UNESCO World Heritage Sites: भारत, जो चार प्राचीन सभ्यताओं में से एक है, अपनी विविध सांस्कृतिक धरोहर, वास्तुकला और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है। 2023 तक, भारत के पास कुल 40 यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल हैं, जिनमें से 32 सांस्कृतिक, 7 प्राकृतिक और 1 मिश्रित धरोहर स्थल हैं। आइए, जानते हैं भारत के 10 प्रमुख यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों के बारे में, जो इसके अद्वितीय इतिहास और संस्कृति को दर्शाते हैं।
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ताज महल, आगरा (UNESCO World Heritage Sites)
ताज महल, मुग़ल सम्राट शाहजहाँ द्वारा अपनी पत्नी मुमताज़ महल की याद में बनवाया गया एक भव्य मकबरा है। यह स्थल दुनिया के सबसे खूबसूरत मकबरों में से एक माना जाता है और कवि रवींद्रनाथ ठाकुर ने इसे “शाश्वतता के गाल पर आंसू की बूँद” कहा था। सफेद संगमरमर से बने इस इमारत में भारतीय और पारसी वास्तुकला का अद्भुत मिश्रण है। यह हर समय अलग-अलग रंगों में बदलता है – सुबह में सुनहरा, दिन में सफेद और रात में चाँदी जैसा चमकता है।
मानस नेशनल पार्क, असम
असम में स्थित मानस नेशनल पार्क, जो हिमालय की तलहटी में स्थित है, एक जैविक विविधता से भरपूर स्थल है। यह पार्क भारतीय गैंडे, हाथी, बाघ और कई अन्य दुर्लभ और संकटग्रस्त प्रजातियों का घर है। इसे बर्ड वॉचिंग के लिए भी आदर्श स्थान माना जाता है और यहां पर्यटकों को जीप सफारी, हाथी सफारी और नदी राफ्टिंग जैसी रोमांचक गतिविधियों का अनुभव मिलता है।
सूर्य मंदिर, कोणार्क
कोणार्क का सूर्य मंदिर 13वीं शताब्दी का एक प्रमुख हिन्दू मंदिर है, जो भगवान सूर्य को समर्पित है। इस मंदिर की वास्तुकला में एक विशाल पत्थर की रथ-गाड़ी का चित्रण है, जिसमें 12 जोड़ी पहिए और सात घोड़े दिखाई देते हैं। यह मंदिर अपनी अद्वितीय कला और वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है, और 1984 में इसे यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता प्राप्त हुई थी।
आगरा किला
आगरा किला, जो यमुनापार स्थित है, मुग़ल सम्राटों का एक प्रमुख किला था। यह किला लाल बलुआ पत्थर से बना है और इसमें कई महत्वपूर्ण महल और कक्ष शामिल हैं, जो मुग़ल वास्तुकला की उत्कृष्टता को दर्शाते हैं। आगरा किला से ताज महल का दृश्य भी अत्यधिक आकर्षक होता है।
फतेहपुर सीकरी
फतेहपुर सीकरी, जो एक समय मुग़ल साम्राज्य की राजधानी था, मुग़ल वास्तुकला का एक अद्वितीय उदाहरण है। यह स्थल प्रसिद्ध बुलंद दरवाजा, Jama मस्जिद और पंच महल जैसी इमारतों के लिए जाना जाता है। फतेहपुर सीकरी को 1571 में मुग़ल सम्राट अकबर द्वारा स्थापित किया गया था और यह 14 साल बाद पानी की कमी के कारण खाली कर दिया गया।
महाबलीपुरम के स्मारक
महाबलीपुरम, तमिलनाडु में स्थित, प्राचीन पालव वंश के स्थापत्य कला का एक अद्भुत उदाहरण है। यहां के रथ, मंदिर और विशाल शिल्पकृतियाँ भारतीय वास्तुकला के अद्वितीय उदाहरण हैं। इन स्थापत्यों में “गंगावतरण” की राहत कला विशेष रूप से प्रसिद्ध है। 1984 में इसे यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता प्राप्त हुई।
अजंता और एलोरा की गुफाएँ
अजंता और एलोरा की गुफाएँ, महाराष्ट्र में स्थित, प्राचीन भारतीय बुद्धिज्म और हिन्दू धर्म की महान कृतियाँ हैं। इन गुफाओं में गहरी खुदाई की गई मंदिरों और चित्रित दीवारों पर उकेरी गई कला, भारतीय सभ्यता की गहरी समझ और धार्मिक आस्थाओं का प्रतिबिंब है।
जंतर मंतर, जयपुर
जयपुर में स्थित जंतर मंतर, एक प्राचीन खगोलशास्त्र वेधशाला है, जो भारत के प्राचीन खगोलशास्त्र की अविश्वसनीय उपलब्धियों को दर्शाता है। यहां सूर्य घड़ी, मेरिडियन और अन्य खगोलशास्त्र यंत्रों का इस्तेमाल किया जाता था। यह स्थान भारतीय खगोलशास्त्र के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है।
काज़ीरंगा नेशनल पार्क, असम
काज़ीरंगा नेशनल पार्क, असम में स्थित है, और यह एक सींग वाले गैंडे का सबसे बड़ा आवास है। यहाँ की जैव विविधता और प्राचीन वन्यजीवों के संरक्षण के प्रयासों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया है। यह पार्क बाघ, हाथी, और अन्य संकटग्रस्त प्रजातियों का घर है।
गोवा के चर्च और मठ
गोवा के चर्च और मठ, जो पुर्तगाली उपनिवेशकाल के दौरान बनाए गए थे, गोवा की कैथोलिक वास्तुकला और संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। इन चर्चों में से बासीलीका ऑफ बॉम जीसस, जिसमें सेंट फ्रांसिस जेवियर के अवशेष रखे गए हैं, एक प्रमुख धार्मिक स्थल है।
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