Jaya Kishori: हाल ही में कथावाचक जया किशोरी का एक बयान सामने आया जो चर्चा का विषय बन गया है। उन्होंने यह बयान डिटैचमैंट और माफी पर चर्चा करते हुए दिया। तो चलिए इस लेख में जानते हैं आखिर उन्होंने डिटैचमैंट को लेकर क्या बोला और वो इसे कैसे हैंडल करती हैं।
कौन है जाया किशोरी?
जया किशोरी एक प्रख्यात भारतीय आध्यात्मिक वक्ता, कथा कथन करने वाली, भजन गायिका और प्रेरक वक्ता हैं। उन्हें मुख्य रूप से श्रीमद् भागवत कथा और ‘नानी बाई का मायरा’ जैसे धार्मिक आयोजनों के लिए जाना जाता है। इसके अलावा, उनके मधुर भजन भी काफी प्रसिद्ध हैं। अपने प्रवचनों के दौरान, वह आध्यात्मिक और सामाजिक मुद्दों पर विचार साझा करती हैं, जो विशेष रूप से युवाओं को प्रेरित करते हैं।
7 वर्ष की आयु में आध्यात्मिकता की ओर कदम बढ़ाया
जया किशोरी ने अपने जीवन के प्रारंभिक चरण में ही आध्यात्मिकता की ओर कदम बढ़ाया। केवल 7 वर्ष की आयु में उनकी आध्यात्मिक यात्रा की शुरुआत हुई, जिसने उनके जीवन की दिशा तय की। एक धार्मिक और आध्यात्मिक माहौल में उनके पाले जाने के कारण, उनका झुकाव भक्ति और ईश्वर के प्रति प्रेम में धीरे-धीरे विकसित होने लगा। बचपन से ही उनके घर में भक्ति के गीत और कहानियों का माहौल था, जिसने उन्हें कृष्ण भक्ति से गहराई से जोड़ा और आज की विख्यात ‘किशोरी जी’ बनने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
डिटैचमैंट को लेकर जया किशोरी की राय
वही आज के समय में जया किशोरी एक पब्लिक मोटिवेटर बन चुकी है उन्हें कई बार पॉडकास्ट इंटरव्यूज में देखा जा सकता हैं। जहाँ वो अपनी लाइफ से जुड़े से किस्सों के बारे में बताती हैं। वही हाल ही में उन्होंने एक पोडकास्ट इंटरव्यू में डिटैचमैंट और किसी को माफ करने की बात पर अपनी राय रखी। उन्होंने बताया कि कब वह लोगों से दूर हो जाती हैं.
“मेरी लगाव की गहराई बहुत मजबूत है। यदि मेरे दिल में आपके लिए एक प्रतिशत भी प्रेम है, तो मैं हमेशा दरवाजा खुला रखूंगी। मैंने उस दिन दरवाजा बंद किया जब मेरी भावनाएं समाप्त हो जाएंगी। मुझे छोड़ने का कोई पछतावा नहीं है। मैंने आपको पूरा मौका दिया, अपनी पूरी कोशिश की, लेकिन अगर आप फिर भी नहीं बदले, तो मुझे अब आपको छोड़ने में कोई अफसोस नहीं है। मैं जानती हूं कि मैंने जो भी किया, वह सही था। आप उस रिश्ते के योग्य नहीं हैं।”










