Stretching Vs Exercise: आज के समय में फिटनेस को लेकर हर व्यक्ति में जागरूकता बढ़ी है। यह बात अब किसी से छिपी नहीं है कि एक स्वस्थ और फिट शरीर बनाए रखना हमारी जीवनशैली का अहम हिस्सा बन गया है। यदि हम बीमारियों से दूर रहना चाहते हैं और अच्छे स्वास्थ्य का आनंद लेना चाहते हैं, तो नियमित रूप से स्ट्रेचिंग और एक्सरसाइज दोनों को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाना आवश्यक है। लेकिन एक सवाल उठता है, कि इन दोनों में से कौन सा अधिक फायदेमंद है? क्या दोनों का एक साथ करना जरूरी है? और इन दोनों के बीच क्या अंतर है? आइए जानते हैं इन सवालों के जवाब एक योगा ट्रेनर की नजर से।
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एक्सरसाइज और स्ट्रेचिंग में अंतर- Stretching Vs Exercise
योगा ट्रेनर के अनुसार, एक्सरसाइज एक संरचित प्रक्रिया है, जो आपको एक निश्चित समय और योजना के तहत करनी होती है। इसे नियमित समय पर करने की आवश्यकता होती है और इसे करने के लिए कड़ी मेहनत और कंसंट्रेशन की जरूरत होती है। वहीं, स्ट्रेचिंग एक ऐसी गतिविधि है जिसे आप कहीं भी, कभी भी कर सकते हैं। इसके लिए आपको कोई विशेष योजना या टाइम फिक्स करने की जरूरत नहीं होती है। स्ट्रेचिंग एक आसान और हल्की गतिविधि है, जिसे आप किसी भी समय आराम से कर सकते हैं।
स्ट्रेचिंग के फायदे
स्ट्रेचिंग का सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह हमारे शरीर की लचीलापन को बढ़ाता है। नियमित स्ट्रेचिंग से मसल्स और जोड़ों में फ्लेक्सिबिलिटी आती है, जिससे शारीरिक गतिविधियों के लिए हमारी क्षमता बढ़ जाती है। जैसे ही आप स्ट्रेचिंग करते हैं, आपके शरीर के सेल्स और मसल्स की लचीलापन बढ़ती है, जिससे आप किसी भी काम को अधिक तेजी से और अधिक ऊर्जा के साथ कर सकते हैं।
इसके अलावा, जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, जोड़ों में जकड़न और कठोरता आ जाती है, लेकिन नियमित स्ट्रेचिंग इस समस्या को दूर करने में मदद करती है। जो लोग नियमित रूप से स्ट्रेचिंग करते हैं, वे बुढ़ापे में अक्सर होने वाली समस्या जैसे हाथ और पैर कांपने की समस्या को रोक सकते हैं। इस प्रकार, स्ट्रेचिंग उम्र बढ़ने के साथ होने वाली शारीरिक परेशानियों को कम करने में एक अहम भूमिका निभाती है।
एक्सरसाइज के फायदे
दूसरी ओर, एक्सरसाइज करने के कई और फायदे हैं। एक्सरसाइज न केवल आपके शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाती है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव डालती है। नियमित रूप से एक्सरसाइज करने से वजन नियंत्रण में रहता है और शरीर में अतिरिक्त फैट कम होता है। यह शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता को भी बढ़ाता है।
एक्सरसाइज करने से शरीर की ऊर्जा का स्तर बढ़ता है, जिससे पूरे दिन की थकान और कमजोरी को दूर किया जा सकता है। इसके अलावा, एक्सरसाइज से नींद की गुणवत्ता में सुधार आता है और व्यक्ति के मूड में भी सुधार देखा जाता है। एक स्वस्थ शरीर के लिए एक्सरसाइज महत्वपूर्ण है क्योंकि यह एजिंग प्रोसेस को धीमा कर देती है और शरीर को ताजगी और ऊर्जा प्रदान करती है।
कौन सा विकल्प बेहतर है?
अब सवाल यह उठता है कि इन दोनों में से कौन सा बेहतर है? अगर आपको अपनी फिटनेस को एक नई दिशा देनी है, तो दोनों का संतुलित संयोजन सबसे बेहतर रहेगा। स्ट्रेचिंग आपके शरीर को लचीला बनाती है, जिससे आप किसी भी शारीरिक गतिविधि को बेहतर तरीके से कर सकते हैं, वहीं एक्सरसाइज आपके पूरे शरीर को मजबूत बनाती है और आपके मानसिक स्वास्थ्य को भी बेहतर करती है। इसलिए, दोनों को अपनी दिनचर्या में शामिल करने से आप ना केवल शारीरिक स्वास्थ्य बल्कि मानसिक ताजगी भी प्राप्त कर सकते हैं।
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