बॉलीवुड की 5 ऐसी movies, जो आपकी जिंदगी में लाएंगी Positive बदलाव

बॉलीवुड की 5 ऐसी movies, जो आपकी जिंदगी में लाएंगी Positive बदलाव

देखें बॉलीवुड की ये 5 फिल्में  जो आपकी जिंदगी में लाएगी मोटिवेशन 

बॉलीवुड में एक्शन, रोमांस और कंट्रोवर्सी जैसी कई सारी मूवी बनती हैं और ये मूवी कई करोड़ो के बजट में बनती है लेकिन इतना पैसा खर्च करने के बाद फिल्म की कहानी कुछ खास अच्छी नहीं आती है लेकिन बॉलीवुड में कुछ ऐसी मूवी है जिन्हें देखने के बाद जिंदगी में मोटिवेशन मिलती है.

बॉलीवुड की 5 मोटिवेशनल मूवी

1. भाग मिल्खा भाग 

वर्ल्ड चैंपियन रनर और ओलंपियन मिल्खा सिंह के जीवन पर बनी film भाग मिल्खा भाग  एक मोटिवेशन मूवी हैं. इस फिल्म में मिल्खा सिंह भारत और पाकिस्तान के बीच हुए बटवारे से पीड़ित होते हैं और इस दौरान उन्होने अपने परिवार को खो दिया. जिसके बाद वो भारतीय सेना में भर्ती होते हैं और यहां से मिल्खा सिंह कैसे मेहनत करके एक एथलीट बनते हैं और ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं साथ ही भारत के लिए कई पुरस्कार भी जीतते है. वहीं इस फिल्म में उनकी ज़िन्दगी के कई सारे उतार-चड़ाव भी देखने को भी मिलते हैं. जो ये बताती है बुरे हालातों को बदला जा सकता है.

लक्ष्य मूवी


ये फिल्म की कहानी एक ऐसे नौजवान पर आधारित है जिसको ये नही पता कि उसके ज़िन्दगी का लक्ष्य क्या है. लक्ष्य पता नही होने की वजह से नौजवान दोस्तों की देखा-देखी आर्मी ज्वाइन कर लेता है. वहीं आर्मी की ट्रेनिंग के दौरान उसे सजा मिलती है और वो भागकर घर वापस आ जाता है. आर्मी की ट्रेनिंग छोड़कर आने से उसकी फैमिली और प्रेमिका उनसे बहुत नाराज़ हो जाती हैं। जिसके बाद इस नौजवान को अपनी गलती का अहसास होता है और वापस लौट कर  सेना में भर्ती हो जाता है।

सेना में भर्ती होने के बाद वो सन् 1999 में जब कारगिल का युद्ध हुआ, तब उनकी टीम और वो टाइगर हिल मिशन पर भेजा जाता है. यह मिशन कारगिल युद्ध जीतने में काफी अहम था।  वहीं इस फिल्म से हमें ये सीखने को मिलता है कि जीवन में एक लक्ष्य होना कितना जरूरी है।

आई एम कलाम

फिल्म ‘आई एम कलाम’ राजस्थान में रहने वाले एक लड़के छोटू (हर्ष मायर) की कहानी है, जिसमें वह भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम सर से मिलना चाहता है। छोटू कलाम के भाषण से इतना प्रभावित होता है कि वह निश्चय करता है कि मुझे डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम सर जैसा बनना है। इस फिल्म की कहानी में दो मोड़ आते हैं जब एक बार कुलीन परिवार के बेटे से दोस्ती करता है और दूसरा किस्सा, जब वह भारत के राष्ट्रपति और वैज्ञानिक डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम सर से मिलता है और उनसे प्रेरणा लेता है। यह फिल्म हमें सिखाती है कि जीवन में कभी निराश होकर नहीं बैठना चाहिए, क्योंकि परिस्थितियां बदलती रहती है। खुद से उम्मीद बनाए रखना चाहिए।

4. दंगल मूवी 

ये फिल्म Dangal  रेसलर और ओलंपिक कोच महावीर सिंह फोगाट और उनकी बेटियो के जीवन पर बनी है. महावीर सिंह फोगाट ओलंपिक में देश के लिए गोल्ड मैडल लाने का सपना देखता हैं लेकिन परिवार के मना करने के कारण वो रेसलिंग छोड़ देते हैं और उसके बाद वो बेते  के उम्मीद में ओलंपिक का सपना देखते हैं लेकिन बेटे की जगह बेटी होने के बाद वो अपनी बेटियों को ओलंपिक में भेजने के लिए बचपन से ही उन्हें ट्रेन करना शुरू कर  देते हैं । उन्होंने अपने समाज और बिरादरी से लड़कर अपनी बेटियो रेसलिंग करवाते हैं और उनकी इस मेहनत के  बाद उनकी बेटी देश के लिए गोल्ड मैडल लाती है. 

ये फिल्म हमें सीखती है कि अगर एक महिला / लड़की को सही गाइडेंस और सपोर्ट दिया जाए, तो वे ओलंपिक में गोल्ड मेडल भी ला सकती है और देश का नाम दुनियाभर में रोशन कर सकते है। वहीं ये फिल्म आत्मविश्वास और मेहनत पर को दर्शाती है और फिल्म को देखने के बाद हर शख्स को मोटिवेशन मिलती है

3 idiots

ये फिल्म सोनम वांगचूक के जीवन पर आधारित है जो लदाख में Student Educational और Cultural Movement के फाउंडर है। इस फिल्म में 3 इंजीनियरिंग छात्र दिल्ली के एक पॉपुलर कॉलेज में पढ़ाई करते है और अपनी योग्यता साबित करने के लिए खुद पर कितना भारी दबाव डालते है. वहीं इस फिल्म में ये बताया गया है कि पढ़ाई ना करके उसे इंटरेस्टींग बनाकर पढ़ना कितना ज्यादा जरूरी है। वहीं फिल्म में ये भी बताती है कि अपने पैशन को जानना चाहिए और वो काम करना चाहिए जिससे आपको खुशी मिले.

ये सभी फिल्म दिमाग और हमारी एक्टिविटीज पर काफी प्रभाव डालती है। साथ ही हमारे कैरियर को आगे बढ़ाने और कुछ नया सिखने में मदद करती है.

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