बनने से बचाव करता है। इसके अलावा जिंक नामक मिनरल भी आंखों की देखभाल करता है, जो एज-रिलेटेड मैक्यूलर डिजनरेशन से बचाता है। विटामिन C और जिंक संतरे, नींबू और कीवी जैसे खट्टे फलों में भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। बच्चों को यह फल नियमित खिलाना चाहिए।
डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य जागरूकता के उद्देश्य से साझा की गई है। इसमें बताई गई बातें किसी पेशेवर डॉक्टर की सलाह का विकल्प नहीं हैं। स्वास्थ्य से जुड़ी किसी भी समस्या के लिए कृपया संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।
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