Adulterated coffee in the market: कॉफी दुनिया में सबसे ज़्यादा पसंद किए जाने वाले पेय पदार्थों में से एक है, लेकिन बाज़ार में मिलावटी उत्पादों का खेल काफ़ी बढ़ गया है। मिलावटी उत्पाद न सिर्फ़ कॉफी का स्वाद और खुशबू बिगाड़ते हैं, बल्कि सेहत के लिए भी हानिकारक हो सकते हैं। असली और मिलावटी उत्पादों में फ़र्क करना मुश्किल हो सकता है, लेकिन कुछ आसान टिप्स से आप इसकी पहचान कर सकते हैं। तो चलिए आपको इस लेख में बताते है कैसे नकली कॉफ़ी की पहचान करें।
मिलावटी कॉफी की पहचान कैसे करें?
सबसे पहले पैकेजिंग की जांच करें, जैसे हमेशा ब्रांडेड और प्रतिष्ठित कंपनियों से कॉफी खरीदें। पैकेजिंग पर उत्पादन तिथि, समाप्ति तिथि, बैच नंबर और सामग्री सूची की जांच करें। अधूरी या अस्पष्ट जानकारी वाली पैकेजिंग से बचें। अगर पैकेजिंग फटी हुई, क्षतिग्रस्त या सील टूटी हुई है तो उसे न खरीदें। “100% शुद्ध कॉफी” या “प्रीमियम गुणवत्ता” जैसे दावों पर आँख मूंदकर भरोसा न करें, क्योंकि कई बार यह सिर्फ़ मार्केटिंग का हथकंडा होता है।
कॉफी पाउडर का रंग और बनावट
शुद्ध कॉफी पाउडर गहरे भूरे या काले रंग का होता है। अगर आपको कॉफी का रंग बहुत हल्का या लाल लगे, तो हो सकता है कि उसमें मिलावट हो। कॉफी पाउडर की बनावट एक समान होनी चाहिए। अगर आपको इसमें अलग-अलग आकार के कण या कोई अन्य दाने दिखें, तो मिलावट की संभावना है। कई बार मिलावट के लिए भुने हुए चने, इमली के बीज, अनाज का पाउडर या चिकोरी का इस्तेमाल किया जाता है। आमतौर पर कॉफी में चिकोरी को स्वाद बढ़ाने के लिए मिलाया जाता है, लेकिन अगर इसकी मात्रा ज़्यादा है, तो इसे मिलावटी माना जाता है।
पानी में घुलनशीलता का परीक्षण – Water Solubility Test
- एक गिलास ठंडे पानी में एक चम्मच कॉफी पाउडर डालें।
- शुद्ध कॉफी पानी में धीरे-धीरे घुलती है और पानी का रंग धीरे-धीरे बदलता है। पाउडर सतह पर तैर सकता है या धीरे-धीरे नीचे बैठ सकता है।
- अगर कॉफी पाउडर तुरंत नीचे बैठ जाता है और पानी तेजी से काला हो जाता है, तो इसमें चिकोरी या कोई अन्य भारी मिलावट हो सकती है। चिकोरी पानी में जल्दी डूब जाती है।
- अगर पानी की सतह पर तैलीय परत दिखाई देती है, तो यह अच्छी गुणवत्ता वाली कॉफी का संकेत हो सकता है, क्योंकि कॉफी में प्राकृतिक तेल होते हैं।
सुगंध और स्वाद
शुद्ध कॉफी की अपनी अलग और तेज़ खुशबू होती है। अगर कॉफी में अजीब या केमिकल वाली गंध आती है, तो हो सकता है कि उसमें मिलावट हो। वही मिलावटी कॉफी का स्वाद अक्सर कड़वा, खट्टा या बेस्वाद होता है। इसमें कॉफी की असली कड़वाहट और खुशबू नहीं होती। इसके अलवा अगर कॉफी पीने के बाद आपके मुंह में अजीब सा स्वाद आए या आपका पेट खराब हो जाए, तो तुरंत उस कॉफी का सेवन बंद कर दें।
इसके अलवा इन बातों का आवश्यक ध्यान रखें हमेशा सुपरमार्केट, प्रसिद्ध दुकानों या सीधे ब्रांड की वेबसाइट से ही कॉफी खरीदें। सड़क किनारे या अज्ञात विक्रेताओं से खरीदने से बचें। वही अगर कोई ब्रांड आपको बहुत कम कीमत पर कॉफी बेच रहा है, तो सावधान रहें। अच्छी गुणवत्ता वाली कॉफी आमतौर पर सस्ती नहीं होती। हालाँकि यदि संभव हो, तो ऐसे कॉफी उत्पाद चुनें जिन्हें FSSAI (भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण) जैसे खाद्य सुरक्षा निकायों द्वारा प्रमाणित लेबल किया गया हो।