Valentine Day 2021: क्यों हर साल 14 फरवरी को ही मनाया जाता है 'वेलेंटाइन डे'? ये है इसके पीछे की कहानी…

Valentine Day 2021: क्यों हर साल 14 फरवरी को ही मनाया जाता है 'वेलेंटाइन डे'? ये है इसके पीछे की कहानी…

फरवरी को प्यार का महीना कहा जाता है. इस महीने में वेलेंटाइन वीक मनाया जाता है. कभी अपने पार्टनर को रोज देकर, कभी उनको चॉकलट देकर, तो कभी एक-दूसरे को किस करके वेलेंटाइन वीक हर प्यार करने वाले कपल के लिए बहुत खास होता है. वहीं इन सबके बाद 14 फरवरी को वेलेंटाइन डे आता है, जिसका हर कपल बेसब्री से इंतेजार करता है. इस दिन लोग प्यार का इजहार करते हुए ये बताते हैं कि उनकी जिंदगी में अपने पार्टनर की क्या अहमियत है..

वैसे तो प्यार का इजहार करने के लिए किसी दिन की जरूरत नहीं होती. फिर भी लोग इस दिन अपने पार्टनर को स्पेशल फील कराने की कोशिश करते हैं. लेकिन क्या आपको पता हैं कि हर साल 14 फरवरी को ही क्यों वेलेंटाइन डे मनाया जाता है? इसकी शुरूआत कब और कैसे हुई? तो आइए आज हम आपको बतातें है इसकी पीछे की कहानी के बारे में…

इस वजह से मनाया जाता है वेलेंटाइन डे

वैसे तो वेलेंटाइन डे क्यों मनाया जाता है, इसके बारे में कोई भी सटीक जानकारी नहीं है. लेकिन कहा जाता है रोम में तीसरी सदी में एक राजा का राज हुआ करता था, जिसका नाम क्लॉडियस था. राजा को प्यार में बिलकुल भी विश्वास नहीं था और उसका मानना था कि शादी करने से पुरुषों की शक्ति और बुद्धि दोनों खत्म हो जाती है. इसी वजह से राजा ने पूरे राज्य में आदेश जारी करके कह दिया कि वहां का कोई भी सैनिक या फिर अधिकारी शादी नहीं करेगा.

वेलेंटाइन नाम के संत राजा के इस आदेश के विरोध में थे. राजा के खिलाफ जाकर संत वेलेंटाइन ने राज्य के लोगों को शादी के लिए प्रेरित किया. इतना ही नहीं संत वेलेंटाइन ने कई सैनिकों और अधिकारियों की शादी भी करवाई. जब राजा ने ये देखा कि उनके आदेश का विरोध हो रहा है तो इसके बाद उसने संत को अपने दरबार में बुलाया. राजा ने संत वेलेंटाइन से धर्म बदलने को कहा. राजा ने संत से कहा कि वो क्रिश्चियन धर्म को छोड़कर रोम धर्म अपना ले.

संत वेलेंटाइन ने राजा की ये बात मानने से साफ तौर पर इनकार कर दिया और राजा को अपना धर्म बदलने की बात कह दी. इस बात से नाराज राजा ने संत वेलेंटाइन को मारने का आदेश दे दिया. संत वेलेंटाइन को 14 फरवरी को ही मारा गया था, इसलिए हर साल इस दिन को वेलेंटाइन डे के रूप में मनाया जाता है. बताया जाता है कि संत के मारे जाने से पहले उसने रोमन जेलर जैकोबस की अंधी बेटी को भी ठीक किया था. साथ ही जेल में ही संत ने जेलर की बेटी को एक लेटर भी लिखा था, जिसके आखिरी में ‘फ्रॉम योर वेलेंटाइन’ लिखा हुआ था.

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